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किडनी रोग: शुरुआती लक्षण, कारण और बचाव के प्रभावी उपाय

किडनी रोग: शुरुआती लक्षण, कारण और बचाव के प्रभावी उपाय
अंतिम अपडेट: 14-03-2025

किडनी हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, जो खून को फ़िल्टर करके विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में लाखों लोग किडनी से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित हैं और कई मामलों में इसका पता बहुत देर से चलता है? स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यदि किडनी रोग के शुरुआती लक्षणों को पहचाना जाए, तो इस गंभीर बीमारी से बचाव किया जा सकता है।

किडनी रोग के शुरुआती लक्षण, जिन्हें न करें नजरअंदाज

नेफ्रोलॉजिस्ट और हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, किडनी की बीमारियाँ धीरे-धीरे विकसित होती हैं और अक्सर शुरुआती चरणों में कोई स्पष्ट संकेत नहीं देतीं। लेकिन कुछ लक्षण ऐसे हैं, जिन पर आपको ध्यान देना चाहिए: 

1. लगातार थकान और कमजोरी

अगर आपको बिना किसी कारण हर समय थकान महसूस होती है या कमजोरी बनी रहती है, तो यह किडनी की खराबी का संकेत हो सकता है। किडनी जब सही से कार्य नहीं करती, तो शरीर में विषाक्त पदार्थ (टॉक्सिन) जमा होने लगते हैं, जिससे ऊर्जा स्तर गिरता है।

2. मूत्र (यूरिन) में बदलाव

किडनी रोग के प्रारंभिक चरणों में पेशाब की मात्रा में कमी या वृद्धि हो सकती है। यदि पेशाब का रंग गहरा है, उसमें झाग आ रहा है, या उसमें खून दिख रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 

3. पैरों और चेहरे पर सूजन

अगर आपकी किडनी ठीक से काम नहीं कर रही है, तो शरीर में अतिरिक्त तरल पदार्थ जमा होने लगता है, जिससे पैरों, टखनों, हाथों और चेहरे पर सूजन आ सकती है। 

4. भूख में कमी और मतली महसूस होना

किडनी खराब होने से पाचन तंत्र भी प्रभावित हो सकता है, जिससे भूख कम लगती है और अक्सर मतली या उल्टी महसूस होती है। 

5. सांस फूलना और हाई ब्लड प्रेशर

जब किडनी सही से काम नहीं करती, तो शरीर में अतिरिक्त तरल पदार्थ जमा होने लगता है, जिससे फेफड़ों पर दबाव पड़ता है और सांस लेने में कठिनाई होती है। साथ ही, हाई ब्लड प्रेशर भी किडनी की खराबी का एक संकेत हो सकता है। 

किडनी रोग के प्रमुख कारण 

किडनी खराब होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ सबसे आम हैं:

- डायबिटीज (मधुमेह): लंबे समय तक ब्लड शुगर का हाई रहना किडनी की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुँचा सकता है। 

- उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन): अनियंत्रित हाई ब्लड प्रेशर किडनी पर दबाव डालता है और उसकी कार्यक्षमता को प्रभावित करता है। 

- अधिक दर्द निवारक दवाओं का सेवन: बार-बार पेनकिलर या अन्य दवाएँ लेने से किडनी को नुकसान हो सकता है। 

- धूम्रपान और शराब: अधिक मात्रा में धूम्रपान और शराब का सेवन किडनी को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। 

कैसे रखें अपनी किडनी को स्वस्थ? 

अगर आप अपनी किडनी को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो निम्नलिखित उपाय अपनाएँ:

1. हेल्दी डाइट अपनाएँ

- नमक और प्रोसेस्ड फूड का सेवन कम करें। 

- हरी सब्जियाँ, ताजे फल और साबुत अनाज को अपने आहार में शामिल करें। 

- अधिक प्रोटीन युक्त आहार लेने से बचें, खासकर रेड मीट। 

2. नियमित व्यायाम करें

- रोज़ाना कम से कम 30 मिनट की एक्सरसाइज़ करें, जैसे तेज़ चलना, योग, या साइकिलिंग। 

- इससे आपका ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहेगा और डायबिटीज का खतरा भी कम होगा। 

3. पानी की सही मात्रा लें

- दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएँ। 

- लेकिन जरूरत से ज्यादा पानी भी किडनी पर दबाव डाल सकता है, इसलिए संतुलन बनाए रखें। 

4. धूम्रपान और शराब से बचें

- तंबाकू और शराब का सेवन किडनी पर नकारात्मक प्रभाव डालता है, जिससे इसकी कार्यक्षमता कमजोर हो जाती है। 

5. नियमित हेल्थ चेकअप कराएँ

- यदि आप डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, या मोटापे से पीड़ित हैं, तो हर 6 महीने में किडनी की जांच जरूर कराएँ। 

- रक्त और यूरिन टेस्ट के ज़रिए किडनी की सेहत का पता लगाया जा सकता है। 

विशेषज्ञों की राय 

हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि "अगर किडनी की बीमारी का जल्दी पता चल जाए, तो इसे नियंत्रित किया जा सकता है। सही आहार, नियमित व्यायाम और समय-समय पर जांच कराकर आप अपनी किडनी को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकते हैं।" 

किडनी हमारी सेहत के लिए बेहद जरूरी है और इसका सही से काम करना जीवन के लिए अनिवार्य है। यदि आपको ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी महसूस हो रहा है, तो इसे नज़रअंदाज़ न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सही समय पर बचाव करने से गंभीर किडनी रोगों से बचा जा सकता है और स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है।

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