दिल्ली के स्टार्टअप Koyal AI ने आवाज़ को मिनटों में वीडियो में बदलने वाली तकनीक विकसित की है। T-Series, AR Rahman और अन्य बड़े कलाकारों के लिए WAVES सम्मेलन में काम कर चुके इस प्लेटफ़ॉर्म के जरिए म्यूजिक वीडियो, डिजिटल कंटेंट और वेब सीरीज़ आसानी से और किफायती तरीके से तैयार किए जा सकते हैं। यह भारतीय क्रिएटर्स के लिए गेमचेंजर साबित हो रहा है।
Koyal AI: दिल्ली स्थित स्टार्टअप Koyal AI ने अपनी नई तकनीक से ऑडियो-टू-वीडियो स्टोरीटेलिंग को आसान बना दिया है। इस प्लेटफ़ॉर्म के जरिए यूज़र्स अपनी आवाज़ रिकॉर्ड करके मिनटों में वीडियो तैयार कर सकते हैं। भाई-बहन मेहुल और गौरी ने इसे विकसित किया है, और कंपनी पहले ही T-Series, AR Rahman, Shankar Mahadevan और Ricky Kej जैसे कलाकारों के लिए WAVES सम्मेलन में संगीत वीडियो बना चुकी है। इसका मकसद क्रिएटिव इंडस्ट्री में समय और लागत बचाते हुए प्रभावी डिजिटल कंटेंट तैयार करना है।
नई दिल्ली से क्रिएटिव क्रांति
दिल्ली के स्टार्टअप Koyal AI ने वीडियो निर्माण की दुनिया में नया मोड़ ला दिया है। भाई-बहन की जोड़ी मेहुल और गौरी द्वारा विकसित इस प्लेटफ़ॉर्म के जरिए अब किसी भी आवाज़ को सीधे वीडियो में बदला जा सकता है। कंपनी का दावा है कि उन्होंने T-Series, AR Rahman, Shankar Mahadevan, Ricky Kej और Meet Brothers जैसे कलाकारों के लिए WAVES (विश्व ऑडियो विजुअल मनोरंजन शिखर सम्मेलन) में संगीत वीडियो तैयार किए हैं। अब इसी तकनीक का इस्तेमाल कोई भी व्यक्ति अपनी कल्पना को मिनटों में वीडियो के रूप में उतार सकता है।
Koyal AI पारंपरिक वीडियो निर्माण की प्रक्रिया को पूरी तरह बदल रहा है। जहां पहले घंटे, दिन या महीनों लगते थे, अब यह प्लेटफ़ॉर्म वही काम मिनटों में कर देता है। स्टार्टअप का मकसद क्रिएटिव इंडस्ट्री में वीडियो निर्माण को तेज़, आसान और किफायती बनाना है। यह तकनीक खासकर म्यूजिक वीडियो, डिजिटल कंटेंट और विजुअल स्टोरीटेलिंग में समय और संसाधन बचाना चाहने वाले क्रिएटर्स के लिए फायदेमंद साबित हो रही है।
सस्ता और सरल वीडियो निर्माण
डिजिटल युग में कहानी कहना आसान है, लेकिन उसे स्क्रीन पर पेश करना चुनौतीपूर्ण और महंगा रहता है। छोटे वीडियो के लिए भी एडिटर्स और क्रिएटर्स को कई घंटे या हफ्ते खर्च करने पड़ते हैं। Koyal AI इस चुनौती को हल करता है। स्टार्टअप की तकनीक आवाज़ को सीधे वीडियो में बदल देती है, जिससे निर्माण तेज़ और सस्ता हो जाता है।
इस प्लेटफ़ॉर्म में किरदारों की मूवमेंट, लिप-सिंक और एनीमेशन पहले से तैयार हो जाते हैं। यूज़र सिर्फ अपनी आवाज़ रिकॉर्ड करें—चाहे वह गीत, पॉडकास्ट या छोटा वॉइस नोट हो—और मिनटों में पूरा वीडियो तैयार हो जाता है। यह प्रक्रिया पारंपरिक वीडियो एडिटिंग की तुलना में कई गुना तेज़ और आसान है।
क्यों कोयल जरूरी है?
क्रिएटर्स दुनिया भर में आमतौर पर वीडियो निर्माण में कई चुनौतियों का सामना करते हैं: महंगा निर्माण, समय की अधिकता, अच्छे आइडियाज़ का बीच में अटकना, स्वाभाविक कैरेक्टर्स की कमी, एक ही सीन में कई पात्रों का संवाद करना और लिप-सिंक की समस्याएँ। Koyal AI इन सभी समस्याओं का समाधान करता है।
आज यह प्लेटफ़ॉर्म छोटे सोशल मीडिया क्लिप्स से लेकर लंबी वेब सीरीज़ तक हर प्रकार की कहानी मिनटों में तैयार कर सकता है। इसके जरिए हर व्यक्ति जिसकी केवल आवाज़ है, उसे वीडियो के रूप में अपनी कहानी कहने का मौका मिलता है। वर्तमान में Koyal AI संगीत कंपनियों, पॉडकास्ट क्रिएटर्स और ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म्स के साथ प्रोजेक्ट्स कर रहा है।
भारत में अनोखा और वैश्विक दृष्टि से प्रभावशाली
हालांकि विदेशों में कुछ ऑडियो-टू-वीडियो टूल्स विकसित हो चुके हैं, भारत में इस स्तर पर कोई टीम इस चुनौती पर काम नहीं कर रही। Koyal AI का फोकस पूरी तरह ऑडियो-टू-वीडियो स्टोरीटेलिंग पर है। इसकी खासियत इसकी तेज़ स्पीड, उच्च क्वॉलिटी और किफायती समाधान है, जो क्रिएटर्स के लिए नए अवसर खोलता है।
कोयल के संस्थापक मेहुल के अनुसार, उनकी टीम ने WAVES में भारत की सांस्कृतिक और भौगोलिक विविधता को आधुनिक तकनीक के साथ दर्शाते हुए संगीत वीडियो बनाए हैं। यह तकनीक भारत की कहानियों को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने में मदद करेगी। स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं के लिए यह प्लेटफ़ॉर्म पारंपरिक वीडियो निर्माण के मुकाबले तेज़, आसान और किफायती विकल्प प्रदान करता है।