लखनऊ में विशेष सघन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया शुरू हो गई है। BLO घर-घर जाकर मतदाताओं का सत्यापन कर रहे हैं, ताकि सूची अद्यतन और सटीक रहे। सरोजिनी नगर में सबसे बड़ा मतदाता वर्ग है। इस बीच विपक्ष ने प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं।
SIR in UP: उत्तर प्रदेश में विशेष सघन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) की प्रक्रिया 4 नवंबर से आरंभ हो गई है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य मतदाता सूची को अधिक सटीक और अद्यतन बनाना है। राजधानी लखनऊ में भी यह कार्य तेज़ी से चल रहा है। लखनऊ में कुल नौ विधानसभा सीटें आती हैं और इन सीटों पर मिलाकर लगभग 40 लाख मतदाता पंजीकृत हैं।
इन मतदाताओं का घर-घर जाकर सत्यापन करने की ज़िम्मेदारी बूथ लेवल अधिकारी, जिन्हें आमतौर पर BLO कहा जाता है, को दी गई है। BLO घरों तक पहुंचकर मतदाता की पहचान, पता और उम्र का सत्यापन कर रहे हैं, ताकि कोई भी नाम गलत तरीके से शामिल न हो और कोई पात्र नागरिक मतदान सूची से बाहर न रह जाए।
सरोजिनी नगर विधानसभा का सबसे बड़ा मतदाता आधार
लखनऊ की नौ विधानसभा सीटों में सबसे बड़ा मतदाता वर्ग सरोजिनी नगर सीट पर आता है। यह राजधानी की सबसे बड़ी विधानसभा सीट है। इस क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या पांच लाख से अधिक है। यहां 590 मतदान बूथ बनाए जा चुके हैं, जिन पर SIR प्रक्रिया के तहत पूरी मतदाता सूची का पुनरीक्षण हो रहा है। इस क्षेत्र का भौगोलिक विस्तार बड़ा होने और जनसंख्या अधिक होने के कारण BLO को लगातार फील्ड में जाकर सत्यापन करना पड़ रहा है।
बख्शी का तालाब में ग्रामीण-शहरी क्षेत्रों का मिश्रण
बख्शी का तालाब विधानसभा सीट लखनऊ की दूसरी बड़ी सीट है। इस क्षेत्र में ग्रामीण और शहरी दोनों तरह के इलाके शामिल हैं, इसलिए मतदाता सत्यापन की प्रक्रिया यहाँ अलग-अलग परिस्थितियों में चल रही है। BLO को कई इलाकों में अधिक दूरी तय करनी पड़ रही है, जबकि कुछ भागों में सत्यापन सरलता से हो रहा है।
लखनऊ पश्चिम और लखनऊ नॉर्थ में तेजी से काम
लखनऊ पश्चिम सीट में सत्यापन कार्य जारी है और यहां मतदाताओं की संख्या चार लाख से अधिक है। क्षेत्र घनी आबादी वाला है, इसलिए BLO को कई बहुमंज़िला आवासीय परिसरों, बाज़ारों और पुराने इलाकों में भी मतदाता विवरण की पुष्टि करनी पड़ रही है। वहीं लखनऊ नॉर्थ सीट पर भी मतदाता संख्या अधिक होने के कारण प्रशासन ने निगरानी बढ़ाई है। यहाँ भी घर-घर सत्यापन के दौरान पता और पहचान से जुड़े दस्तावेज़ जांचे जा रहे हैं।
लखनऊ मध्य में संवेदनशील सत्यापन प्रक्रिया
लखनऊ मध्य सीट शहर के आर्थिक और प्रशासनिक केंद्र के करीब आती है। यहाँ व्यवसायिक, आवासीय और सरकारी क्षेत्र मिश्रित रूप में मौजूद हैं। इस वजह से BLO को अलग-अलग प्रकार के निवास स्थानों और संस्थानों में सत्यापन करना पड़ रहा है। इस क्षेत्र में अस्थायी और किराएदार आबादी अधिक है, इसलिए पता और स्थायी निवास से संबंधित जांच को गंभीरता से लिया जा रहा है।
सभी नौ सीटों पर व्यापक स्तर पर पुनरीक्षण कार्य
पूरे लखनऊ जिले में कुल 1550 मतदान केंद्र और लगभग 3789 बूथ पर SIR की प्रक्रिया लागू है। सहायक निर्वाचन अधिकारी अभय किशोर ने बताया कि BLO की नियुक्ति बूथों की संख्या और क्षेत्र के आकार को ध्यान में रखते हुए की गई है। इसका उद्देश्य सत्यापन कार्य को सुव्यवस्थित और निष्पक्ष रखना है। प्रशासन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि आगामी चुनावों में मतदाता सूची की गुणवत्ता बेहतर रहे और मतदान के समय किसी प्रकार की शिकायत न हो।
विपक्ष ने प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठाए
SIR प्रक्रिया शुरू होते ही राजनीतिक माहौल भी तेज़ हो गया है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाए हैं कि प्रक्रिया में लगे अधिकारियों की पोस्टिंग जाति और धर्म के आधार पर की जा रही है। समाजवादी पार्टी ने इसे निष्पक्षता के मूल सिद्धांतों के विरुद्ध बताया है। कांग्रेस के शहर अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव ने कहा कि दो दिन से प्रक्रिया चल रही है, लेकिन अब तक BLO की सूची नहीं दी गई। उन्होंने पूछा कि यदि निर्वाचन आयोग निष्पक्ष है तो यह सूची देने में इतनी देरी क्यों की जा रही है।













