लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बयान देते समय अमित शाह ने अखिलेश यादव के पाकिस्तान संबंधी बयान पर तीखा पलटवार किया। विपक्ष ने विरोध जताया, लेकिन शाह ने आतंकी कार्रवाई की पूरी जानकारी सदन में दी।
New Delhi: लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में हुए ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहलगाम हमले में शामिल तीनों आतंकियों को सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में मार गिराया गया। शाह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के जरिए उन आतंकियों के आकाओं को भी खत्म किया गया जिन्होंने उन्हें भेजा था।
अखिलेश यादव के सवाल पर सीधा पलटवार
शाह के वक्तव्य के दौरान अखिलेश यादव ने पाकिस्तान का जिक्र किया, जिस पर गृहमंत्री ने जवाब दिया कि अखिलेश जी बैठ जाइए और मेरा जवाब पूरा सुनिए, आपको सब समझ आ जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि आप आतंकवादियों के धर्म देखकर दुखी मत होइए। इसी के साथ शाह ने सवाल दागा कि क्या आपकी पाकिस्तान से बात होती है? इस पर सदन में हंगामा शुरू हो गया।
विपक्ष पर तीखा हमला
शाह ने कहा कि विपक्ष सवाल पूछता है कि आतंकी कहां से आए, तो जवाब हमारी जिम्मेदारी है क्योंकि हम सरकार में हैं। लेकिन जब आप सरकार में थे, तब आपने कोई जिम्मेदारी क्यों नहीं ली? उन्होंने यह भी कहा कि कल जो लोग पूछ रहे थे कि पहलगाम के दोषी कहां हैं, आज उन्हीं के नाम सदन में पढ़कर सुना रहा हूं।
आतंकियों के नाम और कार्रवाई की डिटेल
गृहमंत्री ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में मोहम्मद यूसुफ अजहर और मोहम्मद जमील जैसे आतंकियों को मारा गया। उन्होंने कहा कि इनमें से अधिकतर आतंकी उस समय सक्रिय थे जब कांग्रेस सरकार सत्ता में थी। शाह ने कहा कि यह कार्रवाई ठोस खुफिया जानकारी पर की गई है। उन्होंने ऑपरेशन की तारीख, समय और जगह के साथ पूरी जानकारी दी।
15 दिन की खुफिया जानकारी के बाद शुरू हुआ ऑपरेशन
शाह ने बताया कि ऑपरेशन महादेव की शुरुआत 11 जुलाई को तब हुई जब बैसरन इलाके में एक चीनी सैटेलाइट फोन एक्टिव मिला। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने लगातार निगरानी की और 22 जुलाई को आतंकियों की पुष्टि होते ही कार्रवाई की गई। ऑपरेशन पूरी तरह समन्वित था जिसमें सेना, सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस शामिल रही।
आतंकियों की पहचान और हथियारों की बरामदगी
शाह ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों से आतंकियों की पहचान करवाई गई और उन्होंने तीनों की पुष्टि की। घटनास्थल से कारतूस के खोखे बरामद हुए जिनकी फॉरेंसिक जांच पहले ही हो चुकी थी। आतंकियों के पास एके-47 और एम9 कार्बाइन जैसे हथियार थे।