जून में कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दामों में 24 रुपये की कमी हुई। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता समेत कई शहरों में कीमतें घटाई गईं। घरेलू एलपीजी के दामों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
LPG Price Cut: एलपीजी सिलेंडर के दामों में लगातार तीसरे महीने गिरावट ने आम उपभोक्ताओं और व्यवसायों दोनों के लिए राहत की सांस ली है। खासकर 19 किलोग्राम वजन वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में यह कटौती बड़ी मायने रखती है क्योंकि यह सिलेंडर मुख्य रूप से होटल, रेस्तरां और छोटे व्यवसायों द्वारा उपयोग किया जाता है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि इस बार दामों में कितनी कमी हुई है, विभिन्न शहरों में इसके दाम क्या हैं और इसके पीछे की वजह क्या है।
जून में 19 किलोग्राम के कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दामों में बड़ी कमी
जून की पहली तारीख से पेट्रोलियम कंपनियों ने कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 24 रुपये प्रति सिलेंडर की कमी कर दी है। यह लगातार तीसरा महीना है जब कमर्शियल सिलेंडर के दाम घटाए गए हैं। मई और अप्रैल में भी क्रमशः 14.50 और 41 रुपये की कटौती हुई थी। इससे पहले फरवरी में भी दामों में 7 रुपये की कमी आई थी। हालांकि, मार्च में कीमतों में 6 रुपये की थोड़ी वृद्धि हुई थी, लेकिन अब यह फिर से नीचे आ गई है।
इस कमी का सबसे बड़ा लाभ होटल और रेस्तरां के मालिकों को होगा, जो अपनी दैनिक जरूरतों के लिए एलपीजी सिलेंडर पर काफी निर्भर रहते हैं। इससे उनके परिचालन लागत में कमी आएगी और व्यवसाय चलाने में मदद मिलेगी।
घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम स्थिर
ध्यान देने वाली बात यह है कि घरेलू उपयोग वाले एलपीजी सिलेंडर के दामों में अभी कोई बदलाव नहीं किया गया है। घरेलू सिलेंडर की कीमतें अभी भी स्थिर हैं क्योंकि यह सरकार की निगरानी में और सब्सिडी के तहत आता है। भारत में एलपीजी की कुल खपत का लगभग 90 प्रतिशत हिस्सा घरेलू उपयोग में आता है, जबकि बाकी 10 प्रतिशत कमर्शियल, इंडस्ट्रियल और ऑटोमोटिव सेक्टर में होता है।
देश के प्रमुख शहरों में कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दाम
देश के बड़े शहरों में 19 किलोग्राम के कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में यह कटौती स्पष्ट रूप से दिख रही है। दिल्ली में अब इसका दाम 1723.50 रुपये होगा, जो मई में 1747.50 रुपये था। कोलकाता में यह सिलेंडर अब 1826 रुपये में उपलब्ध होगा, जबकि मुंबई और चेन्नई में इसकी कीमत क्रमशः 1674.50 और 1881 रुपये है।
हर राज्य में एलपीजी सिलेंडर की कीमतें अलग-अलग होती हैं, क्योंकि स्थानीय टैक्स, डिस्ट्रीब्यूशन और परिवहन खर्च इसमें जुड़ते हैं। इसलिए एक ही सिलेंडर का दाम विभिन्न शहरों में थोड़ा अलग हो सकता है।
एलपीजी कीमतों में उतार-चढ़ाव के पीछे का कारण
सरकारी तेल कंपनियां जैसे इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी और एयर टरबाइन फ्यूल (ATF) की कीमतों का पुनर्निर्धारण करती हैं। यह कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम, विदेशी मुद्रा दर और स्थानीय टैक्स जैसे कारकों पर निर्भर करती हैं। जब वैश्विक तेल की कीमतें कम होती हैं, तो घरेलू और कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दामों में कमी आती है।
हालांकि घरेलू सिलेंडर की कीमतें सरकारी सब्सिडी के कारण अपेक्षाकृत स्थिर रहती हैं, लेकिन कमर्शियल सिलेंडर की कीमतें पूरी तरह से बाजार आधारित होती हैं। इस कारण से उनके दाम अधिक उतार-चढ़ाव दिखाते हैं।
कमर्शियल सिलेंडर सस्ता होने से व्यावसायिक क्षेत्र को फायदा
कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में यह लगातार कटौती होटल, रेस्टोरेंट, कैटरिंग सेवाओं और छोटे-छोटे व्यवसायों के लिए बहुत लाभकारी साबित होगी। एलपीजी इनके लिए ऊर्जा का मुख्य स्रोत है और लागत में कमी होने से इन व्यवसायों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।
यह परिवर्तन सीधे तौर पर ग्राहकों के लिए भी फायदेमंद है क्योंकि व्यवसायों को ऊर्जा की लागत में कमी से सेवाओं और उत्पादों की कीमतों में स्थिरता और संभावित रूप से कमी भी मिल सकती है।
क्या एलपीजी सिलेंडर के दाम आगे भी घटेंगे?
एलपीजी कीमतों की भविष्यवाणी करना कठिन है क्योंकि यह कई बाहरी कारकों पर निर्भर करता है। लेकिन फिलहाल तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में गिरावट और सरकार की नीतियों के आधार पर उम्मीद है कि आने वाले महीनों में भी कमर्शियल सिलेंडर के दाम स्थिर रह सकते हैं या थोड़ा और कम हो सकते हैं।
सरकारी तेल कंपनियां हर महीने पहली तारीख को कीमतों की समीक्षा करती हैं, इसलिए उपभोक्ताओं को हर महीने अपडेटेड जानकारी पर नजर रखनी चाहिए।