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राजनाथ सिंह के POK बयान पर राउत का वार, बोले- अब सरकार को न लड़ाई चाहिए, न अखंड भारत

राजनाथ सिंह के POK बयान पर राउत का वार, बोले- अब सरकार को न लड़ाई चाहिए, न अखंड भारत

राजनाथ सिंह के बयान ने सियासी बहस को तेज किया। संजय राउत बोले- बीजेपी अब न POK लेना चाहती, न पाकिस्तान से लड़ना। सरकार की नीति पर उठे सवाल।

Sanjay Raut On Rajnath Singh: ऑपरेशन सिंदूर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के लोकसभा में दिए गए बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। उन्होंने साफ कहा कि इस सैन्य अभियान का मकसद पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) पर कब्जा करना नहीं था, बल्कि आतंकवाद के ठिकानों को नष्ट करना था। इस बयान के बाद विपक्ष खासकर शिवसेना (UBT) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने सरकार की नीयत पर सवाल उठाए हैं।

राजनाथ सिंह ने क्या कहा

राजनाथ सिंह ने 28 जुलाई को संसद में विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, "ऑपरेशन सिंदूर पूरी तरह से सफल रहा और इसके जरिए हमारे सभी तय सैन्य लक्ष्य हासिल किए गए।" उन्होंने कहा कि यह एक "प्रतिक्रिया आधारित सैन्य कार्रवाई" थी, जिसका उद्देश्य हालिया पहलगाम हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों के लिए न्याय सुनिश्चित करना था। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस ऑपरेशन के पीछे किसी भी क्षेत्र पर कब्जा करने की मंशा नहीं थी।

संजय राउत ने साधा निशाना

रक्षा मंत्री के बयान के बाद संजय राउत ने कहा कि यह स्पष्ट संकेत है कि भाजपा अब अपने पुराने वादों से पीछे हट रही है। राउत ने कहा, "राजनाथ सिंह ने संसद में कहा कि पाकिस्तान में घुसकर पीओके पर कब्जा लेने का इरादा नहीं था, यह बहुत गंभीर बयान है। भाजपा बार-बार कहती रही है कि अगर नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बने तो पीओके को भारत का हिस्सा बना लिया जाएगा। यही बात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सार्वजनिक मंचों से कहते रहे हैं।"

अखंड भारत की बात से पलटी बीजेपी?

संजय राउत ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा अब 'अखंड भारत' की बात से पीछे हट रही है। उन्होंने कहा, "लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि पीओके के लिए हम बलिदान देंगे। लेकिन अब रक्षा मंत्री कह रहे हैं कि हमारा कोई ऐसा उद्देश्य नहीं है। प्रधानमंत्री भी इस बयान का समर्थन कर रहे हैं। इसका मतलब है कि भाजपा अब पाकिस्तान से टकराव नहीं चाहती और अखंड भारत की परिकल्पना को छोड़ चुकी है।"

सवाल- यह सरकार क्यों बैठी है?

शिवसेना नेता ने यह भी पूछा कि अगर सरकार का इरादा न पीओके को वापस लाने का है और न ही पाकिस्तान से निर्णायक संघर्ष का, तो फिर इस सरकार के बने रहने का औचित्य क्या है। राउत ने कहा, "अगर आप वो नहीं करना चाहते जो देश चाहता है, तो आप किसलिए सरकार चला रहे हैं?"

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