मोतिहारी के आदापुर में सरकारी स्कूल के तीन आठवीं कक्षा के छात्र नहर में डूब गए और उनकी मौत हो गई। परिजनों ने शिक्षकों की लापरवाही पर आक्रोश जताया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी जिले के आदापुर थाना क्षेत्र में शनिवार (14 सितंबर) को एक हृदयविदारक घटना हुई, जब आदापुर के बलिरामा गांव स्थित राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय के तीन आठवीं कक्षा के छात्र त्रिवेणी कैनाल नहर में डूब गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे ने इलाके में शोक और आक्रोश दोनों पैदा कर दिया।
जानकारी के अनुसार, तीनों छात्र पढ़ाई के दौरान बिना किसी शिक्षक की निगरानी के स्कूल से निकलकर छौड़ादानो–आदापुर नहर मार्ग स्थित 72 आरडी पुल के पास स्नान करने चले गए। नहर का पानी तेज बहाव वाला था। स्नान करते समय एक छात्र बहाव में फंस गया और उसे बचाने के प्रयास में बाकी दो साथी भी नहर में समा गए। देखते ही देखते तीनों बच्चे डूब गए।
नहर में डूबने से तीन बच्चों की मौत
नहर के पास से गुजर रहे राहगीरों ने बच्चों को डूबते देखा और शोर मचाया। शोर सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद तीनों बच्चों को बाहर निकाला। स्थिति गंभीर होने के कारण दो बच्चों को तत्काल छौड़ादानो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। तीसरे बच्चे को मोतिहारी सदर अस्पताल भेजा गया, लेकिन वहां भी उसे मृत घोषित कर दिया गया।
मौत की पहचान छौड़ादानो थाना क्षेत्र के भेलवा गांव निवासी रमेश प्रसाद के पुत्र अर्जुन कुमार उर्फ गोलू (13 वर्ष), प्रेम महतो के पुत्र लक्ष्मण कुमार उर्फ छोटू (14 वर्ष) और आदापुर थाना क्षेत्र के बलिरामा गांव निवासी प्रेम साह के पुत्र (13 वर्ष) के रूप में हुई। हादसे की सूचना मिलते ही उनके परिजनों में कोहराम मच गया और पूरा गांव शोक में डूब गया।
शिक्षकों की लापरवाही पर ग्रामीणों में गुस्सा
घटना के बाद सैकड़ों ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उन्होंने आक्रोश व्यक्त किया। लोगों का कहना था कि बच्चों की मौत शिक्षकों की लापरवाही के कारण हुई। ग्रामीणों ने मांग की कि जिम्मेदार शिक्षकों का वेतन रोका जाए और उन्हें सेवा से बर्खास्त किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल प्रशासन को बच्चों की सुरक्षा के प्रति और गंभीर होना चाहिए।
ग्रामीणों ने इस घटना को पुनः बचाव और निगरानी के लिए चेतावनी भी माना। उनका कहना है कि स्कूलों में छात्रों की देखरेख करना शिक्षक का प्राथमिक कर्तव्य है, और अगर इसकी अनदेखी की गई तो बच्चों की जान जोखिम में पड़ सकती है।
नहर हादसे की जांच में जुटी पुलिस
आदापुर थानाध्यक्ष धर्मवीर चौधरी ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस दल मौके पर पहुंचा और घटनास्थल का निरीक्षण किया। तीनों मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए मोतिहारी सदर अस्पताल भेजे गए। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए।
थानाध्यक्ष ने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि बच्चे स्नान करने के लिए नहर में गए थे और डूबने के कारण उनकी मौत हुई। मामले की विस्तृत जांच की जा रही है और पुलिस स्कूल प्रशासन से भी बयान ले रही है।