Columbus

मथुरा में बढ़ता यमुना जलस्तर का खतरा, प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

मथुरा में बढ़ता यमुना जलस्तर का खतरा, प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

यूपी के मथुरा में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़कर खतरे के निशान के बेहद करीब पहुंच गया है। जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य के लिए तैयारी कर रहा है। स्थानीय लोगों को सतर्क रहने और अफवाहों से दूर रहने की हिदायत दी गई है।

Mathura: यूपी में यमुना नदी का जलस्तर मंगलवार शाम 6 बजे 165.99 मीटर तक पहुंच गया, जो खतरे के निशान 166 मीटर के बेहद करीब है। जिला प्रशासन, जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह और एसएसपी श्लोक कुमार के नेतृत्व में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर राहत एवं बचाव कार्य की तैयारियों को दुरुस्त कर रहा है। स्थानीय लोगों से सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन से तुरंत संपर्क करने की अपील की गई है।

जलस्तर बढ़ने से मथुरा में बाढ़ का खतरा

मौसम विभाग और जल संसाधन विभाग के अनुसार, यमुना के जलस्तर में पिछले कुछ घंटों में लगातार वृद्धि दर्ज की गई। दोपहर 1 बजे जलस्तर 165.93 मीटर था, जो दोपहर 2 बजे बढ़कर 165.94 मीटर, 3 और 4 बजे 165.95 मीटर और 5 बजे 165.97 मीटर पर पहुंच गया। शाम 6 बजे जलस्तर 165.99 मीटर तक पहुँच गया। यह तेजी से बढ़ोतरी प्रशासन और स्थानीय निवासियों के लिए चिंता का कारण बन गई है।

विशेषज्ञों का कहना है कि हाल के दिनों में भारी बारिश और upstream क्षेत्रों में पानी की मात्रा में वृद्धि यमुना के जलस्तर को प्रभावित कर रही है। यदि जलस्तर में इसी प्रकार की वृद्धि जारी रहती है, तो नदी जल्द ही खतरे के निशान को पार कर सकती है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का संकट उत्पन्न हो सकता है।

जलस्तर बढ़ने से मथुरा प्रशासन अलर्ट

जलस्तर खतरे के करीब पहुँचने के बाद मथुरा जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार, एडीएम फाइनेंस व बाढ़ प्रभारी पंकज कुमार वर्मा लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चौकियाँ स्थापित की हैं और राहत एवं बचाव कार्य की तैयारियों को दुरुस्त किया है।

प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि बचाव दलों को हर समय तैयार रखा जाए। नावें, जीवनरक्षक उपकरण, और राहत सामग्री सभी तैयार हैं। इसके अलावा, प्रशासन ने इलाके में तैनात चौकियों पर सतत निगरानी बढ़ा दी है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।

स्थानीय लोगों के लिए प्रशासन की चेतावनी

जिला प्रशासन ने यमुना किनारे बसे लोगों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है। लोगों से कहा गया है कि वे नदी के किनारे न जाएं और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन से संपर्क करें। अफवाहों पर ध्यान न दें और अपने परिवार और पड़ोसियों को भी सुरक्षित रहने के लिए जागरूक करें।

स्थानीय प्रशासन ने यह भी निर्देश दिया है कि निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने की योजना तैयार रखी जाए। साथ ही, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तैनात कर्मचारियों और स्वयंसेवकों की संख्या बढ़ा दी गई है, ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में त्वरित राहत कार्य किया जा सके।

मथुरा में यमुना के बढ़ते खतरे और प्रशासन की तैयारी

विशेषज्ञों ने चेताया है कि यदि यमुना का जलस्तर और बढ़ता है, तो मथुरा के निचले इलाकों में बाढ़ का संकट गंभीर हो सकता है। ऐसे में प्रशासन ने न केवल बचाव कार्य बल्कि सुरक्षित स्थानों पर लोगों के अस्थायी आवास की भी योजना बनाई है।

इसके अलावा, प्रशासन ने स्थानीय समुदायों को सतर्क रहने, नदी किनारे न जाने और मौसम और प्रशासनिक निर्देशों पर ध्यान देने के लिए लगातार जानकारी देने का काम तेज कर दिया है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर प्रभावित व्यक्ति तक राहत कार्य और सुरक्षित स्थानों की जानकारी पहुंचे।

Leave a comment