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National Women Touched By Addiction Day: नशे से प्रभावित महिलाओं के संघर्ष, उम्मीद और जागरूकता का पर्व

National Women Touched By Addiction Day: नशे से प्रभावित महिलाओं के संघर्ष, उम्मीद और जागरूकता का पर्व

हर साल 23 जुलाई को राष्ट्रीय महिला एडिक्शन से प्रभावित दिवस (National Women Touched By Addiction Day) मनाया जाता है। यह दिन उन महिलाओं को समर्पित है जिनका नशे की समस्या से खुद का या उनके परिवार के किसी सदस्य का गहरा संबंध रहा है। कुछ महिलाएं नशे की लड़ाई खुद लड़ती हैं, तो कुछ अपने बहनों, माताओं, बेटियों या दोस्तों के लिए मजबूत सहारा बनती हैं। यह दिन उनके संघर्ष, हिम्मत और उम्मीद को सम्मानित करता है।

क्यों जरूरी है राष्ट्रीय महिला एडिक्शन से प्रभावित दिवस?

नशा सिर्फ एक व्यक्ति की समस्या नहीं, बल्कि पूरे परिवार, रिश्तों और समुदायों को प्रभावित करता है। महिलाओं के लिए यह और भी जटिल हो जाता है क्योंकि अक्सर वे नशे की समस्या को छुपाती हैं या सामाजिक कलंक के डर से अपनी बात सामने नहीं ला पातीं। यह दिन उन अनकहे जख्मों, संघर्षों और उम्मीद की कहानियों को सामने लाता है जो अक्सर छिपी रहती हैं। यह महिलाओं के दर्द को समझने और समाज में उनकी स्थिति को बेहतर बनाने की कोशिश है।

महिलाओं पर नशे का प्रभाव कैसा होता है?

नशे की समस्या महिलाओं की मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक सेहत पर गहरा असर डालती है। इसके कारण:

  • परिवार और सामाजिक रिश्ते कमजोर हो जाते हैं।
  • खुद पर और अपने बच्चों पर जिम्मेदारियों का बोझ बढ़ जाता है।
  • मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं जैसे डिप्रेशन, एंग्जायटी आदि बढ़ती हैं।
  • शारीरिक बीमारियां जैसे लीवर की समस्या, हार्ट डिजीज़ आदि हो सकती हैं।
  • यह एक जटिल स्थिति है जहां उपचार और समर्थन दोनों की जरूरत होती है।

नशे से जूझती महिलाओं की अनसुनी कहानियां

बहुत सी महिलाएं अपने संघर्ष को छुपाती हैं, क्योंकि उन्हें डर होता है कि समाज उन्हें नकार देगा या बदनाम कर देगा। कई बार वे खुद के लिए नहीं, बल्कि अपने परिवार के लिए चुप रहती हैं। यह दिन उन महिलाओं के साहस और संघर्ष की कहानी को उजागर करता है, जो नशे से लड़ते हुए भी जिंदगी को बेहतर बनाने की कोशिश करती हैं।

हम कैसे कर सकते हैं मदद?

1. सुनें और समझें

किसी भी महिला की कहानी को बिना किसी जजमेंट के सुनना पहली और सबसे बड़ी मदद हो सकती है। उनकी भावनाओं को समझें और सम्मान दें। इससे वे खुद को अकेला महसूस नहीं करेंगी।

2. जागरूकता फैलाएं

इस विषय पर खुलकर बात करें। अपने दोस्तों, परिवार और समुदाय में नशे के प्रति गलतफहमियों को दूर करें। समझाएं कि नशा एक बीमारी है, दोष नहीं।

3. स्थानीय सहायता केंद्रों का समर्थन करें

आपके आसपास ऐसी कई संस्थाएं होती हैं जो नशे से पीड़ित महिलाओं की सहायता करती हैं। उनके लिए दान करें, वॉलंटियर बनें या जरूरतमंदों को वहाँ पहुंचाने में मदद करें।

4. सहानुभूति और धैर्य दिखाएं

रिहैब से गुजर रही महिलाओं के लिए धैर्य और सहानुभूति जरूरी है। उन्हें बार-बार प्रयास करने का मौका दें और प्रोत्साहित करें।

राष्ट्रीय महिला एडिक्शन से प्रभावित दिवस कैसे मनाएं?

  • सच कहानियां साझा करें: सोशल मीडिया या बातचीत में उन महिलाओं की कहानियां साझा करें जिन्होंने नशे से लड़ाई जीती है या लड़ रही हैं। इससे औरों को हिम्मत मिलेगी।
  • रंग पहनें: इस दिन पर्पल या टीएल (Teal) रंग के कपड़े पहनकर जागरूकता बढ़ाएं।
  • संवाद सत्र आयोजित करें: अपने परिवार, दोस्तों या ऑफिस में छोटे-छोटे संवाद सत्र रखें, जहाँ बिना जजमेंट के लोग नशे के बारे में बात कर सकें।
  • सहायता भेजें: अपने नजदीकी रिहैब सेंटर या महिला शेल्टर को आवश्यक सामग्री या दान दें।
  • संदेश लिखें: नशे से जूझ रही महिलाओं को एक प्यारा संदेश भेजें या लिखें, जो उन्हें उम्मीद और शक्ति दे सके।

नशे के साथ जूझ रही महिलाओं के लिए एक उम्मीद की किरण

मेंडिंग हार्ट्स नामक एक गैर-सरकारी संगठन ने 2021 में इस दिन की शुरुआत की थी। उनका मकसद था महिलाओं की आवाज़ को बुलंद करना, कलंक कम करना और पुनर्वास के लिए सुरक्षित माहौल बनाना। आज यह दिन राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है और धीरे-धीरे अंतरराष्ट्रीय पहचान भी बना रहा है।

राष्ट्रीय महिला एडिक्शन से प्रभावित दिवस हमें यह याद दिलाता है कि नशा किसी की पहचान नहीं बल्कि एक बीमारी है। समर्थन, समझदारी और जागरूकता से ही महिलाएं इस लड़ाई को जीत सकती हैं। आइए, हम सब मिलकर इनके लिए एक सुरक्षित और सहायक समाज बनाएं।

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