नोएडा के प्रेसिडियम स्कूल में छठी कक्षा की छात्रा तनिष्का की संदिग्ध मौत के 18 दिन बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। शिक्षा विभाग ने रिपोर्ट में स्कूल में सीसीटीवी न होने और कार्रवाई की सिफारिश की।
नोएडा: सेक्टर-31 स्थित प्रेसिडियम स्कूल में छठी कक्षा की छात्रा तनिष्का शर्मा की संदिग्ध मौत ने पूरे इलाके में चिंता और सनसनी पैदा कर दी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और शिक्षा विभाग ने भी स्कूल पर कार्रवाई की सिफारिश की है। इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम हैं।
स्कूल में सीसीटीवी न होने पर उठे सवाल
शिक्षा विभाग की प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि छात्रा जहां मिली थी, वहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे थे। विभाग ने इस कमी को गंभीर माना और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) को इसके संबंध में पत्र भेजा। स्कूल प्रबंधन ने मामले में सहयोग करने का आश्वासन दिया है, लेकिन विभाग ने स्पष्ट किया है कि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना स्कूल की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
घटना 4 सितंबर को शिक्षक दिवस के कार्यक्रम के दौरान हुई। पुलिस के मुताबिक, घटना के बाद शव का पोस्टमॉर्टम डॉक्टरों की एक पैनल टीम द्वारा कराया गया। जांच में इस बात पर ध्यान दिया जा रहा है कि क्या घटना के समय स्कूल में किसी तरह की लापरवाही हुई।
शिक्षा विभाग की जांच रिपोर्ट
सेक्टर-20 थाना पुलिस ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने शिक्षा विभाग से स्कूल की रिपोर्ट मांगी है और स्कूल में सुरक्षा मानकों का आंकलन कर रही है। साथ ही, पुलिस बिसरा जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रही है ताकि मामला स्पष्ट रूप से समझा जा सके।
पुलिस अधिकारी बता रहे हैं कि बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्कूल पर है और किसी भी लापरवाही की स्थिति में संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अधिकारी यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भविष्य में ऐसे मामले दोबारा न हों।
परिवार की मांग
तनिष्का की मां तृप्ता शर्मा का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में उन्होंने बताया कि अपनी बेटी को उन्होंने नाजों से पाला था और स्कूल छोड़ने के बाद सुरक्षित महसूस करती थीं। तृप्ता का कहना है कि स्कूल बच्चों के लिए सेकेंड होम की तरह होता है, लेकिन उसी जगह उनकी बेटी की मौत हो गई।
मां ने यह भी कहा कि उनकी बेटी केवल 10 साल की थी और इस घटना ने उनके जीवन को अंधकार में डाल दिया। सोशल मीडिया पर लोग इस घटना को लेकर गहरी चिंता और सहानुभूति जता रहे हैं। कई अभिभावक भी इस मामले में स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं।
स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए कदम
शिक्षा विभाग ने स्कूल में सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करने की सिफारिश की है। विभाग ने स्कूल प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि सभी कक्षाओं और परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएँ और बच्चों की गतिविधियों पर निगरानी रखी जाए। साथ ही, स्कूल स्टाफ की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए नियमों में बदलाव की सिफारिश भी की गई है।
पुलिस और शिक्षा विभाग का मानना है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, यह घटना अन्य स्कूलों के लिए चेतावनी भी है कि बच्चों की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।