भारतीय मूल के ज़ोहरान ममदानी न्यूयॉर्क मेयर पद की रेस में हैं। सोशलिस्ट सोच के बावजूद उनकी पारिवारिक संपन्नता को लेकर विरोधी 'नेपो बेबी' कह रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस दोहरेपन पर बहस छिड़ी है।
America: न्यूयॉर्क में आगामी मेयर चुनाव की सरगर्मियों के बीच भारतीय मूल के ज़ोहरान ममदानी की उम्मीदवारी चर्चाओं में है। डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट विचारधारा वाले ममदानी इस चुनाव में एक अलग छवि के साथ सामने आए हैं। लेकिन अब सोशल मीडिया पर उनकी पारिवारिक संपन्नता और 'प्रिविलेज' को लेकर आलोचनाएं तेज हो गई हैं। विरोधियों का कहना है कि एक संपन्न और प्रसिद्ध परिवार से आने वाले उम्मीदवार को 'कामकाजी वर्ग' की बात करना शोभा नहीं देता।
कौन हैं ज़ोहरान ममदानी?
33 वर्षीय ज़ोहरान ममदानी न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली के सदस्य हैं और डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट पार्टी से जुड़े हुए हैं। अगर वह जीतते हैं तो न्यूयॉर्क के पहले मुस्लिम और भारतीय मूल के मेयर होंगे। ममदानी अपनी राजनीति में आर्थिक समानता, हाउसिंग अधिकार और टैक्स सुधार जैसे मुद्दों को प्रमुखता देते हैं।
परिवारिक पृष्ठभूमि बनी आलोचना का कारण
ममदानी मशहूर फिल्म निर्देशक मीरा नायर और लेखक-मनोवैज्ञानिक महमूद ममदानी के बेटे हैं। यह तथ्य ही अब आलोचकों के निशाने पर है। सोशल मीडिया पर उन्हें 'नेपो बेबी' कहा जा रहा है। यानी ऐसा व्यक्ति जो अपने माता-पिता की शोहरत और संपन्नता की वजह से सुविधाएं पाता है।
न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, MAGA समर्थक लॉरा लूमर और मेघन मैककेन जैसे कंज़र्वेटिव नेताओं ने भी ममदानी पर निशाना साधते हुए उनकी विचारधारा को पाखंडी करार दिया है।
रियल एस्टेट संपत्ति से उठे सवाल
ममदानी की मां मीरा नायर ने न्यूयॉर्क के वेस्ट चेल्सी में 1.375 मिलियन डॉलर में एक लक्ज़री लॉफ्ट खरीदा था, जिसे बाद में 1.45 मिलियन डॉलर में बेचा गया। इस प्रॉपर्टी की मौजूदा बाज़ार कीमत लगभग 1.9 मिलियन डॉलर है। इसके अलावा, ममदानी के पास युगांडा में चार एकड़ ज़मीन भी है जिसकी कीमत 150,000 से 250,000 डॉलर के बीच बताई जा रही है। यह जानकारी उनके द्वारा न्यूयॉर्क विधान नैतिकता आयोग में दी गई अघोषित संपत्ति की रिपोर्ट से सामने आई है।
आलोचकों का दावा
राजनीतिक विरोधियों का कहना है कि एक ऐसा व्यक्ति जो करोड़ों की संपत्ति रखता है, वह कैसे 'वर्किंग क्लास' की आवाज़ बनने का दावा कर सकता है। विरोधियों को यह विरोधाभास दिख रहा है कि जो व्यक्ति खुद आर्थिक रूप से सुरक्षित है, वह कैसे अमीरों पर टैक्स बढ़ाने और समान वितरण की बात कर सकता है।
ममदानी की सफाई
ज़ोहरान ममदानी ने इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह एक किराए के अपार्टमेंट में रहते हैं और उनकी लड़ाई आम लोगों के लिए है। उनका कहना है कि विरासत से मिली सुविधाएं उनकी राजनीति की दिशा तय नहीं करतीं। वह आर्थिक असमानता और हाउसिंग संकट के खिलाफ आवाज़ उठाते रहेंगे।