PAN 2.0 डाउनलोड करने के नाम पर फर्जी ईमेल भेजकर लोगों की निजी और बैंकिंग जानकारी चुराई जा रही है। यह एक फिशिंग स्कैम है जिससे बचने के लिए किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और केवल आधिकारिक वेबसाइट का ही उपयोग करें।
PAN 2.0 Scam: डिजिटल इंडिया के दौर में जहां हर सेवा ऑनलाइन हो गई है, वहीं साइबर ठगों ने भी अपने हथकंडे हाईटेक बना लिए हैं। ताज़ा मामला 'PAN 2.0' नाम के एक नए फर्जी ईमेल स्कैम का है, जिसमें लाखों यूजर्स को एक आकर्षक लेकिन घातक लिंक भेजा जा रहा है। अगर आपके इनबॉक्स में भी 'Download your PAN 2.0 now' जैसी ईमेल आई है, तो सतर्क हो जाइए। यह कोई सरकारी सेवा नहीं बल्कि एक गंभीर फिशिंग अटैक है जो आपकी निजी और वित्तीय सुरक्षा को मिनटों में तबाह कर सकता है।
क्या होता है यह PAN 2.0 स्कैम?
इस स्कैम के तहत यूजर्स को एक प्रोफेशनल दिखने वाली ईमेल भेजी जाती है जिसमें लिखा होता है कि आपका नया 'PAN 2.0' कार्ड तैयार है और आप उसे नीचे दिए गए लिंक से डाउनलोड कर सकते हैं। ईमेल में आमतौर पर इनफॉर्मेशन टेक्स डिपार्टमेंट का लोगो, एक नकली QR कोड और एक आकर्षक डाउनलोड बटन होता है। जैसे ही आप उस लिंक पर क्लिक करते हैं, आप एक फर्जी वेबसाइट पर पहुंच जाते हैं जो दिखने में सरकारी वेबसाइट की हूबहू कॉपी होती है। यहां आपसे PAN नंबर, आधार कार्ड नंबर, डेट ऑफ बर्थ, मोबाइल नंबर और यहां तक कि बैंक डिटेल्स तक भरने को कहा जाता है। लेकिन ये सभी जानकारियां सीधे साइबर ठगों के सर्वर पर जाती हैं।
कितना खतरनाक है यह फर्जीवाड़ा?
इस फर्जीवाड़े की सबसे खतरनाक बात यह है कि इसकी प्रस्तुति बेहद असली लगती है। ईमेल की भाषा, डिजाइन, फॉर्मेट और यहां तक कि लिंक का URL भी काफी हद तक भरोसेमंद लगता है।
एक बार आपने अपनी जानकारी दे दी, तो स्कैमर्स उसे इस्तेमाल करके:
- आपके बैंक खाते से पैसे निकाल सकते हैं
- आपके नाम पर लोन ले सकते हैं
- आपकी पहचान का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं
- आपके PAN और आधार को किसी अवैध गतिविधि से लिंक कर सकते हैं
कैसे पहचानें कि ईमेल फर्जी है?
सरकार ने अभी तक कोई भी 'PAN 2.0' कार्ड या सुविधा लॉन्च नहीं की है।
इसलिए, अगर कोई भी मेल, SMS, या व्हाट्सएप मैसेज ऐसा दावा करता है तो समझ जाइए वह फर्जी है। कुछ संकेत जो इस स्कैम को पहचानने में मदद करेंगे:
- वेबसाइट का URL अगर .gov.in से समाप्त नहीं होता, तो वह सरकारी नहीं है।
- ईमेल भेजने वाले का पता जाँचें – अक्सर वे '[email protected]' जैसे फर्जी पते होते हैं।
- मेल में कोई भी लिंक है जिस पर 'क्लिक करें' लिखा है – उससे दूर रहें।
- भाषा में यदि जल्दी क्लिक करने की अपील हो – जैसे 'तुरंत डाउनलोड करें' – तो यह एक अलर्ट संकेत है।
स्कैम से बचने के लिए क्या करें?
- कभी भी किसी अनजाने मेल या मैसेज में दिए गए लिंक पर क्लिक न करें।
- अपनी पर्सनल जानकारी केवल सरकारी वेबसाइट पर ही भरें, जैसे – www.incometax.gov.in
- किसी भी अनजान वेबसाइट को ब्राउज़र में ओपन करने से पहले उसके SSL सर्टिफिकेट (https://) की जांच करें।
- हर कुछ महीनों में अपने ऑनलाइन अकाउंट्स के पासवर्ड बदलते रहें।
- अपने मोबाइल और कंप्यूटर में एंटी वायरस अपडेट रखें।
अगर गलती से लिंक पर क्लिक हो जाए तो क्या करें?
अगर आपने अनजाने में उस लिंक पर क्लिक कर दिया है या अपनी जानकारी भर दी है, तो तुरंत ये कदम उठाएं:
- अपने बैंक और कार्ड कंपनी से संपर्क कर सभी ट्रांजैक्शन को ब्लॉक कराएं
- सभी ऑनलाइन अकाउंट्स के पासवर्ड और UPI पिन तुरंत बदलें
- www.cybercrime.gov.in पर जाकर साइबर क्राइम रिपोर्ट दर्ज करें
- अपने नजदीकी साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत करें
- फर्जी ईमेल का स्क्रीनशॉट लेकर Google या मेल सर्विस को स्पैम रिपोर्ट करें
PIB और आयकर विभाग ने क्या कहा?
PIB फैक्ट चेक और आयकर विभाग दोनों ने इस स्कैम को लेकर ट्वीट कर जनता को चेतावनी दी है। उन्होंने साफ कहा है कि 'PAN 2.0' नाम से कोई भी सेवा या ईमेल सरकार की तरफ से जारी नहीं की गई है। PIB ने इसे एक फिशिंग अटैक बताया है जिसका उद्देश्य है लोगों से निजी और वित्तीय जानकारी चुराना।