वैज्ञानिकों ने HydroSpread तकनीक विकसित की है, जिससे पानी की सतह पर सीधे सॉफ्ट रोबोट बनाए जा सकते हैं। अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया की टीम ने छोटे, हल्के और लचीले रोबोट तैयार किए हैं, जो पर्यावरण निगरानी, हेल्थकेयर और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सर्वेक्षण के लिए उपयोगी साबित होंगे। यह तकनीक रोबोटिक्स और स्मार्ट उपकरणों में नई क्रांति ला सकती है।
HydroSpread Technology: वैज्ञानिकों ने अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया में नई तकनीक HydroSpread विकसित की है, जो पानी की सतह पर सॉफ्ट रोबोट बनाने में सक्षम है। प्रोफेसर बाओक्सिंग ज़ू और उनकी टीम ने इस तकनीक के जरिए छोटे, हल्के और अत्यधिक लचीले रोबोट तैयार किए हैं। ये रोबोट पानी पर आसानी से चल सकते हैं और पर्यावरण निगरानी, जल स्रोतों का अध्ययन और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रिस्क फ्री सर्वे के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं। तकनीक रोबोटिक्स और स्मार्ट उपकरणों के विकास में क्रांतिकारी बदलाव लाने की क्षमता रखती है।
HydroFlexor और HydroBuckler
इस तकनीक से दो प्रोटोटाइप बनाए गए हैं: HydroFlexor और HydroBuckler। HydroFlexor फिन जैसी हरकतों से पानी पर आगे बढ़ता है, जबकि HydroBuckler पानी पर “टांगों को मोड़ते हुए” चलता है। ये रोबोट इन्फ्रारेड हीटर से ऊर्जा लेकर सक्रिय होते हैं और तापमान कंट्रोल करके उनकी गति और दिशा बदली जा सकती है।
छोटे आकार के ये रोबोट पानी के कीड़ों की तरह व्यवहार करते हैं, जिससे यह तकनीक प्राकृतिक गतियों की नकल कर सकती है। भविष्य में इन्हें सूरज की रोशनी, मैग्नेटिक फील्ड या माइक्रो हीटर्स से स्वायत्त (autonomous) रूप से नियंत्रित करने की संभावना है।
सॉफ्ट रोबोट से फ्लेक्सिबल टेक्नोलॉजी तक
HydroSpread केवल सॉफ्ट रोबोट तक सीमित नहीं है। इसका इस्तेमाल फ्लेक्सिबल इलेक्ट्रॉनिक्स, मेडिकल सेंसर, पर्यावरण निगरानी उपकरण और अन्य हल्के, टिकाऊ उपकरण बनाने में किया जा सकता है। सीधे तरल पर निर्माण होने के कारण डिवाइस ट्रांसफर की जरूरत नहीं पड़ती और निर्माण में त्रुटि की संभावना बहुत कम हो जाती है।
प्रोफेसर ज़ू का कहना है कि यह तकनीक रोबोटिक्स और स्मार्ट उपकरणों में नई क्रांति ला सकती है। छोटे, हल्के और स्वायत्त रोबोट पर्यावरण निगरानी, जल स्रोतों का अध्ययन और बाढ़ प्रभावित इलाकों में रिस्क फ्री सर्वे का काम कर सकते हैं।