बिहार दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकास योजनाओं की सौगात दी। मंच पर उपेंद्र कुशवाहा से कान में बातचीत और चिराग पासवान को नजरअंदाज करने का वीडियो चर्चा में है।
PM Modi in Bihar: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार दौरा राजनीतिक हलचल का केंद्र बना हुआ है। इस दौरान उन्होंने सिवान में 10000 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास किया और एक जनसभा को संबोधित किया। लेकिन इससे ज्यादा चर्चा में रहा प्रधानमंत्री मोदी और उपेंद्र कुशवाहा के बीच मंच पर हुई बातचीत का एक वीडियो, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने उपेंद्र कुशवाहा के कान में क्या कहा, यह सवाल अब सियासी गलियारों में चर्चाओं का विषय बन गया है। इसके साथ ही चिराग पासवान के प्रति पीएम मोदी के बदले रवैये ने भी राजनीतिक विश्लेषकों को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी का बिहार दौरा
इस साल के अंत में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा केवल योजनाओं की घोषणा तक सीमित नहीं था, बल्कि इससे कहीं ज्यादा राजनीतिक संदेश छिपे थे। उन्होंने बिहार को 10000 करोड़ रुपये की सौगात दी और सिवान में कई योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया।
सभा में कांग्रेस और राजद पर निशाना
जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार को पिछली सरकारों ने सिर्फ लूटा है और विकास के नाम पर कुछ नहीं किया। उन्होंने दोहराया कि बिहार के विकास के लिए उनका विजन स्पष्ट है और अभी बहुत कुछ करना बाकी है।
उपेंद्र कुशवाहा के साथ कान में बातचीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बीच मंच पर हुई कानाफूसी वाला वीडियो वायरल हो गया है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि पीएम मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलते हैं और फिर उपेंद्र कुशवाहा की ओर बढ़ते हैं। वह उनसे हाथ मिलाते हैं और फिर उनके कान में कुछ कहते हैं। इसके बाद दोनों नेता मुस्कुराते हैं।
इस बातचीत में क्या कहा गया, इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसे कई संकेतों के रूप में देखा जा रहा है, खासतौर पर तब जब कुछ दिनों पहले पीएम मोदी की सभा में उपेंद्र कुशवाहा और भाजपा नेता दिलीप जायसवाल का मंच से नाम नहीं लिया गया था।
चिराग पासवान के साथ बदला व्यवहार
वीडियो में एक और बात लोगों का ध्यान खींचती है। चिराग पासवान भी मंच पर मौजूद थे। पहले के दौरों में प्रधानमंत्री मोदी, चिराग को गले लगाते और गर्मजोशी से मिलते दिखे थे। लेकिन इस बार पीएम मोदी ने सिर्फ हाथ जोड़कर चिराग को नमस्कार किया और तुरंत ललन सिंह की ओर मुड़ गए।
माना जा रहा है कि चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) द्वारा आगामी विधानसभा चुनावों में स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद एनडीए में मतभेद उभरने लगे हैं। इस बार की मुलाकात में पीएम मोदी की ओर से गर्मजोशी की कमी ने अटकलों को और हवा दे दी है।
वायरल वीडियो के सियासी मायने
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी की यह रणनीति एनडीए में चल रहे मतभेदों को संभालने और उपेंद्र कुशवाहा जैसे नेताओं को साधने का प्रयास हो सकता है। कुशवाहा पिछले कुछ समय से भाजपा के करीबी माने जा रहे हैं और उनका चुनावी समीकरणों में विशेष महत्व हो सकता है।
वहीं, चिराग पासवान के साथ शिथिल व्यवहार को यह संकेत माना जा सकता है कि बीजेपी उन्हें कोई स्पष्ट संदेश देना चाहती है। चिराग पहले भी एनडीए में अपने स्वायत्त रुख को लेकर चर्चा में रहे हैं। ऐसे में मंच पर यह बदलाव भविष्य के गठबंधन की स्थिति को स्पष्ट कर सकता है।
उपेंद्र कुशवाहा को धमकी
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे से ठीक पहले उपेंद्र कुशवाहा को जान से मारने की धमकी मिलने का मामला सामने आया। उन्होंने इस बारे में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। कुशवाहा ने कहा कि उन्हें और उनके स्टाफ को फोन पर धमकी दी गई है कि अगर उन्होंने किसी पार्टी विशेष के खिलाफ बयानबाजी की तो 10 दिन के भीतर उन्हें जान से मार दिया जाएगा।