बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में मतदान शुरू होते ही दानापुर सीट सुर्खियों में है। आरजेडी प्रत्याशी रीतलाल यादव के जेल में होने के बावजूद उनकी बेटी श्वेता सिंघानिया ने मोर्चा संभाल लिया है। श्वेता ने पिता की गैरमौजूदगी में प्रचार की कमान अपने हाथों में लेकर जनता से समर्थन की अपील की है।
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में दानापुर सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है। आरजेडी प्रत्याशी और मौजूदा विधायक रीतलाल यादव इस समय जेल में बंद हैं, लेकिन उनकी बेटी श्वेता सिंघानिया ने मैदान संभालते हुए चुनाव प्रचार को नया रुख दे दिया है। श्वेता ने घर-घर जाकर मतदाताओं से मुलाकात की और कहा कि उनके पिता को झूठे मामले में फंसाया गया है। उन्होंने भावनात्मक अपील करते हुए जनता से “रीटलाल यादव के सम्मान और न्याय” के लिए वोट करने की गुजारिश की। स्थानीय लोगों के अनुसार, श्वेता की सादगी और दृढ़ता ने प्रचार अभियान को नई ऊर्जा दी है। दानापुर सीट पर अब मुकाबला केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि जनभावनाओं का प्रतीक बन चुका है।
पिता की जीत को बनाया मिशन
दानापुर सीट पर आरजेडी प्रत्याशी रीतलाल यादव की गैरमौजूदगी में उनकी बेटी श्वेता सिंघानिया ने चुनाव प्रचार की कमान संभाल ली है। श्वेता ने अपनी पढ़ाई छोड़ पिछले एक महीने से पिता के लिए लगातार प्रचार अभियान चलाया है। उन्होंने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि अब तक उन्हें राजनीति में आने की जरूरत नहीं पड़ी, लेकिन हालात ऐसे बने कि उन्हें खुद लोगों से वोट मांगना पड़ा। श्वेता ने बताया कि वह और उनका परिवार दिन-रात घर-घर जाकर जनता से संपर्क कर रहे हैं। स्थानीय लोगों के बीच श्वेता की ईमानदारी और समर्पण ने भावनात्मक माहौल बना दिया है। उन्होंने जनता से अपील की है कि इस बार वोट केवल एक प्रत्याशी के लिए नहीं, बल्कि “न्याय और सच्चाई के लिए” डाला जाए।
बेटी श्वेता ने गिनाई उपलब्धियां
दानापुर विधानसभा सीट पर आरजेडी प्रत्याशी रीतलाल यादव की बेटी श्वेता सिंघानिया ने पिता की गैरमौजूदगी में प्रचार संभालते हुए जनता से भावनात्मक जुड़ाव कायम किया है। श्वेता ने बताया कि जब वे प्रचार के दौरान लोगों से मिलीं, तो उन्हें एहसास हुआ कि उनके पिता ने क्षेत्र में कितने विकास कार्य किए हैं। उन्होंने कहा कि जनता खुद उनके पिता के कामों की गवाही दे रही है — सड़कों के निर्माण से लेकर स्कूलों और दियारा क्षेत्र के विकास तक, हर जगह रीतलाल यादव की पहल नजर आती है। श्वेता ने कहा कि वे अब केवल अपने पिता के लिए नहीं, बल्कि उनके अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए भी लोगों से समर्थन मांग रही हैं। स्थानीय मतदाताओं के अनुसार, श्वेता का सादगी भरा प्रचार अभियान लोगों के दिलों को छू रहा है।
जनता से मतदान की अपील
दानापुर विधानसभा सीट पर चुनावी माहौल चरम पर है, और आरजेडी प्रत्याशी रीतलाल यादव की बेटी श्वेता सिंघानिया ने जनता से बड़ी भावनात्मक अपील की है। उन्होंने कहा कि लोग घर से निकलकर लोकतंत्र के इस पर्व में जरूर हिस्सा लें। श्वेता ने दावा किया कि उनके पिता को झूठे मामले में फंसाया गया है और अब उनका न्याय जनता के वोट से ही तय होगा। उन्होंने कहा कि जनता बदलाव चाहती है और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार को एक नई दिशा देने का समय आ गया है।
श्वेता ने अपने संबोधन में भरोसा जताया कि इस बार दानापुर से “जनता का फैसला न्याय के पक्ष में” आएगा। उन्होंने कहा कि रीतलाल यादव ने हमेशा जनता की आवाज़ उठाई है, और अब जनता ही उनके लिए आवाज़ बनेगी।
प्रशासन पर उठाए सवाल
चुनाव प्रचार के दौरान श्वेता ने जिला प्रशासन पर नाराजगी भी जाहिर की। उन्होंने आरोप लगाया कि मतदान के दिन दियारा क्षेत्र में आवाजाही के लिए जरूरी नाव सेवाएं बंद कर दी गई हैं, जिससे कई मतदाता मतदान केंद्रों तक नहीं पहुंच पाएंगे। श्वेता ने इसे जनता के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन बताया और चुनाव आयोग से हस्तक्षेप की मांग की।
उन्होंने कहा कि यह स्थिति लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है, क्योंकि हर नागरिक को मतदान का अधिकार है। वहीं, आरजेडी कार्यकर्ताओं का कहना है कि प्रशासनिक लापरवाही से मतदाता असहज हैं। दूसरी ओर, एनडीए प्रत्याशी भी जोरदार चुनावी अभियान में जुटे हुए हैं, जिससे दानापुर सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प और करीबी हो गया है।













