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पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने पीछे छोड़ी 9 करोड़ से अधिक की संपत्ति, जानिए पूरी डिटेल

अहमदाबाद: 12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुए एक दर्दनाक विमान हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का निधन हो गया। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन जा रही थी, उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह हादसा मेघानीनगर क्षेत्र में स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर हुआ, जिसमें कई लोगों की जान गई और देशभर में शोक की लहर फैल गई। विजय रूपाणी 61 वर्ष के थे और भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता रहे। आइए जानते हैं कि निधन से पहले वे अपने पीछे कितनी संपत्ति छोड़ गए हैं।

करोड़ों की संपत्ति के मालिक थे विजय रूपाणी

विजय रूपाणी एक सफल राजनेता होने के साथ-साथ आर्थिक रूप से भी संपन्न व्यक्ति थे। वर्ष 2022 में दिए गए चुनावी हलफनामे के अनुसार, उनके पास कुल मिलाकर करीब 9.21 करोड़ रुपये की संपत्ति थी, जिसमें चल और अचल दोनों प्रकार की संपत्तियां शामिल थीं।

चल संपत्ति का ब्योरा

विजय रूपाणी की चल संपत्ति करीब 5.43 करोड़ रुपये की थी। इसमें निम्नलिखित चीजें शामिल थीं

  • नकदी: 2,10,233 रुपये
  • बैंक खातों में जमा राशि: 74,93,158 रुपये
  • शेयर और म्यूचुअल फंड निवेश: 3,00,96,412 रुपये
  • बीमा पॉलिसी का मूल्य: 16,56,122 रुपये
  • सोने-चांदी और आभूषण: 17,94,672 रुपये
  • वाहन (गाड़ियां): 17,85,480 रुपये

इन सभी संपत्तियों को मिलाकर वे एक आर्थिक दृष्टि से आत्मनिर्भर जीवन जी रहे थे और फाइनेंशियल प्लानिंग में भी वे काफी जागरूक थे।

अचल संपत्तियों में भी करोड़ों का निवेश

रूपाणी के पास लगभग 3 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां भी थीं, जिनका विवरण इस प्रकार है:

  • गैर-कृषि भूमि (राजकोट): 1.41 करोड़ रुपये
  • आवासीय संपत्ति: 2.03 करोड़ रुपये
  • वाणिज्यिक संपत्ति: 21 लाख रुपये

इनमें से अधिकतर संपत्तियां राजकोट और अहमदाबाद जैसे शहरों में स्थित थीं, जो उनके राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव के केंद्र भी रहे हैं।

पत्नी अंजलीबेन की भी थी 1.5 करोड़ की संपत्ति

विजय रूपाणी की पत्नी अंजलीबेन रूपाणी के नाम पर भी उल्लेखनीय संपत्ति थी। 2022 के चुनावी हलफनामे में दर्ज जानकारी के अनुसार, उनके पास कुल 1.5 करोड़ रुपये की संपत्ति थी, जिसमें:

  • 50 लाख रुपये की चल संपत्ति
  • 1 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति

अंजलीबेन की अचल संपत्तियां मुख्यतः अहमदाबाद और राजकोट जैसे शहरों में स्थित थीं। यह दंपति वर्षों से सामाजिक और राजनीतिक रूप से सक्रिय था और जनकल्याण कार्यों में भी नियमित योगदान देता रहा।

रूपाणी पर था 83 लाख रुपये का कर्ज

भले ही विजय रूपाणी करोड़ों की संपत्ति के मालिक थे, लेकिन उन पर कुछ देनदारियां भी थीं। वर्ष 2022 में दाखिल हलफनामे के अनुसार, उन पर करीब 83 लाख रुपये का कर्ज था। यह कर्ज उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों और करीबी सहयोगियों जैसे कि उनकी पत्नी अंजलीबेन और मित्र बिपिनभाई से लिया था।

यह कर्ज निजी जरूरतों और निवेश उद्देश्यों के तहत लिया गया था, जिसमें पारिवारिक संबंधों की प्रमुख भूमिका रही।

राजनीतिक सफर: एक साधारण नेता से मुख्यमंत्री तक का सफर

विजय रूपाणी का राजनीतिक करियर प्रेरणादायक रहा। उन्होंने अपना राजनीतिक सफर राजकोट नगर निगम से शुरू किया और भाजपा के संगठनात्मक ढांचे में विभिन्न अहम जिम्मेदारियां निभाईं। वर्ष 2016 में उन्हें गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया, जहां उन्होंने 2021 तक कार्यभार संभाला।

वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं के करीबी माने जाते थे। उनकी छवि एक शांत, सुलझे हुए और दूरदर्शी नेता की रही, जिन्होंने हमेशा संगठन और राज्य के हितों को प्राथमिकता दी।

मृत्यु के बाद देशभर में शोक की लहर

विजय रूपाणी की अचानक मृत्यु से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, गुजरात सरकार और देशभर के तमाम नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और उनके योगदान को याद किया।

उनकी अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए और उन्हें पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।

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