पटना के सब्जीबाग इलाके में पुलिस ने अवैध गेसिंग रैकेट का पर्दाफाश किया। छापेमारी में मुख्य संचालक मोहम्मद सैफुल्लाह समेत 17 लोग गिरफ्तार हुए, जबकि एक मास्टरमाइंड मोहम्मद राशिद फरार है। पुलिस ने मौके से कूपन, नकद और वॉकी-टॉकी बरामद किए और मामले की जांच जारी है।
पटना: बिहार के पटना में सब्जीबाग इलाके में पुलिस ने बड़े अवैध गेसिंग रैकेट का खुलासा किया। पीरबहोर थाना की टीम ने छापेमारी कर मुख्य संचालक मोहम्मद सैफुल्लाह समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया, जबकि एक मास्टरमाइंड मोहम्मद राशिद अभी फरार है। आरोपी पुलिस पर नजर रखने के लिए वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल कर रहे थे। मौके से गेसिंग चार्ट, कूपन, नकद और अन्य उपकरण बरामद हुए हैं। पुलिस फरार आरोपी की तलाश में सक्रिय है और मामले की जांच जारी रखी है।
सब्जीबाग इलाके में गेसिंग खेल का पुलिस ने किया पर्दाफाश
एसपी दीक्षा ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि सब्जीबाग के चंबलघाटी इलाके में गेसिंग का खेल जारी है। सूचना की पुष्टि करने के लिए एसडीपीओ टाउन के निर्देश पर पीरबहोर थाने की विशेष टीम ने छापेमारी की।
छापेमारी के दौरान 16 लोग रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए। मौके से दो गेसिंग चार्ट, बड़ी संख्या में कटे हुए गेसिंग कूपन, कैलकुलेटर और करीब 20 हजार रुपये नकद बरामद हुए। मुख्य संचालक मोहम्मद सैफुल्लाह को भी गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से अतिरिक्त नकद और कूपन बरामद हुए।
पुलिस ने बताया कि इस गिरोह का संचालन बेहद सुनियोजित था और सभी सदस्य आपस में संपर्क बनाए रखने के लिए वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल कर रहे थे।
फरार मास्टरमाइंड मोहम्मद राशिद की तलाश जारी
पुलिस जांच में सामने आया कि रैकेट का एक और मास्टरमाइंड मोहम्मद राशिद सब्जीबाग का ही निवासी है। पुलिस टीम उसके घर पहुंची, लेकिन वह पहले ही फरार हो चुका था। घर की तलाशी में गेसिंग चार्ट, पर्चियां, डेली हिसाब की पंजी, तीन वॉकी-टॉकी सेट, चार्जर और करीब 90 हजार रुपये नकद बरामद हुए।
साथ ही, तलाशी में चार जिंदा कारतूस भी मिले, जिस पर आर्म्स एक्ट के तहत अलग मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि आरोपी पुलिस की हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल कर रहे थे।
पुलिस ने 17 आरोपियों को किया गिरफ्तार
अब तक कुल 17 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सभी आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और पुलिस जांच में जुटी है। एसपी दीक्षा ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और फरार मास्टरमाइंड राशिद की तलाश के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि गेसिंग रैकेट के संचालन में आपसी समन्वय बनाए रखने और पुलिस की गतिविधियों की जानकारी लेने के लिए वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल किया जा रहा था।