अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को मोहाली कोर्ट ने आय से अधिक संपत्ति मामले में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। उन्हें नाभा जेल भेजा गया है। अगली सुनवाई 18 जुलाई को होगी।
Punjab: पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को एक बार फिर कानूनी संकट का सामना करना पड़ रहा है। मोहाली की अदालत ने उन्हें आय से अधिक संपत्ति मामले में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इससे पहले वह 11 दिन तक विजिलेंस रिमांड पर थे। अब उन्हें नाभा जेल भेजा जाएगा और इस मामले की अगली सुनवाई 18 जुलाई 2025 को तय की गई है।
विजिलेंस रिमांड के दौरान चली पूछताछ
बिक्रम सिंह मजीठिया को विजिलेंस विभाग ने 25 जून को अमृतसर के एक पॉश इलाके से गिरफ्तार किया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने 540 करोड़ रुपये से अधिक की ड्रग मनी को वैध संपत्तियों में बदला। गिरफ्तारी के बाद उन्हें विजिलेंस रिमांड पर भेजा गया, जहां कई राज्यों में फैली उनकी संपत्तियों की जांच की गई।
सरकारी वकील ने कोर्ट को बताया कि मजीठिया की संपत्तियां हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में हैं, जिनकी जांच की जा रही है। कोर्ट ने रिमांड समाप्त होने के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया।
हाई कोर्ट में लंबित है सुनवाई
इस मामले को लेकर मजीठिया ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में भी याचिका दाखिल की है। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी और रिमांड को अवैध बताया है। न्यायमूर्ति त्रिभुवन दहिया की पीठ ने राज्य सरकार से निर्देश मांगते हुए अगली सुनवाई की तारीख 8 जुलाई तय की है।
मजीठिया का आरोप
बिक्रम सिंह मजीठिया ने अदालत में कहा कि उनके खिलाफ की जा रही कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि चूंकि वे एक मुखर आलोचक और मौजूदा सरकार के विरोधी हैं, इसलिए उन्हें फंसाया जा रहा है। उन्होंने इसे एक सुनियोजित प्रयास बताया जिसका उद्देश्य उनकी छवि को नुकसान पहुंचाना और राजनीतिक रूप से हाशिए पर लाना है।
2021 की रिपोर्ट बनी कार्रवाई की आधारशिला
राज्य सरकार की ओर से कहा गया है कि 2021 में दर्ज की गई एक एफआईआर और विजिलेंस ब्यूरो की जांच रिपोर्ट में मजीठिया के खिलाफ पुख्ता सबूत सामने आए हैं। आरोप है कि उन्होंने ड्रग मनी को वैध संपत्तियों में बदलने के लिए कई स्तरों पर लेनदेन किए। यह भी आरोप है कि इन संपत्तियों का कोई स्पष्ट वैध स्रोत नहीं है।
मोहाली कोर्ट के आदेश के बाद अब बिक्रम सिंह मजीठिया को नाभा जेल भेजा गया है। वहां उन्हें अन्य आरोपियों से अलग सुरक्षा में रखा जाएगा। जेल प्रशासन को विशेष निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी स्थिति में सुरक्षा में कोई चूक न हो।