रचित प्रिंट्स का IPO BSE SME प्लेटफॉर्म पर ₹149 के भाव पर लिस्ट हुआ, लेकिन शेयर ₹119.20 पर खुलने के कारण निवेशकों को 20% नुकसान हुआ। कंपनी मैट्रेस इंडस्ट्री के लिए खास फैब्रिक बनाती है और IPO से जुटाए गए ₹19.50 करोड़ का इस्तेमाल प्लांट, मशीनरी, लोन रिडक्शन और वर्किंग कैपिटल में किया जाएगा।
Rachit Prints IPO Listing: रचित प्रिंट्स, जो स्लीपवेल, कुरलॉन और प्राइम कंफर्ट जैसे ब्रांड्स को B2B फैब्रिक सप्लाई करती है, का IPO BSE SME प्लेटफॉर्म पर ₹149 के इश्यू प्राइस पर लिस्ट हुआ। हालांकि, शेयर ₹119.20 पर खुला और बाद में ₹114 पर गिर गया, जिससे निवेशकों को 23.49% का नुकसान हुआ। कंपनी ने ₹19.50 करोड़ का IPO सब्सक्रिप्शन 1-3 सितंबर के बीच जुटाया था, जिसे प्लांट व मशीनरी खरीद, लोन रिडक्शन और वर्किंग कैपिटल के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। वित्तीय रूप से कंपनी मजबूत है, 2023 से 2025 के बीच मुनाफा ₹32 लाख से बढ़कर ₹4.56 करोड़ हुआ।
लिस्टिंग के पहले दिन का हाल
Rachit Prints के IPO के तहत शेयरों की शुरुआती कीमत ₹149 थी। आज BSE पर इनकी एंट्री ₹119.20 पर हुई। इसके बाद लिस्टिंग के दौरान शेयर गिरकर ₹114 तक आ गए। इसका मतलब है कि आईपीओ निवेशक अब 23.49% घाटे में हैं। IPO के समय करीब दो गुना सब्सक्रिप्शन मिलने के बावजूद निवेशकों को लिस्टिंग गेन नहीं मिला।
IPO से जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल
Rachit Prints का IPO ₹19.50 करोड़ का था और यह 1 से 3 सितंबर 2025 के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। IPO ओवरऑल 1.97 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 1.00 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 1.25 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 2.74 गुना भरा गया था।
IPO के तहत 13.09 लाख नए शेयर 10 रुपए की फेस वैल्यू पर जारी किए गए। जुटाए गए फंड में से ₹4.40 करोड़ प्लांट और मशीनरी की खरीद के लिए, ₹1.32 करोड़ कर्ज घटाने के लिए, ₹9.50 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों के लिए और शेष पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च किए जाएंगे।
कंपनी का बिजनेस मॉडल
Rachit Prints की स्थापना 2003 में हुई थी। कंपनी B2B मॉडल पर काम करती है और विशेष प्रकार के प्रिंटेड व निटेड फैब्रिक तैयार करती है। इसके ग्राहक स्लीपवेल, कुरलॉन और प्राइम कंफर्ट जैसे बड़े ब्रांड हैं। कंपनी के प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में निटेड फैब्रिक, रैप निट, प्रिंटेड फैब्रिक और फ्लेम रेजिस्टेंस फैब्रिक शामिल हैं।
कंपनी फैब्रिक का निर्माण करके ब्रांड्स को सप्लाई करती है। ये ब्रांड इसे अपने प्रोडक्ट्स बनाने में इस्तेमाल करते हैं। कंपनी का बिजनेस लगातार बढ़ रहा है और यह अपने उद्योग में विश्वसनीय सप्लायर के रूप में पहचानी जाती है।
वित्तीय सेहत और ग्रोथ
Rachit Prints की वित्तीय सेहत लगातार मजबूत रही है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा ₹32 लाख था, जो वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर ₹2.03 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹4.56 करोड़ पर पहुंच गया। इसी दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 12% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹41.78 करोड़ हो गई।
कंपनी का कर्ज भी नियंत्रण में है। वित्त वर्ष 2023 के अंत में कर्ज ₹14.79 करोड़ था, जो वित्त वर्ष 2024 के अंत में ₹6.38 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 के अंत में ₹9.23 करोड़ पर पहुंचा। यह दर्शाता है कि कंपनी ने निवेश और वित्तीय प्रबंधन में संतुलन बनाए रखा है।
शेयर गिरा, क्या निवेशकों को राहत मिलेगी?
IRachit Prints का IPO निवेशकों के लिए शुरुआती झटका लेकर आया है। ₹149 के शेयर की तुलना में लिस्टिंग पर 20% की गिरावट देखी गई। कंपनी की वित्तीय सेहत मजबूत है और इसके बिजनेस मॉडल में निरंतर ग्रोथ दिखाई दे रही है। जुटाए गए फंड का उपयोग प्लांट और मशीनरी, कर्ज घटाने और वर्किंग कैपिटल के लिए किया जाएगा। भविष्य में कंपनी के प्रोडक्ट्स और बाजार विस्तार के चलते कारोबारी संभावनाएं बनी हुई हैं।