राजस्थान में कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के नकली खाद और बीज को लेकर दिए गए बयान से राजनीतिक माहौल गरमा गया है। उनके बयान पर अब कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे सरकार की नाकामी करार दिया है।
जयपुर: राजस्थान में किसानों के लिए नकली खाद और बीज का मुद्दा अब राजनीतिक बवंडर का रूप ले चुका है। हाल ही में प्रदेश के कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा द्वारा नकली खाद और बीज को लेकर दिए गए बयान के बाद कांग्रेस ने राज्य की भाजपा सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए राज्य और केंद्र सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।
जब मंत्री को ही करनी पड़े छापेमारी, तो व्यवस्था पर बड़ा सवाल - डोटासरा
गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि यह बेहद चिंताजनक है कि खुद कृषि मंत्री को औचक निरीक्षण करके नकली खाद-बीज की फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, जब मंत्री को ही सिस्टम पर भरोसा नहीं है और उन्हें खुद मैदान में उतरकर कार्रवाई करनी पड़ रही है, तो इससे साफ होता है कि प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह फेल है।
डोटासरा ने तंज कसते हुए पूछा कि जब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पिछले डेढ़ साल से हर विभाग की समीक्षा कर रहे हैं, तो आखिर यह इतना बड़ा घोटाला उनसे कैसे छिपा रह गया?
गुजरात से नकली माल? कांग्रेस ने उठाया संघीय ढांचे पर सवाल
कृषि मंत्री किरोड़ी मीणा ने अपने बयान में दावा किया था कि नकली खाद और बीज की आपूर्ति मुख्य रूप से गुजरात से हो रही है। इस पर डोटासरा ने कहा कि यह न केवल राजस्थान बल्कि देशभर के किसानों के साथ धोखा है। उन्होंने कहा, अगर केंद्र शासित राज्यों से नकली माल आ रहा है, तो केंद्र सरकार की भूमिका भी जांच के घेरे में है। क्या FCI और अन्य केंद्रीय एजेंसियां पूरी तरह सो रही हैं?
डोटासरा ने पूछा कि जिन 34 फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ हुआ है, उनके खिलाफ अब तक क्या कानूनी कार्रवाई की गई? कितने लोगों को गिरफ्तार किया गया? क्या इन कंपनियों के लाइसेंस रद्द हुए हैं? उन्होंने कहा, यह सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह किसानों को यह भरोसा दिलाए कि उनकी फसल और मेहनत से कोई खिलवाड़ नहीं करेगा। लेकिन सरकार अभी तक सिर्फ बयानों से काम चला रही है।
कांग्रेस की मांगें: जांच आयोग और पारदर्शिता
कांग्रेस नेता ने इस मामले में स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इस घोटाले पर एक विशेष जांच आयोग (SIT) बनाना चाहिए जो पूरे मामले की तह तक जाकर दोषियों को सजा दिलाए। साथ ही, डोटासरा ने यह भी मांग की कि किसानों को इस अवधि में हुई किसी भी प्रकार की फसल हानि का मुआवजा तुरंत दिया जाए और भविष्य में ऐसे घोटालों से बचाव के लिए खाद-बीज वितरण प्रणाली में टेक्नोलॉजी आधारित निगरानी प्रणाली लागू की जाए।
बता दें कि 29 मई 2025 को कृषि मंत्री किरोड़ी मीणा ने किशनगढ़ में औचक छापा मारकर नकली खाद-बीज बनाने वाली 34 फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ किया था। ये फैक्ट्रियां अजमेर जिले के उदयपुर कलां, डिंडवाड़ा और चोसला गांव में चल रही थीं। यहां मार्बल पाउडर, बजरी, मिट्टी और रंगीन केमिकल मिलाकर नकली डीएपी और यूरिया तैयार किया जा रहा था, जिसे इफको ब्रांड के नाम पर बाजार में बेचा जा रहा था।