रामगढ़ ताल झील गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में स्थित एक प्राकृतिक जलाशय है। 1970 में इसकी अधिकतम जलफैलाव 723 हेक्टेयर था, जिसमें इसकी परिधि लगभग 18 किमी थी—वर्तमान में इसका आकार लगभग 678 हेक्टेयर है
रामगढ़ ताल झील गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में स्थित एक प्राकृतिक जलाशय है। 1970 में इसकी अधिकतम जलफैलाव 723 हेक्टेयर था, जिसमें इसकी परिधि लगभग 18 किमी थी—वर्तमान में इसका आकार लगभग 678 हेक्टेयर है
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि-
इतिहासकार राजबली पांडे के अनुसार, गोरखपुर का प्राचीन नाम "रामग्राम" था और उस क्षेत्र में कोलिया गणराज्य स्थापित था। उस समय राप्ती नदी यहीं से गुजरती थी; बाद में जब नदी का मार्ग बदल गया, तो रामगढ़ ताल उसका अवशेष बन गया
विकास और संरक्षण
विकास और संरक्षण
- 1985 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह ने रामगढ़ ताल को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना बनाई, लेकिन उनकी मृत्यु के बाद यह प्रयास अधूरा रह गया ।
- 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर का पर्यटन स्थल बनाने का संकल्प लिया और वेटलैंड मैनेजमेंट नियमों के तहत संरक्षण की पहल भी की ।
- वर्तमान में राष्ट्रीय हरिताधिकरण (एनजीटी) इस क्षेत्र की देखरेख करता है और झील के आसपास 500 मीटर तक किसी भी निर्माण पर रोक लगा रखी है।
- हालांकि आसपास बसे उपनगरीय इलाकों से पैदा होने वाले सीवेज से जल की गुणवत्ता में गिरावट आई है ।
झील के किनारे बनाए गए ड्राइववे और "नौका विहार" परिसर के कारण यहां "पूर्वांचल का मैरीन ड्राइव" जैसा नामकरण भी लोकप्रिय हुआ है ।