रुबिकॉन रिसर्च के ₹1,377 करोड़ के आईपीओ का निवेशकों ने शानदार रिस्पांस दिया और इसे 109 गुना से अधिक सब्सक्राइब किया गया। अलॉटमेंट अब जारी हो चुका है और निवेशक इसे बीएसई या रजिस्ट्रार MUFG की वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं। ग्रे मार्केट प्रीमियम 27% तक है, जिससे लिस्टिंग पर मुनाफे के संकेत मिल रहे हैं।
Rubicon Research IPO Allotment: फार्मा कंपनी रुबिकॉन रिसर्च के ₹1,377.50 करोड़ के आईपीओ का अलॉटमेंट जारी हो गया है। निवेशक इसे बीएसई और रजिस्ट्रार MUFG की वेबसाइट पर देख सकते हैं। इस इश्यू को हर कैटेगरी के निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला और इसे कुल 109.35 गुना सब्सक्राइब किया गया। आईपीओ में ₹500 करोड़ नए शेयर जारी किए गए हैं, जिनसे कंपनी का कर्ज कम करने और अन्य कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च करने की योजना है। लिस्टिंग 16 अक्टूबर को बीएसई और एनएसई पर होगी और ग्रे मार्केट प्रीमियम 27% तक दिखा रहा है, जो मजबूत लिस्टिंग के संकेत हैं।
अलॉटमेंट कैसे चेक करें
BSE वेबसाइट के जरिए
- सबसे पहले BSE IPO अलॉटमेंट स्टेटस लिंक https://www.bseindia.com/investors/appli_check.aspx पर जाएं।
- इश्यू टाइप में ‘Equity’ चुनें।
- इश्यू नाम में Rubicon Research भरें।
- अपना एप्लीकेशन नंबर या PAN डालें।
- 'I’m not a robot' ऑप्शन पर क्लिक करें।
- 'Search' पर क्लिक करने के बाद स्क्रीन पर अलॉटमेंट स्टेटस दिखाई देगा।
रजिस्ट्रार (MUFG) की वेबसाइट के जरिए
- MUFG IPO अलॉटमेंट लिंक https://in.mpms.mufg.com/Initial_Offer/public-issues.html पर जाएं।
- कंपनी की लिस्ट में Rubicon Research चुनें।
- PAN, एप्लीकेशन नंबर, DP/Client ID या अकाउंट नंबर/IFSC में से किसी एक के अनुसार डिटेल्स भरें।
- 'Submit' पर क्लिक करें।
- स्क्रीन पर शेयरों का अलॉटमेंट स्टेटस दिखाई देगा।
IPO को मिला जबरदस्त रिस्पॉन्स
रुबिकॉन रिसर्च के आईपीओ में निवेशकों ने ₹461-₹485 के प्राइस बैंड में 30 शेयरों के लॉट में आवेदन किया। यह इश्यू कुल मिलाकर 109.35 गुना सब्सक्राइब हुआ। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए हिस्सा 102.70 गुना भरा गया, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) 152.87 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 37.40 गुना था। एंप्लॉयीज का हिस्सा 17.68 गुना सब्सक्राइब हुआ।
इस आईपीओ के तहत ₹500 करोड़ के नए शेयर जारी हो रहे हैं। इसके अलावा 1.80 करोड़ शेयर ऑफर फॉर सेल के तहत बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को पैसा मिलेगा। नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से लगभग ₹310 करोड़ कर्ज चुकाने में इस्तेमाल होंगे, जबकि बाकी राशि अधिग्रहण और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च की जाएगी।
लिस्टिंग पर मुनाफे के संकेत
ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) के अनुसार, रुबिकॉन रिसर्च के शेयर ₹133 यानी आईपीओ के अपर प्राइस बैंड से 27.42 प्रतिशत ऊपर ट्रेड कर रहे हैं। यह संकेत देता है कि शेयर लिस्टिंग पर मजबूत प्रॉफिट देने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि लिस्टिंग का वास्तविक प्रदर्शन कंपनी की कारोबारी सेहत और उस दिन मार्केट की स्थिति पर निर्भर करेगा।
कंपनी के बारे में
रुबिकॉन रिसर्च की स्थापना 1999 में हुई थी। जून 2025 तक इसके पोर्टफोलियो में 72 अमेरिकी FDA अप्रूव्ड ANDA और NDA प्रोडक्ट्स हैं। कंपनी के पास 66 कॉमर्शियल प्रोडक्ट्स हैं जिनका अमेरिकी जेनेरिक मार्केट में कुल मूल्य $245.57 करोड़ है। वित्त वर्ष 2024 में इसमें रुबिकॉन की हिस्सेदारी $19.5 करोड़ थी।
इसके अलावा, कंपनी के पास अमेरिका के बाहर ऑस्ट्रेलिया, यूके, सिंगापुर, सऊदी अरब और UAE में 48 प्रोडक्ट्स फाइल या रजिस्टर्ड हैं। भारत में कंपनी की तीन मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी और दो आरएंडडी फैसिलिटीज हैं, जिनमें से एक भारत में और एक कनाडा में स्थित है।
वित्तीय प्रदर्शन
रुबिकॉन रिसर्च का वित्तीय प्रदर्शन लगातार मजबूत रहा है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी को ₹16.89 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ था। लेकिन वित्त वर्ष 2024 में यह ₹91.01 करोड़ के मुनाफे में बदल गया और वित्त वर्ष 2025 में बढ़कर ₹134.36 करोड़ पर पहुंच गया। कंपनी की टोटल इनकम सालाना 75 प्रतिशत से अधिक की CAGR से बढ़कर ₹1,296.22 करोड़ हो गई।
चालू वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2025) में कंपनी को ₹43.30 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹356.95 करोड़ की टोटल इनकम हासिल हुई। जून तिमाही के अंत में कंपनी पर ₹495.78 करोड़ का कर्ज था और रिजर्व एवं सरप्लस में ₹397.50 करोड़ उपलब्ध थे।