फोन को चार्जिंग के दौरान इस्तेमाल करना आम आदत लग सकता है, लेकिन यह बैटरी, डिवाइस और सुरक्षा पर गंभीर असर डाल सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार भारी ऐप्स, गेम्स या इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय चार्जिंग पर फोन का उपयोग ओवरहीटिंग, शॉर्ट सर्किट और साइबर खतरों को जन्म दे सकता है। सावधानी बरतना और प्रमाणित चार्जर का इस्तेमाल करना जरूरी है।
Phone Security Alert: स्मार्टफोन को चार्जिंग के दौरान इस्तेमाल करना अब जोखिम भरा साबित हो रहा है। देशभर में उपयोगकर्ता सुबह से रात तक अपने फोन का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन काम या मनोरंजन के लिए चार्जिंग पर फोन चलाना बैटरी की क्षमता घटाने, ओवरहीटिंग और शॉर्ट सर्किट जैसी समस्याओं को बढ़ा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार यह आदत साइबर खतरों और प्राइवेसी रिस्क को भी जन्म देती है। इसलिए फोन को चार्ज करते समय हल्के काम ही करना सुरक्षित माना जाता है।
बैटरी और परफॉर्मेंस पर असर
फोन को चार्जिंग पर इस्तेमाल करने से बैटरी लगातार चार्ज और डिस्चार्ज होती रहती है, जिससे इसकी क्षमता धीरे-धीरे घटती है। लंबे समय तक यह आदत बनी रहे तो बैटरी जल्दी खराब हो सकती है और फोन की परफॉर्मेंस प्रभावित होती है। इसके अलावा, चार्जिंग के दौरान भारी ऐप्स या गेम्स चलाने से बैटरी और प्रोसेसर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जो ओवरहीटिंग की समस्या पैदा कर सकता है।
इलेक्ट्रिकल डैमेज और शॉर्ट सर्किट का जोखिम
चार्जिंग के दौरान फोन का इस्तेमाल करना इलेक्ट्रिकल डैमेज का जोखिम बढ़ा देता है। नकली चार्जर या खराब वायरिंग के कारण शॉर्ट सर्किट हो सकता है। कई मामलों में उपयोगकर्ताओं को कॉल करते समय करंट लगने की घटनाएं भी सामने आई हैं। यह आदत गंभीर सुरक्षा खतरों को जन्म दे सकती है।
डेटा और प्राइवेसी को खतरा
सार्वजनिक जगहों पर चार्जिंग पॉइंट्स का उपयोग करते समय फोन का इस्तेमाल करना साइबर खतरे को बढ़ा सकता है। ‘जूस जैकिंग’ जैसी तकनीक के जरिए हैकर्स आपके निजी डेटा तक पहुंच सकते हैं। इसका मतलब है कि केवल बैटरी नहीं बल्कि आपकी प्राइवेसी भी जोखिम में पड़ सकती है।
सुरक्षित उपयोग के टिप्स
फोन को चार्जिंग पर इस्तेमाल करते समय केवल जरूरी काम ही करें, जैसे मैसेज चेक करना या कॉल उठाना। गेम खेलना, वीडियो देखना या भारी ऐप्स का इस्तेमाल पूरी तरह से टालें। हमेशा कंपनी द्वारा प्रमाणित चार्जर और केबल का ही उपयोग करें ताकि बैटरी और डिवाइस की सुरक्षा बनी रहे।