बांके बिहारी मंदिर में VIP दर्शन व्यवस्था बंद कर दी गई है। अब सभी श्रद्धालु समान रूप से दर्शन करेंगे। लाइव प्रसारण शुरू होगा। सुरक्षा व्यवस्था में सुधार, बंद कमरे का उद्घाटन और मंदिर खुलने का समय बढ़ाया जाएगा।
Vrindavan: मथुरा जिले के वृंदावन में स्थित प्रसिद्ध श्री बांके बिहारी मंदिर में देशभर से रोजाना हजारों श्रद्धालु दर्शन और पूजा के लिए आते हैं। हाल ही में मंदिर प्रबंधन समिति ने दर्शन व्यवस्था में बड़ा बदलाव करने का फैसला लिया है। समिति ने शुक्रवार को घोषणा की कि अब मंदिर में VIP दर्शन की सुविधा तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी जाएगी।
इस फैसले के बाद अब मंदिर में सभी श्रद्धालु लाइन में लगकर समान रूप से दर्शन कर सकेंगे। VIP कटघरा भी हटा दिया गया है, जिससे मंदिर प्रशासन पर किसी प्रकार के भेदभाव का आरोप नहीं लगेगा।
सीधे प्रसारण और सुरक्षा में सुधार
मंदिर में अब दर्शन के लिए सीधा लाइव प्रसारण (Live Streaming) शुरू किया जाएगा। इसका उद्देश्य है कि देश के किसी भी हिस्से से श्रद्धालु घर बैठे ही ठाकुर जी के दर्शन कर सकें।
सुरक्षा व्यवस्था में भी बदलाव किया जा रहा है। मंदिर में अब पुलिस या निजी गार्डों के बजाय पूर्व सैनिक और प्रोफेशनल सुरक्षा एजेंसियों को जिम्मेदारी दी जाएगी। इससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा बेहतर होगी और मंदिर के अंदर भीड़-भाड़ पर नियंत्रण रखा जा सकेगा।
एसएसपी अगले तीन दिनों में यह तय करेंगे कि कौन-कौन से द्वार से प्रवेश और निकास होगा। साथ ही मंदिर को अब गर्मियों में तीन घंटे और सर्दियों में पौने तीन घंटे अधिक समय तक खोला जाएगा, ताकि श्रद्धालु आराम से दर्शन कर सकें।
वर्षों से बंद कमरे का उद्घाटन और ऑडिट
मंदिर प्रबंधन समिति ने यह भी निर्णय लिया है कि मंदिर के गर्भगृह में वर्षों से बंद कमरे को खोला जाएगा। इसे देखने और रिकॉर्ड करने के लिए वीडियोग्राफी भी की जाएगी, ताकि हर चीज का स्पष्ट रिकॉर्ड तैयार किया जा सके।
साथ ही मंदिर के भवन का IIT रुड़की से संरचनात्मक ऑडिट कराया जाएगा। इसका उद्देश्य है कि मंदिर की सुरक्षा और संरचना की स्थिति का पता चले। समिति यह भी पता लगाएगी कि मंदिर की कुल चल-अचल संपत्ति क्या-क्या है।
विशेष ऑडिट के तहत वर्ष 2013 से 2016 तक की अनियमितताओं की जांच कराई जाएगी और 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट समिति के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी।
VIP दर्शन समाप्त करने के पीछे कारण
मंदिर प्रशासन का कहना है कि VIP दर्शन व्यवस्था के कारण अक्सर धक्का-मुक्की और विवाद पैदा हो जाते थे। कई बार अलग-अलग धर्मस्थलों और कार्यक्रमों में आगंतुकों के बीच असमानता का आरोप भी लग चुका है।
अब सभी श्रद्धालु समान रूप से लाइन में लगकर दर्शन करेंगे। इससे न केवल दर्शनार्थियों की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि मंदिर के प्रशासनिक कामकाज में भी पारदर्शिता आएगी।
लाइव प्रसारण से देशभर के जुड़े श्रद्धालु
सीधा प्रसारण की सुविधा शुरू करने के पीछे उद्देश्य यह भी है कि देशभर और विदेशों में बसे भक्त घर बैठे ही मंदिर दर्शन कर सकें। इससे मंदिर में भीड़ कम होगी और दर्शन का अनुभव सभी के लिए समान रहेगा। समिति ने यह स्पष्ट किया है कि मंदिर में आने वाले सभी श्रद्धालु अब किसी प्रकार के विशेष अधिकार या सुविधा के बिना दर्शन कर सकेंगे, ताकि प्रशासनिक निष्पक्षता बनी रहे।
सुरक्षा व्यवस्था में सुधार
अब मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी पूर्व सैनिक और प्रोफेशनल एजेंसियों को सौंपी जाएगी। इससे मंदिर में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचाव संभव होगा। एसएसपी जल्द ही प्रवेश और निकासी द्वार तय करेंगे। इसके अलावा मंदिर के भीतर सुरक्षा कैमरों और निगरानी प्रणाली का विस्तार किया जाएगा।
मंदिर प्रशासन का कहना है कि ये सभी बदलाव श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और प्रशासनिक पारदर्शिता को ध्यान में रखकर किए गए हैं। मंदिर के मुख्य अधिकारी ने कहा कि अब मंदिर में किसी को भी विशेषाधिकार या VIP सुविधा नहीं मिलेगी और हर व्यक्ति को समान रूप से दर्शन करने का अवसर मिलेगा।