Cyber Police ने Zupedia ऐप और Zupedia.com वेबसाइट के जरिए चल रहे ऑनलाइन निवेश स्कैम को लेकर चेतावनी जारी की है। फ्रॉड करने वाले लोगों का भरोसा जीतकर उन्हें फर्जी निवेश योजनाओं में फंसाते हैं। यूजर्स के अकाउंट खाली होने और आर्थिक नुकसान का खतरा बढ़ रहा है।
Zupedia Alert: साइबर पुलिस ने Zupedia ऐप और Zupedia.com वेबसाइट के जरिए हो रहे ऑनलाइन निवेश धोखाधड़ी के बारे में लोगों को सतर्क किया है। कश्मीर साइबर पुलिस ने X और Facebook प्लेटफॉर्म पर एडवाइजरी साझा कर यूजर्स को फर्जी निवेश योजनाओं में फंसने से बचने की सलाह दी है। इस स्कैम में लोग रजिस्ट्रेशन और कंटेंट रेटिंग के बाद छोटे-छोटे निवेश से भरोसा जीतने के बाद बड़ी रकम लगाने के लिए प्रेरित किए जाते हैं। समय रहते शिकायत दर्ज करने से आर्थिक नुकसान की भरपाई की संभावना बढ़ जाती है।
साइबर पुलिस ने जारी की चेतावनी
Cyber Police ने Zupedia ऐप और Zupedia.com वेबसाइट के जरिए चल रहे ऑनलाइन निवेश स्कैम के बारे में लोगों को सतर्क किया है। अधिकारियों के अनुसार, फ्रॉड करने वाले पहले लोगों का भरोसा जीतते हैं और उन्हें फर्जी निवेश योजनाओं में फंसाते हैं। कश्मीर साइबर पुलिस ने X और Facebook प्लेटफॉर्म पर एडवाइजरी साझा कर आम नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है, क्योंकि इन ऐप्स और वेबसाइट्स के जरिए धोखाधड़ी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
फ्रॉड का तरीका
Zupedia स्कैम में शुरुआती चरण में यूजर्स को ऐप या वेबसाइट पर रजिस्टर कराया जाता है और फिर ऑनलाइन कंटेंट रेटिंग करने को कहा जाता है। कुछ दिनों के बाद, निवेश के नाम पर 1,950, 8,000 और 24,000 रुपये जैसी रकम से रिचार्ज करने के लिए राजी किया जाता है। शुरुआती भुगतान से यूजर्स का भरोसा जीत लिया जाता है और फिर अधिक निवेश करवाया जाता है।
इसके बाद अक्सर लोग अपनी कमाई तक निकाल नहीं पाते और गंभीर आर्थिक नुकसान उठाते हैं। कुछ मामलों में ठगों ने यूजर्स के अकाउंट पूरी तरह खाली कर दिए हैं। यह स्कैम विशेष रूप से ऑनलाइन निवेश के नए और अनुभवहीन यूजर्स के लिए खतरा है।
कैसे बचें और शिकायत दर्ज करें
सरकार ने प्रभावित लोगों के लिए साइबर क्राइम शिकायत दर्ज करने का आसान तरीका बताया है। Zupedia स्कैम के शिकार हुए यूजर्स तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल
पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इसके अलावा, हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर भी शिकायत की जा सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, समय रहते शिकायत दर्ज करने से आर्थिक नुकसान की भरपाई और पैसा वापस मिलने की संभावना बढ़ जाती है।