सीतापुर में पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी की हत्या के मामले में फरार चल रहे दोनों शूटर पुलिस एनकाउंटर में मारे गए। राजू उर्फ रिजवान और संजय उर्फ अकील की तलाश में लगी STF और पुलिस की संयुक्त टीम को यह बड़ी कामयाबी देर रात मुठभेड़ के दौरान मिली। दोनों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी की हत्या के आरोपियों को लेकर बड़ी कार्रवाई हुई है। बुधवार देर रात पिसावा थाना क्षेत्र के जल्लापुर गांव में STF, क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में दोनों वांछित शूटरों — राजू उर्फ रिजवान और संजय उर्फ अकील — को मार गिराया। दोनों आरोपी हत्या के बाद से फरार थे और इन पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस की यह कार्रवाई हत्याकांड की जांच में बड़ी सफलता मानी जा रही है।
एनकाउंटर में खत्म हुआ हत्याकांड का अध्याय
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में बुधवार देर रात एक बड़ा एनकाउंटर हुआ, जिसमें पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी हत्याकांड के दोनों वांछित शूटर मारे गए। STF, क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने पिसावा थाना क्षेत्र के जल्लापुर गांव में बदमाशों को घेर लिया। मुठभेड़ के दौरान दोनों आरोपी — राजू उर्फ रिजवान और संजय उर्फ अकील — पुलिस की गोलीबारी में ढेर हो गए। इन दोनों पर हत्या में शामिल होने का आरोप था और वारदात के बाद से ही ये फरार चल रहे थे।
STF को सौंपी गई थी जांच
पत्रकार की हत्या के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। शुरुआती जांच में स्थानीय पुलिस को जब कोई ठोस सुराग नहीं मिला, तो मामला विशेष कार्यबल (STF) को सौंपा गया। लंबे समय से इनकी तलाश की जा रही थी, जो अब जाकर खत्म हुई।
8 मार्च को हुई थी पत्रकार की हत्या
पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी की 8 मार्च को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। परिजनों के अनुसार, एक फोन कॉल के बाद वह घर से निकले थे और कुछ ही देर में उनकी हत्या की खबर मिली। घटना से इलाके में सनसनी फैल गई थी।