ग्रेटर नोएडा पुलिस ने गांजा तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए छह तस्करों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह मेघालय के शिलांग से कोरियर के जरिए गांजा मंगाकर नोएडा, दिल्ली और एनसीआर के विभिन्न इलाकों में सप्लाई करता था। पुलिस को आरोपियों के कब्जे से 41 किलो 330 ग्राम गांजा बरामद हुआ है, जिसकी बाजार कीमत करीब 20 लाख रुपये आंकी गई है।
पकड़े गए आरोपियों में गिरोह का सरगना सारांश श्रीवास्तव बीटेक पास है। बाकी आरोपियों में अमन पाल (बीफार्मा), शिवम यादव (बीबीए), आशीष कुमार झा और कृष्णा राणा (12वीं पास), और संजीव गुप्ता (10वीं पास) शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि गिरोह बीते एक साल से NCR की फैक्ट्रियों, कंपनियों और स्कूल-कॉलेज के छात्रों को गांजा सप्लाई कर रहा था।
डंपिंग यार्ड के पास हुई कार्रवाई
थाना ईकोटेक-3 पुलिस की टीम सोमवार रात चेकिंग कर रही थी, तभी डंपिंग यार्ड के सामने कुछ युवकों को गत्ते की पेटियों के साथ देखकर शक हुआ। पुलिस ने घेराबंदी कर सभी छह युवकों को पकड़ लिया। जांच में पता चला कि पांच पेटियों में कुल 41.33 किलो गांजा पैक था, जिसे स्थानीय फुटकर डीलरों और छात्रों को बेचा जाना था।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि पहली पेटी में 19.7 किलो, दूसरी में 6.77 किलो, तीसरी में 5.3 किलो, चौथी में 4.4 किलो और पांचवीं में 5.16 किलो गांजा था। पुलिस ने हर पेटी से 200-200 ग्राम सैंपल लेकर एक किलो गांजा सबूत के तौर पर अलग किया है।
ऑनलाइन भी देते थे डिलीवरी
पकड़े गए आरोपी नोएडा में किराए के मकानों में रहते थे और ऑनलाइन माध्यम से भी गांजा की सप्लाई करते थे। गिरोह के सभी सदस्य अपनी भूमिका के हिसाब से काम करते थे और मुनाफे को आपस में बांट लेते थे। पुलिस का कहना है कि आरोपी खुद भी गांजे का सेवन करते थे।
अब पुलिस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी है और सभी आरोपियों की कॉल डिटेल खंगाली जा रही है। NDPS एक्ट के तहत केस दर्ज कर सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस तस्करी नेटवर्क के बाकी सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।