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सिगाची यूनिट ब्लास्ट: तेलंगाना में धमाके से 8 की मौत, शेयर 32% टूटा! क्या अब रिकवरी मुमकिन?

सिगाची यूनिट ब्लास्ट: तेलंगाना में धमाके से 8 की मौत, शेयर 32% टूटा! क्या अब रिकवरी मुमकिन?

फार्मा सेक्टर की कंपनी सिगाची इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयरों में सोमवार को अचानक बड़ी गिरावट देखी गई। तेलंगाना के संगारेड्डी जिले स्थित कंपनी की एक यूनिट में हुए धमाके की खबर से बाजार में घबराहट फैल गई, जिसका सीधा असर स्टॉक की कीमत पर पड़ा। कंपनी का शेयर सोमवार को बीएसई पर करीब 14 प्रतिशत तक टूट गया।

शेयर बाजार खुलने के कुछ ही घंटों के भीतर सिगाची इंडस्ट्रीज का स्टॉक बड़ी गिरावट के साथ 48.82 रुपये तक फिसल गया, जो पिछले कारोबारी सत्र के मुकाबले 11.53 प्रतिशत की गिरावट को दर्शाता है। दोपहर तीन बजे तक स्टॉक इसी स्तर के आसपास ट्रेड करता रहा। निवेशकों के लिए चिंता की बात यह भी रही कि कंपनी का यह शेयर 1 अगस्त 2024 को बनाए गए 52-वीक हाई 69.89 रुपये से अब करीब 32 प्रतिशत नीचे आ चुका है।

तेलंगाना यूनिट में हादसा, आठ की मौत

जानकारी के मुताबिक, सोमवार सुबह तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के पाशम्यलारम इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित सिगाची इंडस्ट्रीज की फैक्ट्री में जोरदार धमाका हुआ। यह हादसा इतना गंभीर था कि शुरुआती रिपोर्टों में आठ लोगों की मौत और कई के घायल होने की पुष्टि की गई है। हादसे के समय यूनिट में काम कर रहे कई मजदूरों के फंसे होने की आशंका भी जताई गई है, जिनके लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया।

फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। आग पर काबू पाने के लिए दमकल की गाड़ियों को बुलाया गया। स्थानीय प्रशासन ने बताया कि रेस्क्यू कार्य तेज़ी से चल रहा है और घायल कर्मचारियों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।

धमाके की वजह पर अब भी सस्पेंस

पुलिस की शुरुआती जांच में इस हादसे को संभावित विस्फोट बताया गया है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि विस्फोट की असली वजह क्या थी। सुरक्षा मानकों की अनदेखी, गैस लीक या मशीनरी में तकनीकी खराबी — इन सब संभावनाओं की जांच की जा रही है।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि घटनास्थल की हालत को देखकर यह धमाका ही प्रतीत होता है, हालांकि फोरेंसिक टीम की रिपोर्ट के बाद ही पुख्ता तौर पर कुछ कहा जा सकेगा।

कर्मचारियों की सुरक्षा पर उठे सवाल

इस घटना ने एक बार फिर फार्मा यूनिट्स और मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स में कर्मचारियों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पाशम्यलारम इंडस्ट्रियल जोन में पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन इस तरह की गंभीर घटनाओं से यह साफ है कि सुरक्षा नियमों के पालन में कई बार ढिलाई बरती जाती है।

स्थानीय मजदूर संगठनों और सामाजिक संगठनों ने हादसे को लेकर नाराजगी जताई है और प्रशासन से मांग की है कि घायलों को बेहतर इलाज मिले और पीड़ित परिवारों को तत्काल मुआवजा दिया जाए। साथ ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो।

बाजार में फैली अनिश्चितता

इस हादसे की खबर फैलते ही सोमवार को शेयर बाजार में निवेशकों के बीच घबराहट का माहौल बन गया। खासतौर पर फार्मा सेक्टर के निवेशकों में सिगाची इंडस्ट्रीज को लेकर बेचैनी देखी गई। शुरुआती ट्रेडिंग के दौरान ही कंपनी के स्टॉक में भारी गिरावट दर्ज की गई।

ब्रोकरेज एक्सपर्ट्स का मानना है कि जब तक हादसे की पूरी जानकारी सामने नहीं आ जाती और कंपनी की ओर से कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट नहीं आता, तब तक बाजार में इस स्टॉक को लेकर अनिश्चितता बनी रहेगी। हालांकि, कंपनी के फंडामेंटल्स लंबे समय से मजबूत रहे हैं, लेकिन ऐसे हादसे शॉर्ट टर्म में निगेटिव सेंटिमेंट को जन्म देते हैं।

मार्केट पर भी पड़ा असर

सिगाची इंडस्ट्रीज का असर बाजार के दूसरे हिस्सों पर भी दिखाई दिया। सोमवार को सेंसेक्स भी करीब 459 अंकों की गिरावट के साथ 83,599.24 के स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, इस गिरावट के पीछे अन्य वैश्विक फैक्टर्स भी जिम्मेदार थे, लेकिन सिगाची जैसे मिडकैप स्टॉक्स की गिरावट ने मिडकैप इंडेक्स पर भी दबाव डाला।

कंपनी का अब तक का प्रदर्शन

सिगाची इंडस्ट्रीज एक फार्मास्युटिकल एक्सिपिएंट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है, जो मुख्य रूप से माइक्रोक्रिस्टलाइन सेलुलोज (MCC) का उत्पादन करती है। इसकी गिनती भारत की अग्रणी MCC उत्पादक कंपनियों में होती है। कंपनी के पास तेलंगाना और गुजरात में प्रोडक्शन यूनिट्स हैं।

बीते एक साल में कंपनी के शेयर ने अच्छा प्रदर्शन किया था और 1 अगस्त 2024 को इसका स्टॉक 69.89 रुपये के उच्चतम स्तर तक पहुंचा था। लेकिन ताजा घटनाक्रम के चलते निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ा है और अब स्टॉक करीब 32 प्रतिशत टूट चुका है।

कंपनी की तरफ से नहीं आया आधिकारिक बयान

घटना के कई घंटे बीत जाने के बावजूद, सिगाची इंडस्ट्रीज की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रेस रिलीज या बयान सामने नहीं आया है। निवेशक कंपनी की ओर से स्पष्टीकरण और भविष्य की कार्ययोजना का इंतजार कर रहे हैं। बाजार एक्सपर्ट्स का मानना है कि कंपनी को जल्द ही स्थिति स्पष्ट करनी होगी ताकि बाजार में बनी अस्थिरता को थोड़ा कम किया जा सके।

जांच और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

स्थानीय प्रशासन और इंडस्ट्रियल सेफ्टी डिपार्टमेंट की टीमों ने फैक्ट्री का निरीक्षण शुरू कर दिया है। घटनास्थल को फिलहाल सील कर दिया गया है और सभी रासायनिक व उपकरणों की जांच की जा रही है। वहीं, फैक्ट्री के आसपास की कई यूनिट्स में भी सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया है ताकि कोई और घटना न घटे।

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