Godfrey Phillips के शेयर 2025 में निवेशकों के लिए सोने की खान साबित हुए। कंपनी ने सालाना पैसा दोगुना किया, पिछले तीन सालों में नौ गुना मुनाफा और पांच वर्षों में लगभग 1000% की तेजी दिखाई। Marlboro ब्रांड की पॉपुलैरिटी से Godfrey Phillips ने ITC को सिगरेट मार्केट में चुनौती दी है।
Tobacco shares: कोलकाता स्थित Godfrey Phillips ने Philip Morris के साथ मिलकर Marlboro ब्रांड लॉन्च किया, जो युवाओं और नए सिगरेट पीने वालों में खास लोकप्रिय हो गया। 2025 में कंपनी के शेयरों ने निवेशकों का पैसा दोगुना कर दिया, जबकि पिछले तीन साल में नौ गुना और पांच साल में करीब 1000% उछाल दर्ज किया। ITC के पास अभी भी 75% मार्केट हिस्सेदारी है, लेकिन Marlboro और Godfrey Phillips की बढ़ती बिक्री के चलते ITC पर दबाव बढ़ता जा रहा है।
Marlboro का जादू और निवेशकों की खुशी
कोलकाता स्थित Godfrey Phillips ने Philip Morris के साथ मिलकर Marlboro ब्रांड लॉन्च किया था। इस ब्रांड ने मार्केट में खूब धमाल मचाया है। साल 2025 में Godfrey Phillips के शेयरों ने जबरदस्त तेजी दिखाई, जबकि ITC के शेयरों में 12 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। Marlboro खासकर युवा वर्ग और नए सिगरेट पीने वालों में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
कंपनी ने हाल ही में 2:1 अनुपात में बोनस शेयर भी बांटे। इससे पहले नवंबर 2014 में Godfrey Phillips ने अपने 10 रुपये के शेयर को पांच हिस्सों में बांटा था। इस तरह कंपनी लगातार अपने निवेशकों को लाभ पहुंचाती रही है।
ITC पर दबाव बढ़ा
हालांकि ITC अभी भी भारत के सिगरेट मार्केट में लगभग 75 प्रतिशत हिस्सेदारी रखता है, लेकिन उसकी पकड़ अब धीरे-धीरे कमजोर होती दिख रही है। Nomura की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल की पहली तिमाही में ITC की सिगरेट की बिक्री सिर्फ 6.5 प्रतिशत बढ़ी, जबकि Godfrey Phillips की बिक्री 27 प्रतिशत तक पहुंची। Marlboro की बिक्री तो 42 प्रतिशत तक बढ़ गई। ये आंकड़े साफ दर्शाते हैं कि ITC पर Godfrey Phillips का दबाव लगातार बढ़ रहा है।
पांच साल में Marlboro की बिक्री में तेजी
Marlboro ने ITC को कड़ी टक्कर दी है। Godfrey Phillips ने पुराने ब्रांड्स के साथ Marlboro के जरिए युवा ग्राहकों को आकर्षित किया। Emkay Global के नीतिन गुप्ता के अनुसार, पिछले पांच सालों में Godfrey Phillips की बिक्री 12 प्रतिशत बढ़ी, जबकि ITC की बिक्री केवल 5 प्रतिशत बढ़ी। Marlboro की खासियत इसका स्वाद और ब्रांडिंग है, जो युवाओं को खास पसंद आ रही है। अब कई दुकानों ने सिर्फ Godfrey Phillips के ब्रांड को ही स्टॉक करना शुरू कर दिया है।
ITC की चुनौतियां
ITC के सामने अब कई बड़ी चुनौतियां खड़ी हो गई हैं। टैक्स नियमों में अनिश्चितता, British American Tobacco की हिस्सेदारी से जुड़ी चिंताएं और Marlboro जैसी नई ब्रांड की पॉपुलैरिटी ने ITC के शेयरों पर दबाव डाल दिया है। युवा वर्ग में स्लिम सिगरेट का ट्रेंड भी बढ़ा है, क्योंकि ये स्टाइलिश दिखती हैं और स्वास्थ्य जोखिम कम माना जाता है। Nomura का कहना है कि इस वजह से ITC के मुनाफे पर लगातार दबाव बना रहेगा और साल की पहली तीन तिमाहियों में उसकी सेल ज्यादा नहीं बढ़ेगी।
भारत के सिगरेट मार्केट में बदलाव
अब भारत के सिगरेट मार्केट में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। देश में ITC, Godfrey Phillips और VST तीन बड़े खिलाड़ी हैं। ITC सबसे बड़ा है, लेकिन उसकी पकड़ कमजोर होती जा रही है। Godfrey Phillips ने पुराने ब्रांड्स और Marlboro की ताकत के कारण ITC की बाजी खराब कर दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले सालों में ITC अपनी रणनीतियों के जरिए वापसी कर सकती है, लेकिन फिलहाल मार्केट और शेयर मार्केट दोनों में Marlboro का जलवा है।
शेयर बाजार में Godfrey Phillips की चमक
Godfrey Phillips का शेयर बाजार में प्रदर्शन निवेशकों के लिए किसी सोने की खान से कम नहीं है। 2025 में तेजी के चलते कंपनी ने निवेशकों के पैसे दोगुना कर दिए। तीन साल में नौ गुना और पांच साल में 1000 प्रतिशत से अधिक उछाल ने निवेशकों को बड़ा लाभ पहुंचाया। Marlboro के बढ़ते ट्रेंड ने कंपनी की ब्रांड वैल्यू को और मजबूत किया है।
Godfrey Phillips ने साबित कर दिया है कि सही रणनीति और ब्रांडिंग से किसी भी सेक्टर में निवेशकों को शानदार रिटर्न दिए जा सकते हैं। इसके साथ ही भारतीय सिगरेट मार्केट में नए ब्रांड्स की चुनौती भी अब बड़े खिलाड़ियों के लिए गंभीर होती जा रही है।