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सियार और ढोल की कहानी, सहस और सफलता की कहानी

सियार और ढोल की कहानी, सहस और सफलता की कहानी
अंतिम अपडेट: 14-06-2024

एक बार की बात है, एक भूखा सियार खाने की तलाश में जंगल के दूसरे छोर तक पहुंच गया। अचानक, तेज हवा चली और एक पेड़ के पीछे पड़ा ढोल बज उठा। खाली जंगल में आवाज गूंज गई और सियार डर गया। उसने सोचा, “जरूर कोई भयानक जानवर उस पेड़ के पीछे छिपा होगा। इससे पहले कि वह मुझे पकड़ ले, मुझे भाग जाना चाहिए।”

फिर उसने सोचा, “मैं बिना देखे कैसे कह सकता हूं कि पेड़ के पीछे कोई खतरनाक जानवर है।” ऐसा सोचकर सियार वापस मुड़ा और पेड़ के पीछे देखा। उसने पाया कि जिससे वह डर रहा था, वह सिर्फ एक मामूली ढोल था। यह देखकर सियार की जान में जान आई और वह खाने की तलाश में आगे बढ़ गया।

 

शिक्षा

इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि साहसी व्यक्ति ही अपने कार्य में सफल होते हैं।

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