स्वच्छ भारत मिशन के तहत जारी स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में उत्तर प्रदेश ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी सफलता हासिल की है। राजधानी लखनऊ इस साल देश का तीसरा सबसे स्वच्छ शहर बना है, जोकि राज्य के लिए गर्व की बात है। बीते वर्ष 44वें स्थान पर रहे लखनऊ ने इस बार जबरदस्त सुधार करते हुए शीर्ष तीन में अपनी जगह पक्की की है। यही नहीं, लखनऊ को गार्बेज फ्री सिटी की श्रेणी में 7-स्टार रेटिंग भी प्राप्त हुई है, जो इसे प्रदेश में पहले स्थान पर लाता है।
यूपी के शहरों का दमदार प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों ने भी इस बार स्वच्छता के हर पैमाने पर शानदार प्रदर्शन किया है। आगरा, गोरखपुर, कानपुर, गाजियाबाद और प्रयागराज को 5-स्टार गार्बेज फ्री सिटी रेटिंग दी गई है, जो दर्शाता है कि बड़े और प्रमुख शहरों में अब स्वच्छता को लेकर गंभीर प्रयास हो रहे हैं।
स्वच्छता सर्वेक्षण की जनसंख्या वर्गीकरण आधारित रैंकिंग में भी यूपी को बड़ी कामयाबी मिली है।
• 10 लाख से अधिक आबादी वाले टॉप 10 शहरों में यूपी के दो शहर शामिल हुए हैं।
• इस श्रेणी के 8 शहरों को टॉप 100 में जगह मिली है।
• 3 से 10 लाख आबादी वाले 13 शहर और
• 50 हजार से 3 लाख आबादी वाले 7 शहरों को भी टॉप 100 में स्थान मिला है।
• वहीं, 20 हजार से 50 हजार आबादी वाले 5 शहर भी इस सूची में शामिल हुए हैं।
इस तरह कुल 33 शहरों ने टॉप 100 स्वच्छ शहरों की सूची में जगह बना ली है, जो दर्शाता है कि प्रदेश में हर स्तर पर स्वच्छता को लेकर ठोस काम हो रहा है।
2023-24 की तुलना में जबरदस्त सुधार
स्वच्छता की विभिन्न श्रेणियों में भी उत्तर प्रदेश ने बीते साल की तुलना में जबरदस्त प्रगति की है। नीचे दिए गए आंकड़े इस बदलाव की स्पष्ट तस्वीर पेश करते हैं
• वाटर+ कैटेगरी यूएलबी (ULB): 2023-24 में सिर्फ 2 शहर थे, अब 2024-25 में 16 शहर शामिल हो चुके हैं। यानी 700% की वृद्धि।
• ODF++ स्टेटस यूएलबी: 2023-24 में 129 शहर थे, अब इनकी संख्या बढ़कर 337 हो गई, जो कि 161% की वृद्धि को दर्शाती है।
• 5-स्टार GFC (Garbage Free City) रेटिंग: पहले केवल नोएडा था, अब 5 शहर इस सूची में हैं — 400% की वृद्धि।
• कुल GFC सर्टिफिकेशन: 2023-24 में 65 शहर थे, 2024-25 में 28% की बढ़त के साथ 84 शहरों ने स्थान पाया।
• 1-स्टार GFC रेटिंग: 2023-24 में 56 शहर थे, अब यह संख्या बढ़कर 70 शहरों तक पहुंच गई है — 25% की वृद्धि।
यह आंकड़े साफ बताते हैं कि यूपी की नगरीय निकायों ने न केवल योजनाएं बनाई हैं, बल्कि जमीन पर उन्हें सफलतापूर्वक लागू भी किया है।
गार्बेज फ्री सिटी रेटिंग में भी यूपी की मजबूत उपस्थिति
इस बार गार्बेज फ्री सिटी रेटिंग में उत्तर प्रदेश के कुल 83 शहरों को विभिन्न स्टार रेटिंग्स से सम्मानित किया गया है:
• 7-स्टार रेटिंग: लखनऊ
• 5-स्टार रेटिंग: आगरा, गोरखपुर, कानपुर, गाजियाबाद और प्रयागराज
• 3-स्टार रेटिंग: 6 नगरीय निकाय
• 1-स्टार रेटिंग: 70 नगरीय निकाय
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि प्रदेश के सभी स्तरों के नगर निकायों ने स्वच्छता में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
13 नगर निगम और नोएडा को मान्यता
स्वच्छता के एक और अहम पैमाने वॉटर+ कैटेगरी में भी यूपी को बड़ी सफलता मिली है।
इस साल प्रदेश के 13 म्युनिसिपल कॉर्पोरेशनों को इस कैटेगरी में शामिल किया गया है।
नोएडा को पहली बार इस सूची में जगह मिली है, जोकि उसके बेहतर शहरी प्रबंधन का संकेत है।
इसके अलावा बिजनौर और शमशाबाद नगर पालिका ने भी स्वच्छता मानकों पर खरा उतरते हुए अपनी जगह पक्की की है।
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