टाटा ग्रुप की प्रमुख कंपनी टाटा पावर ने गुरुवार को बाजार बंद होने से पहले एक महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। कंपनी ने बताया कि उसकी अक्षय ऊर्जा इकाई, टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (TPREL) ने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में कुल 752 मेगावाट के सोलर प्रोजेक्ट्स चालू कर दिए हैं।
टाटा ग्रुप की एनर्जी सेक्टर की प्रमुख कंपनी टाटा पावर ने गुरुवार को बाजार बंद होने से पहले बड़ा अपडेट दिया। कंपनी ने जानकारी दी कि उसकी रिन्यूएबल एनर्जी यूनिट, टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (TPREL), ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में कुल 752 मेगावाट सोलर प्रोजेक्ट्स को चालू कर दिया है। यह कंपनी की अब तक की सबसे बड़ी तिमाही उपलब्धि है।
बीते साल से दोगुनी हुई क्षमता
पिछले साल की इसी अवधि में कंपनी ने 354 मेगावाट के सोलर प्रोजेक्ट्स चालू किए थे। इस साल यह संख्या बढ़कर 752 मेगावाट तक पहुंच गई है, जो कि सालाना आधार पर 112 फीसदी की बढ़त को दर्शाता है। कंपनी के मुताबिक यह ग्रोथ उनकी मजबूत इंजीनियरिंग टीम, तेज प्रोजेक्ट एक्जीक्यूशन और सप्लाई चेन की मजबूती की वजह से संभव हो पाई है।
पूरे साल के लिए क्या है कंपनी का लक्ष्य
टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड का लक्ष्य है कि वह पूरे वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान कुल 1.7 गीगावाट यूटिलिटी ओन्ड कैपेसिटी चालू कर दे। यानी अगले तीन तिमाहियों में कंपनी को करीब 950 मेगावाट की अतिरिक्त क्षमता को जोड़ना है।
7.3 गीगावाट ऑपरेशनल कैपेसिटी तक पहुंचने का प्लान
कंपनी ने बताया कि वह साल के अंत तक 7.3 गीगावाट की कुल ऑपरेशनल कैपेसिटी तक पहुंचने की योजना पर काम कर रही है। इसमें 5.6 गीगावाट सोलर और 1.7 गीगावाट पवन ऊर्जा प्रोजेक्ट्स शामिल होंगे। टाटा पावर की योजना है कि वह हर साल अपनी रिन्यूएबल पोर्टफोलियो को और विस्तार दे, जिससे देश की क्लीन एनर्जी जरूरतों को पूरा करने में योगदान किया जा सके।
चुनौतीपूर्ण हालात में भी काम जारी
कंपनी ने कहा कि यह उपलब्धि सामान्य परिस्थितियों में नहीं, बल्कि कई चुनौतियों के बावजूद हासिल की गई है। तेज गर्मी, सप्लाई चेन में बाधा और जमीन से जुड़ी चुनौतियों के बावजूद इंजीनियरिंग टीम ने प्रोजेक्ट्स को तय समयसीमा के भीतर पूरा किया।
TPREL के अधिकारियों के मुताबिक कंपनी ने आधुनिक तकनीकों और डिजिटाइजेशन का सहारा लेते हुए लागत को भी नियंत्रित रखा और निर्माण कार्य की रफ्तार को धीमा नहीं होने दिया। टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी देशभर में अपने प्रोजेक्ट्स को फैलाने में जुटी हुई है। खासकर राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में कंपनी की मौजूदगी तेजी से बढ़ी है। कंपनी का मानना है कि भारत के हर हिस्से में क्लीन एनर्जी की जरूरत को देखते हुए इस विस्तार की रफ्तार को बनाए रखना बेहद जरूरी है।
ग्रीन एनर्जी की दिशा में बड़ा कदम
कंपनी के इस बड़े अपडेट को भारत के क्लीन एनर्जी मिशन से भी जोड़कर देखा जा रहा है। भारत सरकार का लक्ष्य है कि देश 2030 तक कुल एनर्जी कैपेसिटी का बड़ा हिस्सा रिन्यूएबल सोर्स से प्राप्त करे। टाटा पावर जैसे निजी क्षेत्र के बड़े खिलाड़ी इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
कंपनी का कहना है कि उनकी रिन्यूएबल एनर्जी इंस्टॉलेशन न सिर्फ भारत की एनर्जी जरूरतों को क्लीन तरीके से पूरा कर रही हैं, बल्कि एनर्जी सेक्टर में टिकाऊ विकास की मिसाल भी पेश कर रही हैं।
शेयर का कैसा रहा हाल
गुरुवार को जब यह जानकारी सामने आई, उस वक्त टाटा पावर का शेयर करीब 1.64 फीसदी की गिरावट के साथ 400 रुपये पर कारोबार कर रहा था। हालांकि इस गिरावट की वजह कंपनी की फंडामेंटल पर नहीं, बल्कि बाजार की सामान्य उतार-चढ़ाव से जुड़ी मानी जा रही है।
एक साल में शेयर का प्रदर्शन
पिछले एक साल की बात करें तो टाटा पावर के शेयर ने निगेटिव रिटर्न दिया है। जुलाई 2024 से जुलाई 2025 तक कंपनी के स्टॉक में करीब 7.79 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि एक्सपर्ट्स का मानना है कि रिन्यूएबल बिजनेस में लगातार विस्तार से आने वाले समय में शेयर में स्थिरता और फिर ग्रोथ देखी जा सकती है।
निगाहें अब दूसरी तिमाही पर
अब निवेशकों और बाजार की निगाह कंपनी की दूसरी तिमाही की परफॉर्मेंस पर है। यदि कंपनी तय लक्ष्य के अनुसार अगली तिमाही में भी 400 से 500 मेगावाट की नई कैपेसिटी जोड़ने में सफल होती है, तो इसका असर शेयर पर भी देखने को मिल सकता है।
हरित ऊर्जा क्षेत्र में बढ़ती होड़
भारत में टाटा पावर के अलावा अडानी ग्रीन, रिन्यू पावर, एसजेवीएन और NTPC जैसे कई खिलाड़ी रिन्यूएबल सेक्टर में एक्टिव हैं। ऐसे में प्रोजेक्ट समय पर पूरे करना और लागत को नियंत्रित रखना कंपनियों के लिए चुनौती बना हुआ है।
टाटा पावर की ओर से ताजा आंकड़े बताते हैं कि वह इस चुनौती को अच्छे से हैंडल कर रही है और लगातार खुद को रिन्यूएबल स्पेस में आगे बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठा रही है।