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ट्रंप की टैरिफ नीति के बीच रुबियो का भारत के प्रति नरम रुख, स्वतंत्रता दिवस पर दी बधाई

ट्रंप की टैरिफ नीति के बीच रुबियो का भारत के प्रति नरम रुख, स्वतंत्रता दिवस पर दी बधाई

स्वतंत्रता दिवस पर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत और अमेरिका के संबंधों को ऐतिहासिक और गहरा बताया। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग और उभरती तकनीकों में साझेदारी पर भी जोर दिया।

America: जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल के महीनों में भारत के खिलाफ टैरिफ वॉर को तेज किया है, वहीं उनके ही प्रशासन के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने एक अलग और सकारात्मक रुख अपनाया है। भारत के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रुबियो ने भारत और अमेरिका के रिश्तों को ऐतिहासिक, मजबूत और भविष्य के लिए बेहद अहम बताया।

भारत-अमेरिका संबंधों को बताया दूरगामी

रुबियो ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत और दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र अमेरिका के बीच संबंध सिर्फ ऐतिहासिक ही नहीं, बल्कि दूरगामी प्रभाव वाले हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि दोनों देश मिलकर काम करते हुए आज की आधुनिक चुनौतियों का सामना करेंगे और अपने नागरिकों के लिए एक उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करेंगे।

स्वतंत्रता दिवस पर बधाई संदेश

शुक्रवार को जारी अपने संदेश में मार्को रुबियो ने अमेरिका की ओर से भारत के लोगों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा,

"दुनिया के सबसे बड़े और सबसे पुराने लोकतंत्र के बीच संबंध बेहद महत्वपूर्ण हैं। अमेरिका और भारत मिलकर न केवल आधुनिक चुनौतियों का सामना करेंगे, बल्कि साझा मूल्यों और साझेदारी से एक बेहतर भविष्य का निर्माण करेंगे।"

हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग पर जोर

रुबियो ने अपने बयान में हिंद-प्रशांत (Indo-Pacific) क्षेत्र का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका एक अधिक शांतिपूर्ण, सुरक्षित और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए साझा दृष्टिकोण रखते हैं। इस साझेदारी के तहत दोनों देश नवाचार को बढ़ावा देते हैं, महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों (Emerging Technologies) में प्रगति करते हैं और यहां तक कि अंतरिक्ष (Space) क्षेत्र में भी मिलकर काम कर रहे हैं।

रणनीतिक साझेदारी का दायरा

अमेरिका-भारत साझेदारी सिर्फ सैन्य या सुरक्षा मामलों तक सीमित नहीं है। रुबियो ने बताया कि यह सहयोग उद्योग, तकनीक, व्यापार, रक्षा, और अंतरिक्ष अनुसंधान तक फैला हुआ है। यह संबंध न केवल सरकारी स्तर पर, बल्कि निजी क्षेत्र, शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में भी मजबूत होते जा रहे हैं।

अमेरिकी सांसद का ट्रंप को चेतावनी भरा संदेश

इसी बीच, अमेरिकी सांसद ग्रेगरी मीक्स ने हाल ही में राष्ट्रपति ट्रंप को भारत पर लगाए गए टैरिफ को लेकर चेताया था। मीक्स ने कहा कि यह नीति वर्षों से तैयार हो रही अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी को नुकसान पहुंचा सकती है। उनका मानना है कि दोनों देशों के बीच गहरे रणनीतिक, आर्थिक और सामाजिक संबंध हैं और किसी भी विवाद का समाधान लोकतांत्रिक मूल्यों और आपसी सम्मान के साथ किया जाना चाहिए।

मीक्स की चिंता: रिश्तों को नुकसान का खतरा

ग्रेगरी मीक्स ने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच का रिश्ता सिर्फ कूटनीति तक सीमित नहीं है। यह संबंध लोगों से लोगों के जुड़ाव, शिक्षा, व्यापार और रक्षा में गहरी साझेदारी पर आधारित है। उन्होंने चेताया कि ट्रंप की कठोर टैरिफ नीति इन रिश्तों को कमजोर कर सकती है, जो दशकों की मेहनत और भरोसे से बने हैं।

ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी

हाल के वर्षों में अमेरिका ने कई देशों के खिलाफ टैरिफ बढ़ाए हैं, जिसमें भारत भी शामिल है। ट्रंप प्रशासन का कहना है कि यह नीति अमेरिकी उद्योग और श्रमिकों के हितों की रक्षा के लिए है, लेकिन आलोचकों का मानना है कि इससे सहयोगी देशों के साथ व्यापारिक तनाव बढ़ता है और रणनीतिक साझेदारी पर असर पड़ सकता है।

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