प्रदेश सरकार अपनी रोजगार जोड़ी योजनाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए अब कड़े कदम उठा रही है। यूपी कौशल विकास मिशन (UPSDM) ने लापरवाही बरतने वाली 49 प्रशिक्षण एजेंसियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। इन एजेंसियों को भविष्य में किसी भी सरकारी योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण देने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
मिशन की ओर से कहा गया है कि सिर्फ कागजी कामकाज से काम नहीं चलेगा — प्रशिक्षण केंद्रों को व्यावसायिक और गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण देना आवश्यक होगा। प्रशिक्षण की गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
वर्तमान में 31,415 प्रशिक्षु प्रशिक्षण ले रहे हैं, जबकि अब तक 2,90,429 युवाओं को रोजगार मिल चुका है। मिशन से जुड़े कुल आंकड़े इस प्रकार हैं
प्रदेश स्तर पर अब तक 12,627 प्रशिक्षण केंद्र खोले गए हैं, 3,249 पाठ्यक्रम शुरू किए गए और 15,10,653 युवाओं ने नामांकन कराया। उनमें से 7,77,152 ने प्रशिक्षण पूरा किया और 6,80,804 का मूल्यांकन हो चुका है।
मिशन ने साफ किया है कि प्रशिक्षण केंद्रों को गुणवत्ता बनाए रखना अनिवार्य होगा, अन्यथा उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।