महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उपराष्ट्रपति चुनाव में शिवसेना के रुख को स्पष्ट किया। शिवसेना ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को पूर्ण समर्थन देने का ऐलान किया है। साथ ही महायुती के बैनर तले आगामी स्थानीय चुनाव लड़ने की रणनीति भी साफ कर दी गई है।
Maharashtra News: डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने बुधवार को दिल्ली दौरे के दौरान शिवसेना सांसदों के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। बैठक में उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर शिवसेना की ओर से NDA को समर्थन देने की आधिकारिक घोषणा की गई। शिंदे ने अमित शाह की प्रशासनिक क्षमता और निर्णय लेने की शक्ति की सराहना की, साथ ही बताया कि शिवसेना और बीजेपी का गठबंधन दशकों पुराना है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आगामी स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव महायुती के बैनर तले ही लड़े जाएंगे।
उपराष्ट्रपति चुनाव में NDA को समर्थन
डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे बुधवार को अपने दिल्ली दौरे के दौरान शिवसेना के सभी सांसदों के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले। इस महत्वपूर्ण बैठक में उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर शिवसेना के समर्थन की औपचारिक घोषणा की गई। शिंदे ने स्पष्ट किया कि पार्टी NDA के उम्मीदवार का मजबूती से समर्थन करेगी। उन्होंने अमित शाह की सेवा अवधि की सराहना करते हुए कहा कि 2,258 दिनों तक गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालने वाले शाह, देश के पहले ऐसे गृह मंत्री बने हैं। उन्होंने अनुच्छेद 370 को खत्म करने, आतंकवाद और नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के लिए भी शाह की प्रशंसा की।
25 साल पुराना शिवसेना-बीजेपी गठबंधन
बैठक में शिंदे ने इस बात पर ज़ोर दिया कि शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी का गठबंधन NDA के गठन से भी पहले का है। बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा पर आधारित इस गठबंधन को 25 वर्ष पूरे हो चुके हैं। शिंदे ने कहा कि शिवसेना NDA की सबसे पुरानी और भरोसेमंद सहयोगी रही है। यह भी बताया गया कि इस साझेदारी को लेकर लगातार संवाद जारी है, और बीते मंगलवार को हुई NDA की बैठक में शिवसेना सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे ने भाग लिया था।
महायुती के साथ आगे की रणनीति
उपराष्ट्रपति चुनाव में NDA को समर्थन देने की घोषणा के बाद उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्य की आगे की राजनीतिक दिशा भी साफ कर दी। उन्होंने कहा कि जैसे विधानसभा चुनावों में महायुती ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की थी, वैसे ही आगामी स्थानीय निकाय चुनाव भी इसी मजबूत गठबंधन के साथ लड़े जाएंगे। शिंदे ने इसे महाराष्ट्र में विकास की रफ्तार बनाए रखने और स्थायित्व सुनिश्चित करने के लिए अहम रणनीतिक फैसला बताया।