उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मनोज कुमार सिंह को सेवा विस्तार मिलने की संभावना बढ़ गई है। राज्य सरकार ने उनकी सेवाएं एक साल और बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार को औपचारिक प्रस्ताव भेज दिया है। मनोज कुमार सिंह का वर्तमान कार्यकाल 31 जुलाई 2025 को समाप्त हो रहा है, लेकिन सरकार की ओर से उन्हें 2026 तक मुख्य सचिव पद पर बने रखने का प्रयास किया जा रहा है। अब इस प्रस्ताव पर केंद्र सरकार की ओर से निर्णय का इंतजार है।
मुख्य सचिव के कार्यकाल में प्रदेश के विकास को मिली गति
प्रस्ताव में राज्य सरकार ने मनोज कुमार सिंह के कार्यकाल के दौरान किए गए अहम कार्यों को विशेष रूप से उजागर किया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में औद्योगिक माहौल मजबूत करने, निवेश को बढ़ावा देने और राज्य की अर्थव्यवस्था को 10 खरब डॉलर तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 1988 बैच के आईएएस अधिकारी मनोज कुमार सिंह फिलहाल इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (IIDC) और पीआईसीयूपी (PICUP) के अध्यक्ष भी हैं।
मुख्य सचिव पद के लिए दावेदारों की भी चर्चा
यदि मनोज कुमार सिंह को सेवा विस्तार नहीं मिलता है तो उत्तर प्रदेश में मुख्य सचिव पद के लिए तीन वरिष्ठ अधिकारियों के नाम चर्चा में हैं। इनमें सबसे अधिक नाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी माने जाने वाले आईएएस एसपी गोयल का है। इसके अलावा वरिष्ठता क्रम में शामिल आईएएस दीपक कुमार भी इस पद के दावेदार हैं। वहीं, आईएएस दीपक चतुर्वेदी फिलहाल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में हैं, इसलिए उनके इस रेस में शामिल होने को लेकर संशय बना हुआ है। लेकिन उनकी वरिष्ठता को देखते हुए उनका नाम भी कभी-कभी चर्चा में आता है।
अब सबकी नजरें केंद्र सरकार के फैसले पर टिकी हैं, जो अगले कुछ दिनों में मुख्य सचिव की सेवा विस्तार या नए मुख्य सचिव की नियुक्ति को लेकर स्पष्टता दे सकती है।