उत्तर प्रदेश सरकार ने वाराणसी से गया जी के लिए विशेष स्पेशल बस सेवा शुरू की है। बस वाराणसी स्टेशन से रात 8 बजे चलेगी और सुबह 4 बजे गया जी पहुंचेगी। हफ्ते में सातों दिन चलने वाली इस बस का किराया 465 रुपये तय किया गया है। यह सेवा पिंडदान और तर्पण करने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधा प्रदान करेगी।
Lacknow: उत्तर प्रदेश में वाराणसी से गया जी के लिए स्पेशल बस सेवा शुरू की गई है, जो श्रद्धालुओं और अन्य यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए हफ्ते में सातों दिन चलेगी। बस वाराणसी स्टेशन से रात 8 बजे रवाना होगी और सुबह 4 बजे बिहार के गया जी पहुंचेगी। किराया 465 रुपये निर्धारित किया गया है। यह सेवा विशेष रूप से पिंडदान और तर्पण करने वाले श्रद्धालुओं के लिए शुरू की गई है, ताकि प्राइवेट वाहन पर निर्भरता कम हो और समय व खर्च दोनों की बचत हो।
बस का रूट और यात्रा का समय
वाराणसी से रवाना होने वाली इस बस का रूट चंदौली, सासाराम, औरंगाबाद और शेरघाटी के माध्यम से गया जी तक होगा। मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि इस रूट का चयन विशेष रूप से पितृपक्ष में श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखकर किया गया है।
बस की यात्रा पूरी तरह व्यवस्थित और समयबद्ध होगी, ताकि रात में यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को आराम और सुरक्षा दोनों मिले। मंत्री ने कहा कि इस सेवा से न केवल धार्मिक यात्रियों को सुविधा मिलेगी बल्कि इस रूट पर यात्रा करने वाले अन्य यात्री भी लाभान्वित होंगे।
यात्रियों के लिए 465 रुपये किराया
वाराणसी से गया जी तक बस का किराया 465 रुपये निर्धारित किया गया है। लंबी दूरी की यात्रा के दौरान यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है। बस में आरामदायक सीटिंग, पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम और यात्रियों के लिए अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।
परिवहन निगम ने इस सेवा की योजना विशेष रूप से पितृपक्ष में गया जी जाने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा को सहज बनाने के लिए बनाई है। मंत्री ने कहा कि यह कदम लोगों के समय और खर्च दोनों की बचत करेगा और उन्हें सार्वजनिक परिवहन में भरोसा बढ़ाएगा।
अंतरराज्यीय बस सेवाएं से पर्यटन को बढ़ावा
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने हाल ही में लखनऊ से मुजफ्फरपुर के लिए भी सीधी अंतरराज्यीय बस सेवा शुरू की है। यह बस रात 2 बजे लखनऊ के आलमबाग बस टर्मिनल से रवाना होगी और अगले दिन सुबह 4 बजे मुजफ्फरपुर पहुंचेगी। इस बस का किराया 862 रुपये रखा गया है।
सरकार का यह कदम न केवल धार्मिक यात्रा को सुविधाजनक बनाने की दिशा में अहम है, बल्कि पर्यटन और राज्य के अंतरराज्यीय परिवहन नेटवर्क को भी मजबूत करेगा।