इस फिल्म का ट्रेलर अगर आपको खराब लगा था, तो पूरी फिल्म हद से ज्यादा निराशाजनक साबित होगी। और अगर ट्रेलर अच्छा लगा भी था, तब भी फिल्म की गुणवत्ता बेहद कमतर है।
- Movie Review: War 2
- Director: Ayan Mukerji
- Starring: Hrithik Roshan, N.T. Rama Rao, Jr.Kiara Advani
- Date: 14 Agust 2025
- Rating - 1/5
एंटरटेनमेंट: बॉलीवुड की बहुप्रतीक्षित फिल्म War 2 आखिरकार 14 अगस्त 2025 को रिलीज़ हो गई। इस फिल्म में ऋतिक रोशन और जूनियर NTR मुख्य भूमिकाओं में हैं। यशराज फिल्म्स की यह फिल्म बड़े बजट और भारी हाइप के बावजूद दर्शकों और आलोचकों के लिए निराशाजनक साबित हुई। फिल्म का ट्रेलर चाहे कुछ दर्शकों को पसंद आया हो, लेकिन पूरे फिल्म अनुभव ने लगभग सभी को हैरान और निराश किया।
कहानी का अवलोकन
कबीर (ऋतिक रोशन) अब देश का गद्दार बन चुका है और पैसों के लिए किसी का भी खून करने से पीछे नहीं हटता। उसे कली नामक एक संगठन बुलाता है, जिसका उद्देश्य हिंदुस्तान को तबाह करना है। इसी बीच उसकी मुलाकात विक्रम (जूनियर NTR) से होती है। विक्रम दोस्त है या दुश्मन, यह पता लगाना दर्शकों के लिए मुख्य मोड़ है। कहानी में देश को बचाना है और दो हीरो हैं, लेकिन फिल्म का निर्माण इतना कमजोर है कि यह क्लाइमैक्स तक दर्शक को जोड़ नहीं पाती।
कहानी की संरचना इतनी असंगत है कि दृश्य पेरिस से अचानक पालिका बाजार तक पहुंच जाते हैं। एक सीन में जूनियर NTR को गोली लगती है और अगले सीन में वह पूरी तरह ठीक दिखाई देता है। फाइट सीन और VFX इतने घटिया हैं कि लगता है जैसे मोबाइल एप से बनाया गया हो।
एक्टिंग और परफॉर्मेंस
ऋतिक रोशन ने अपना काम बखूबी किया है, लेकिन कुछ नया नहीं पेश कर पाए। उनकी भूमिका सीमित और सुरक्षित लगी। जूनियर NTR की परफॉर्मेंस पर दर्शकों को सबसे ज्यादा निराशा हुई। उनकी ओवरएक्टिंग फिल्म के अनुभव को कमजोर करती है। ऋतिक के सामने वह पूरी तरह फेल हो जाते हैं और उनके किरदार का पूरा उपयोग नहीं किया गया।
कियारा आडवाणी अच्छी लगीं, लेकिन उनका स्क्रीन टाइम बहुत कम था। आशुतोष राणा और अनिल कपूर जैसे दिग्गज कलाकारों को भी कम समय में समेटा गया, जिससे उनकी प्रतिभा का सही इस्तेमाल नहीं हो सका।
डायरेक्शन और राइटिंग
फिल्म का डायरेक्शन और कहानी बेहद कमजोर है। यह विश्वास करना मुश्किल है कि कहानी आदित्य चोपड़ा ने लिखी है। अयान मुखर्जी का निर्देशन फिल्म के बड़े बजट और भारी हाइप के बावजूद निराशाजनक रहा। कहानी का कोई तारतम्य नहीं है और सीन एक-दूसरे से जुड़े हुए नहीं लगते। VFX और एक्शन सीक्वेंस की क्वालिटी सस्ते वीडियो गेम जैसी लगी। फिल्म का कोई सिर और पैर नहीं है, और दर्शक इसे देखकर निराश और गुस्से में महसूस कर सकते हैं।