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Windows 10 यूज़र्स के लिए अलर्ट: अक्टूबर 2025 से बंद हो जाएगा सपोर्ट, CERT-In ने दी अपग्रेड की चेतावनी

Windows 10 यूज़र्स के लिए अलर्ट: अक्टूबर 2025 से बंद हो जाएगा सपोर्ट, CERT-In ने दी अपग्रेड की चेतावनी

अक्टूबर 2025 से Windows 10 का सपोर्ट बंद हो जाएगा। भारत सरकार ने यूज़र्स को Windows 11 में अपग्रेड करने की सलाह दी है, ताकि साइबर हमलों से बचा जा सके।

Windows 10 Support: अगर आप अब भी Windows 10 पर भरोसा किए बैठे हैं, तो सतर्क हो जाइए। माइक्रोसॉफ्ट ने साफ कर दिया है कि अक्टूबर 2025 के बाद Windows 10 को कोई आधिकारिक सपोर्ट, सिक्योरिटी अपडेट या तकनीकी सहायता नहीं दी जाएगी। इससे पहले कि आपके सिस्टम साइबर हमलों का शिकार बनें, जरूरी है कि आप समय रहते अगला कदम उठाएं।

भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In ने इसे लेकर 21 जून 2025 को एक आधिकारिक एडवाइजरी जारी की है। इसमें Windows 10 यूज़र्स को तुरंत Windows 11 पर अपग्रेड करने या Microsoft की पेड सिक्योरिटी अपडेट सेवा लेने की सलाह दी गई है।

क्यों बंद हो रहा है Windows 10 का सपोर्ट?

माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार, Windows 10 के लिए सपोर्ट 14 अक्टूबर 2025 को पूरी तरह समाप्त कर दिया जाएगा। यह कंपनी की पहले से तय योजना के मुताबिक हो रहा है, क्योंकि Windows 10 को 2015 में लॉन्च किया गया था और इसे 10 साल का सपोर्ट देने की बात कही गई थी।

इस निर्णय का मतलब है कि उस तारीख के बाद Windows 10 को किसी भी प्रकार का सिक्योरिटी पैच, बग फिक्स, या तकनीकी अपडेट नहीं मिलेगा। इसके परिणामस्वरूप, ये सिस्टम साइबर हमलों, डाटा चोरी, और मालवेयर का आसान शिकार बन सकते हैं।

CERT-In की चेतावनी कितनी गंभीर है?

भारत सरकार के अंतर्गत आने वाली इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) की एडवाइजरी काफी गंभीर है। इसमें बताया गया है कि Windows 10 पर बने रहना अब डेटा और नेटवर्क सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है। अगर कोई संस्थान या यूज़र Windows 11 में अपग्रेड नहीं कर सकता तो उन्हें माइक्रोसॉफ्ट की Extended Security Update (ESU) सेवा लेने की सलाह दी गई है, जो पेड होगी।

CERT-In ने सरकारी और निजी संगठनों से कहा है कि वे अपने आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर का आकलन करें और समय रहते अपने सिस्टम को अपडेट करें ताकि भविष्य में किसी साइबर अटैक से बचा जा सके।

Windows 11 अपग्रेड में सबसे बड़ी रुकावट क्या है?

Windows 11 में अपग्रेड करने में सबसे बड़ी तकनीकी रुकावट है TPM 2.0 चिप की अनिवार्यता। TPM यानी Trusted Platform Module एक हार्डवेयर बेस्ड सुरक्षा फीचर है जो पुराने कंप्यूटरों में नहीं होता। इसका मतलब है कि करोड़ों पुराने लैपटॉप और डेस्कटॉप इस न्यूनतम आवश्यकता को पूरा नहीं करते।

ऐसे में कई यूज़र्स के सामने केवल दो ही विकल्प रह जाते हैं — या तो नया कंप्यूटर खरीदें या Windows 10 पर बने रहकर सुरक्षा जोखिम उठाएं।

Windows 11 में क्या है नया और बेहतर?

Windows 11, इंटरफेस और यूज़र एक्सपीरियंस के मामले में Windows 10 से कहीं आगे है। इसमें स्टार्ट मेन्यू अब स्क्रीन के बीच में है, टास्कबार नया रूप लिए हुए है और कई पुराने फीचर्स को मॉडर्न ऐप्स से रिप्लेस किया गया है।

सबसे खास बात यह है कि Windows 11 में AI टूल्स, Copilot जैसे फीचर्स, और बेहतर मल्टीटास्किंग सपोर्ट के साथ काम करने की क्षमता है। यह सिस्टम फास्ट, स्मूद और ज्यादा सुरक्षित है।

Windows 10 पर बने रहने का खतरा क्या है?

अगर आप 2025 के बाद भी Windows 10 का उपयोग करते हैं, तो ये जोखिम आपके सामने आ सकते हैं:

  • कोई सिक्योरिटी पैच नहीं मिलेगा, जिससे सिस्टम हैकिंग के लिए कमजोर हो जाएगा।
  • एंटीवायरस और थर्ड पार्टी ऐप्स का सपोर्ट भी धीरे-धीरे खत्म हो सकता है।
  • डेटा लीक, फाइनेंशियल फ्रॉड और रैंसमवेयर अटैक का खतरा कई गुना बढ़ जाएगा।
  • कॉरपोरेट और सरकारी सिस्टम में इसके चलते कंप्लायंस समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं।

क्या करें अब? जानें सबसे सुरक्षित विकल्प

1. Windows 11 में अपग्रेड करें

यदि आपका सिस्टम TPM 2.0 और अन्य न्यूनतम आवश्यकताओं को पूरा करता है, तो तुरंत Windows 11 में अपग्रेड करें। यह भविष्य के लिए सुरक्षित और बेहतर विकल्प है।

2. नया सिस्टम खरीदने की योजना बनाएं

अगर आपके डिवाइस में Windows 11 का सपोर्ट नहीं है, तो नया डिवाइस खरीदने का विकल्प सोचें। यह एक दीर्घकालिक निवेश है।

3. Microsoft की पेड सिक्योरिटी सेवा लें

यदि आप संस्थागत यूज़र हैं और तुरंत अपग्रेड संभव नहीं है, तो माइक्रोसॉफ्ट की पेड Extended Security Updates (ESU) सेवा लें जिससे कुछ समय के लिए अपडेट मिलते रहेंगे।

4. बैकअप और साइबर हाइजीन बनाए रखें

डाटा का नियमित बैकअप लें, मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग करें, और फायरवॉल-एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर अपडेट रखें।

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