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Women ODI WC 2025: बेंगलुरु से छिन सकती है मेजबानी, तिरुवनंतपुरम बना संभावित विकल्प

Women ODI WC 2025: बेंगलुरु से छिन सकती है मेजबानी, तिरुवनंतपुरम बना संभावित विकल्प

महिला वनडे विश्व कप 2025 की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है, लेकिन टूर्नामेंट के आयोजन स्थलों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। खबर है कि मेजबान शहर बेंगलुरु, जो ओपनिंग मैच और फाइनल जैसे बड़े मुकाबलों की मेजबानी करने वाला था, अब इस जिम्मेदारी से हाथ धो सकता है।

स्पोर्ट्स न्यूज़: महिला वनडे विश्व कप की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है, जिसमें मेजबान भारत और श्रीलंका के बीच ओपनिंग मुकाबला खेला जाना तय है। यह मैच मूल रूप से बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में होना था, और टूर्नामेंट का फाइनल 2 नवंबर को खेला जाएगा। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक बीसीसीआई अब बेंगलुरु से महिला विश्व कप के कुछ मैचों की मेजबानी छीन सकता है। 

इसका कारण हाल ही में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की पहली आईपीएल खिताबी जीत के जश्न के अगले दिन हुई भगदड़ की घटना बताई जा रही है, जिसके चलते सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।  
 
बेंगलुरु में क्यों फंस रही है पेंच?

टूर्नामेंट की शुरुआत 30 सितंबर को भारत और श्रीलंका के बीच बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में होने वाले मुकाबले से होनी थी। मौजूदा शेड्यूल के मुताबिक, बेंगलुरु तीन अक्टूबर को इंग्लैंड बनाम दक्षिण अफ्रीका, 26 अक्टूबर को भारत बनाम बांग्लादेश, 30 अक्टूबर को दूसरा सेमीफाइनल और दो नवंबर को फाइनल की मेजबानी करने वाला था।

हालांकि, सूत्रों के मुताबिक बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) इन मैचों को दूसरे शहर में शिफ्ट करने पर विचार कर रहा है। इसका मुख्य कारण जून 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की पहली आईपीएल खिताबी जीत के जश्न के दौरान हुई भगदड़ है, जिसमें 11 लोगों की मौत और 50 से अधिक लोग घायल हुए थे। यह हादसा चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुआ था और इसके बाद से सुरक्षा एजेंसियों ने बड़े आयोजनों को लेकर सतर्क रुख अपनाया है।

पुलिस अनुमति में देरी और समय सीमा पार

ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई को 10 अगस्त तक पुलिस से आयोजन की अनुमति लेनी थी, लेकिन यह समय सीमा निकल गई है। पुलिस आयुक्त कार्यालय ने पुष्टि की है कि सोमवार तक कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) को आवश्यक अनुमति नहीं मिली थी। यही वह दिन था जब आईसीसी ने मुंबई में टूर्नामेंट के 50 दिन के काउंटडाउन की शुरुआत की थी।

केएससीए ने बिना दर्शकों के मैच कराने का प्रस्ताव भी दिया, लेकिन इस पर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। आखिरी विकल्प के रूप में सीमित दर्शक क्षमता के साथ मैच आयोजित करने की संभावना भी तलाश की जा रही है।

तिरुवनंतपुरम का ग्रीनफील्ड स्टेडियम विकल्प के रूप में तैयार

अगर बेंगलुरु से मैचों की मेजबानी छिनती है, तो तिरुवनंतपुरम का ग्रीनफील्ड स्टेडियम सबसे आगे है। यह स्टेडियम पहले से ही 25 और 27 सितंबर को विश्व कप वार्म-अप मैचों की मेजबानी के लिए प्रस्तावित है। हालांकि, यहां 21 अगस्त से 7 सितंबर तक केरल क्रिकेट लीग (केसीएल) होने वाली है। केरल क्रिकेट एसोसिएशन (केसीए) ने कहा है कि अगर विश्व कप मैच यहां स्थानांतरित होते हैं, तो केसीएल को किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट कर दिया जाएगा।

आईसीसी के नियमों के अनुसार, मेजबान स्थलों को टूर्नामेंट शुरू होने से कम से कम एक महीने पहले आयोजकों को सौंपना होता है। इसका मतलब है कि बीसीसीआई और आईसीसी को अगले एक सप्ताह के भीतर अंतिम निर्णय लेना होगा। चूंकि तिरुवनंतपुरम पहले से वार्म-अप मैचों के लिए तय है, इसलिए उसे मुख्य मैचों की मेजबानी देना अपेक्षाकृत आसान विकल्प हो सकता है।

बेंगलुरु की स्थिति जटिल क्यों हुई?

4 जून 2025 को आरसीबी की आईपीएल विजय परेड के दौरान हुए हादसे ने बेंगलुरु के आयोजनों पर गहरा असर डाला। तब से लेकर अब तक पुलिस और प्रशासन ने बड़े आयोजनों को लेकर सख्त सुरक्षा मानकों को लागू किया है। केएससीए को मैसूर में महाराजा ट्रॉफी टी20 आयोजित करने के लिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि चिन्नास्वामी स्टेडियम के लिए अनुमति नहीं मिली थी।

यह स्थिति विश्व कप जैसे वैश्विक आयोजन के लिए और चुनौतीपूर्ण हो जाती है, जहां सुरक्षा और भी प्राथमिकता होती है। फाइनल जैसे हाई-प्रोफाइल मुकाबले के लिए बिना पूर्ण अनुमति और सुरक्षा योजना के आगे बढ़ना बीसीसीआई और आईसीसी के लिए जोखिम भरा हो सकता है।

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