रूस ने एक नया डिजिटल समाधान पेश किया है, जिससे देश के लोकल ऐप्स बिना इंटरनेट के भी काम करेंगे। इसका उद्देश्य नागरिकों को इंटरनेट ब्लैकआउट जैसी स्थिति में भी सोशल मीडिया, राइड-शेयरिंग और पेमेंट सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करना है। रूसी सरकार ने उन ऐप्स की सूची जारी की है, जिसमें अमेरिकी ऐप्स को शामिल नहीं किया गया, ताकि स्थानीय ऐप्स को प्राथमिकता दी जा सके।
Russia mobile apps: रूस ने एक तकनीकी समाधान विकसित किया है, जिससे देश के स्थानीय ऐप्स बिना इंटरनेट के भी काम कर सकेंगे। यह पहल नागरिकों को इंटरनेट ब्लैकआउट या नेटवर्क बंद होने की स्थिति में सोशल मीडिया, राइड-शेयरिंग और सरकारी सेवाओं तक निर्बाध पहुंच देने के लिए की गई है। रूसी डिजिटल डेवलपमेंट मिनिस्ट्री ने इन ऐप्स की सूची जारी की है और स्थानीय ऐप्स को प्राथमिकता दी है, जबकि अमेरिकी ऐप्स जैसे वॉट्सऐप और टेलिग्राम इसमें शामिल नहीं हैं। 1 सितंबर से देश में बिकने वाले स्मार्टफोन्स में मैक्स मैसेंजर पहले से इंस्टॉल करना अनिवार्य होगा।
लोकल ऐप्स की सूची जारी
रूस ने एक नया तकनीकी समाधान पेश किया है, जिससे देश के स्थानीय ऐप्स बिना इंटरनेट के भी काम कर सकेंगे। इसका मकसद नागरिकों को इंटरनेट ब्लैकआउट जैसी परिस्थितियों में भी सोशल मीडिया, राइड-शेयरिंग और पेमेंट ऐप्स तक पहुंच देना है। रूसी सरकार ने उन ऐप्स की सूची भी जारी की है जो इस सुविधा के तहत काम करेंगे।
इस लिस्ट में मुख्य रूप से सोशल मीडिया ऐप्स, ओला-उबर जैसी राइड-शेयरिंग सेवाओं से जुड़े ऐप्स, सरकारी और पेमेंट ऐप्स शामिल हैं। अमेरिकी ऐप्स जैसे वॉट्सऐप और टेलिग्राम को सूची में शामिल नहीं किया गया, जिससे स्पष्ट है कि रूस स्थानीय ऐप्स को प्राथमिकता दे रहा है।
इंटरनेट बंद होने पर नहीं होगी परेशानी
रूस की डिजिटल डेवलपमेंट मिनिस्ट्री के अनुसार यह तकनीक नागरिकों को इंटरनेट बंद रहने की स्थिति में होने वाली समस्याओं से बचाने के लिए बनाई गई है। हालांकि इसे आधिकारिक तौर पर यूक्रेन के ड्रोन हमलों से जोड़कर नहीं बताया गया है, लेकिन बॉर्डर एरिया के गवर्नरों के हवाले से कहा गया है कि इन हमलों के दौरान अक्सर इंटरनेट बंद किया जाता है।
तकनीक के जरिए ऐप्स ऑफलाइन भी सक्रिय रहेंगे, जिससे लोग ब्लैकआउट के दौरान भी डिजिटल सुविधाओं का इस्तेमाल कर सकेंगे। सरकार ने यूजर्स को जागरूक करने के लिए सूची जारी की है ताकि ऐप्स का लाभ समय पर लिया जा सके।
स्थानीय ऐप्स को बढ़ावा
रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद से रूस स्थानीय ऐप्स को बढ़ावा दे रहा है और कई विदेशी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा चुका है। वॉट्सऐप और टेलिग्राम जैसे लोकप्रिय ऐप्स के बावजूद रूस ने वीके मैसेंजर और मैक्स मैसेंजर को प्राथमिकता दी है।
1 सितंबर से देश में बिकने वाले सभी स्मार्टफोन्स में मैक्स मैसेंजर पहले से इंस्टॉल होना अनिवार्य होगा। इसके यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जिससे देश में डिजिटल स्वायत्तता और स्थानीय ऐप्स की उपयोगिता बढ़ाने में मदद मिलेगी।