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यूक्रेन राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को कहा धन्यवाद, शांति प्रयासों में भारत की भूमिका पर जताया भरोसा

यूक्रेन राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को कहा धन्यवाद, शांति प्रयासों में भारत की भूमिका पर जताया भरोसा

यूक्रेन राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने पीएम मोदी को यूक्रेन के स्वतंत्रता दिवस पर शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि भारत पर युद्ध समाप्त करने और शांति बहाल करने के प्रयासों में पूरा भरोसा है।

India-ukraine: यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध के बीच भारत की भूमिका पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने भरोसा जताया है। ज़ेलेंस्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया और कहा कि भारत शांति बहाल करने में अहम भूमिका निभा सकता है।

पीएम मोदी के संदेश पर ज़ेलेंस्की की प्रतिक्रिया

यूक्रेन के स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन को शुभकामनाएं दीं। इसके जवाब में ज़ेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर पीएम मोदी के संदेश के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत शांति और संवाद को बढ़ावा देने में हमेशा सकारात्मक भूमिका निभाता रहा है।

यूक्रेन पर जारी युद्ध और भारत की स्थिति

यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध पिछले कई महीनों से जारी है। इस युद्ध ने न केवल यूरोप बल्कि पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा को प्रभावित किया है। भारत ने हमेशा दोनों देशों से शांति और संवाद के रास्ते पर चलने की अपील की है। भारत ने अब तक इस युद्ध पर संतुलित रुख अपनाया है। भारत ने रूस से तेल खरीदना जारी रखा है लेकिन साथ ही अंतरराष्ट्रीय मंचों पर शांति बहाल करने की अपील भी की है।

ज़ेलेंस्की ने भारत की भूमिका पर जताया भरोसा

ज़ेलेंस्की ने कहा कि पूरी दुनिया चाहती है कि यह युद्ध जल्द खत्म हो। उन्होंने भरोसा जताया कि भारत का योगदान इस दिशा में अहम होगा।

ज़ेलेंस्की ने कहा,

“हम शांति और स्थायी समाधान के लिए भारत पर भरोसा करते हैं। कूटनीति को मजबूत करने वाला हर कदम न केवल यूरोप बल्कि हिंद-प्रशांत और पूरी दुनिया के लिए बेहतर सुरक्षा की ओर ले जाता है।”

पीएम मोदी का यूक्रेन को संदेश

पीएम मोदी ने यूक्रेन के स्वतंत्रता दिवस पर अपने संदेश में यूक्रेन के लोगों के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा शांति और स्थिरता का पक्षधर रहा है और आगे भी रहेगा। पीएम मोदी ने पिछले साल की अपनी कीव यात्रा को याद करते हुए कहा कि भारत हमेशा बातचीत और कूटनीति के माध्यम से समस्याओं का समाधान चाहता है।

युद्ध के बीच बढ़ती वैश्विक चिंता

रूस-यूक्रेन युद्ध ने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर गहरा असर डाला है। ऊर्जा संकट, महंगाई और सप्लाई चेन पर इसका सीधा असर पड़ा है। ऐसे में भारत जैसी बड़ी अर्थव्यवस्था और तटस्थ देश की भूमिका और भी अहम हो जाती है।

भारत न केवल तेल खरीदने में रूस से जुड़ा है, बल्कि यूक्रेन के साथ भी उसके पुराने संबंध हैं। यही कारण है कि भारत दोनों पक्षों के बीच बातचीत की राह खोल सकता है।

ट्रंप के टैरिफ का मुद्दा

इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर रूसी तेल खरीदने को लेकर टैरिफ लगाने की चेतावनी दी थी। ऐसे में भारत को अपनी ऊर्जा जरूरतें और कूटनीतिक संबंधों के बीच संतुलन बनाना होगा।

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