Pune

ZIM vs SA Day-1: लुआन-ड्रे प्रीटोरियस ने डेब्यू टेस्ट में रचा इतिहास, तोड़ा ग्रीम पोलॉक का 61 साल पुराना रिकॉर्ड

ZIM vs SA Day-1: लुआन-ड्रे प्रीटोरियस ने डेब्यू टेस्ट में रचा इतिहास, तोड़ा ग्रीम पोलॉक का 61 साल पुराना रिकॉर्ड

साउथ अफ्रीका और जिम्बाब्वे के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में साउथ अफ्रीका की शुरुआत बेहद खराब रही, जब टीम ने महज 55 रन पर अपने चार विकेट गंवा दिए।

स्पोर्ट्स न्यूज़: बुलावायो के ऐतिहासिक मैदान पर चल रही दो टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में साउथ अफ्रीका के युवा बल्लेबाज लुआन-ड्रे प्रीटोरियस ने अपनी पहली ही टेस्ट पारी में ऐसा धमाका कर दिया, जिसने 61 साल पुराना रिकॉर्ड चकनाचूर कर दिया। 19 साल के इस बाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज ने अपनी डेब्यू पारी को यादगार बनाते हुए शतक जड़ दिया और ग्रीम पोलॉक जैसे दिग्गज के लंबे समय से चले आ रहे रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।

साउथ अफ्रीका की टीम इस समय जिम्बाब्वे दौरे पर है, जहां वह 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेल रही है। पहले टेस्ट की शुरुआत 28 जून से हुई, जिसमें साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। हालांकि शुरुआत में टीम का टॉप ऑर्डर पूरी तरह लड़खड़ा गया और महज 55 रनों के स्कोर पर उसके चार बल्लेबाज पवेलियन लौट गए।

ऐसे मुश्किल हालात में डेब्यू कर रहे लुआन-ड्रे प्रीटोरियस ने कमाल का जज्बा दिखाया। उन्होंने डेवाल्ड ब्रेविस के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 95 रनों की अहम साझेदारी निभाई और पारी को संभाला। ब्रेविस ने भी अपने डेब्यू टेस्ट में अर्धशतक जमाया और 51 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन इस दौरान प्रीटोरियस का बल्ला रुकने का नाम नहीं ले रहा था।

ग्रीम पोलॉक का रिकॉर्ड टूटा

लुआन-ड्रे प्रीटोरियस ने अपनी शानदार पारी के दौरान साउथ अफ्रीका के सबसे कम उम्र में टेस्ट शतक लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। इससे पहले यह रिकॉर्ड साउथ अफ्रीका के दिग्गज बल्लेबाज ग्रीम पोलॉक के नाम था, जिन्होंने 1964 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 19 साल 317 दिन की उम्र में शतक लगाया था। लेकिन प्रीटोरियस ने 19 साल 93 दिन की उम्र में शतक जमाकर यह ऐतिहासिक रिकॉर्ड तोड़ दिया।

प्रीटोरियस ने अपना शतक महज 112 गेंदों में पूरा किया, जिसमें उन्होंने 7 चौके और 2 छक्के लगाए। उनकी ये पारी यहीं नहीं रुकी, बल्कि उन्होंने 160 गेंदों में 11 चौके और 4 छक्कों की मदद से 160 रनों का यादगार स्कोर खड़ा किया।

डेवाल्ड ब्रेविस का योगदान

पारी की शुरुआत में टीम का स्कोर 55/4 होने के बाद जिस आत्मविश्वास के साथ प्रीटोरियस ने बैटिंग की, वो किसी अनुभवी खिलाड़ी जैसा लगा। उन्होंने ना सिर्फ अपनी तकनीक का बेहतरीन प्रदर्शन किया, बल्कि धैर्य भी दिखाया। खास बात यह रही कि उन्होंने जिम्बाब्वे के अनुभवी गेंदबाजों के खिलाफ बिना घबराए बेहतरीन शॉट्स लगाए और रन गति को भी बनाए रखा।

लुआन-ड्रे प्रीटोरियस के साथ डेब्यू कर रहे डेवाल्ड ब्रेविस ने भी 51 रनों की पारी खेली। दोनों के बीच 95 रनों की साझेदारी ने साउथ अफ्रीका की पारी को पटरी पर ला दिया। ब्रेविस ने अपनी पारी में 7 चौके और 1 छक्का लगाया और दिखा दिया कि भविष्य में यह जोड़ी अफ्रीकी क्रिकेट का मजबूत स्तंभ बन सकती है।

Leave a comment