Credit Score: लोन की मंजूरी नहीं रुकेगी, बस अपना क्रेडिट स्कोर रखें सही; जानें कैसे होता है कैलकुलेट

Credit Score: लोन की मंजूरी नहीं रुकेगी, बस अपना क्रेडिट स्कोर रखें सही; जानें कैसे होता है कैलकुलेट
Last Updated: 2 घंटा पहले

क्रेडिट स्कोर केवल एक संख्या नहीं होती, बल्कि यह आपकी वित्तीय स्थिति का अहम संकेतक है। यह आपके लोन की मंजूरी और ब्याज दर को प्रभावित करता है, जिससे आप ज्यादा लोन कम ब्याज दर पर प्राप्त कर सकते हैं।

यदि आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो बैंक और वित्तीय संस्थाएं आपको आसानी से लोन देती हैं और ब्याज दर भी कम रखते हैं। इसलिए, सही समय पर कर्ज चुकाना और अपने क्रेडिट स्कोर को अच्छे स्तर पर बनाए रखना बेहद जरूरी है। जानिए क्यों आपका क्रेडिट स्कोर इतना महत्वपूर्ण है और इसे कैसे कैलकुलेट किया जाता है।

Credit Score: अगर आपने कभी क्रेडिट कार्ड या लोन के लिए किसी बैंक या फाइनेंस ऐप पर अप्लाई किया है, तो क्रेडिट स्कोर के बारे में जरूर सुना होगा, जिसे सिबिल स्कोर भी कहा जाता है। एक अच्छा क्रेडिट स्कोर आपको लोन लेने में मदद करता है और कम ब्याज दर पर कर्ज प्राप्त करने का मौका देता है। वहीं, यदि आपका क्रेडिट स्कोर खराब है तो आपको लोन मिलने में दिक्कत हो सकती है और ब्याज दर भी ज्यादा हो सकती है।

क्रेडिट स्कोर न केवल लोन के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह आपके जीवन के अन्य पहलुओं को भी प्रभावित करता है, जैसे घर किराए पर लेना, बीमा की कीमत तय करना, और यहां तक कि आपकी वित्तीय क्षमताओं पर भी इसका असर पड़ता है। अच्छा क्रेडिट स्कोर आपको वित्तीय विकल्पों की अधिकता देता है, जबकि खराब स्कोर आपके विकल्पों को सीमित कर सकता है।

अपने क्रेडिट स्कोर को सुधारने के लिए यह समझना जरूरी है कि इसके घटने और बढ़ने के प्रमुख कारण क्या हैं, ताकि आप भविष्य में वित्तीय संकट से बच सकें।

क्रेडिट स्कोर समझें कैसे यह आपके वित्तीय फैसलों को प्रभावित करता है

क्रेडिट स्कोर एक महत्वपूर्ण संख्या है, जिसे क्रेडिट ब्यूरो आपके क्रेडिट हिस्ट्री के आधार पर कैलकुलेट करता है। यह संख्या यह दर्शाती है कि आपने अब तक किस तरह से अपने वित्तीय दायित्वों को निभाया है। यह स्कोर कई महत्वपूर्ण फैक्टर्स पर निर्भर करता है, जिनमें प्रमुख हैं:

  • पेमेंट हिस्ट्री: यह देखता है कि आपने अपने सभी बिल और लोन समय पर चुकाए हैं या नहीं।
  • क्रेडिट उपयोग अनुपात: इसमें यह देखा जाता है कि आप अपने कुल क्रेडिट का कितना प्रतिशत उपयोग कर रहे हैं।
  • क्रेडिट हिस्ट्री: यह आपके क्रेडिट खातों की उम्र को दर्शाता है।
  • क्रेडिट के प्रकार: यह यह बताता है कि आपके पास किस प्रकार के क्रेडिट हैं, जैसे लोन या क्रेडिट कार्ड।
  • नए क्रेडिट इनक्वायरी: यह उस क्रेडिट के लिए की गई नई पूछताछ को दर्शाता है, जो आपने हाल ही में की है।

एक उच्च क्रेडिट स्कोर लेंडर्स (उधारदाताओं) को यह भरोसा दिलाता है कि आप कम रिस्क पर लोन चुकाएंगे, जिससे आपको कम ब्याज दरों पर लोन मिल सकते हैं। वहीं, एक कम क्रेडिट स्कोर अधिक जोखिम को दिखाता है, जिसके कारण आपको लोन मिलना मुश्किल हो सकता है और ब्याज दर भी ज्यादा हो सकती है।

सही क्रेडिट स्कोर बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि आप अपनी वित्तीय स्थिति को सही तरीके से प्रबंधित करें, ताकि आप भविष्य में बेहतर वित्तीय अवसर प्राप्त कर सकें।

क्यों जरूरी है क्रेडिट स्कोर?

क्रेडिट स्कोर आपके वित्तीय फैसलों को प्रभावित करता है और खासतौर पर लोन या क्रेडिट लेने के दौरान अहम भूमिका निभाता है। यह एक महत्वपूर्ण आंकड़ा है, जो आपकी वित्तीय स्थिति और उधारी की क्षमता को दर्शाता है। आइए जानें कि क्यों क्रेडिट स्कोर इतना जरूरी है:

  • लोन अप्रूवल: लेंडर्स आपके क्रेडिट स्कोर के आधार पर यह तय करते हैं कि आप कर्ज चुकाने में सक्षम हैं या नहीं। एक अच्छा क्रेडिट स्कोर आपके लोन अप्रूवल की संभावना को बढ़ा सकता है।
  • इंटरेस्ट रेट: क्रेडिट स्कोर का सीधा असर ब्याज दरों पर पड़ता है। यदि आपका स्कोर अच्छा है, तो आपको कम ब्याज दर पर लोन मिलेगा, जिससे आपकी कुल वित्तीय लागत कम हो जाएगी।
  • लोन लिमिट: एक अच्छा क्रेडिट स्कोर आपको अधिक लोन लेने का मौका देता है, जिससे जरूरत पड़ने पर आपको वित्तीय मदद मिल सकती है।
  • ईजी अप्रूवल: एक मजबूत क्रेडिट स्कोर न केवल लोन और क्रेडिट कार्ड के लिए बल्कि किराए की संपत्ति के लिए भी आसानी से और त्वरित अप्रूवल दिलवाता है।

आपका क्रेडिट स्कोर सिर्फ एक संख्या नहीं है, बल्कि यह आपके वित्तीय जीवन को कई तरीकों से प्रभावित करता है। इसे अच्छा बनाए रखें ताकि जरूरत पड़ने पर आप इसका सही फायदा उठा सकें।

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