RBI MPC Meeting 2024: भारतीय रिजर्व बैंक की एमपीसी बैठक में लिया गया बड़ा फैसला, कम होगी या बढ़ेगी EMI, कुछ घंटों के बाद होगा फैसलों का एलान
भारतीय रिजर्व बैंक की एमपीसी बैठक में बुधवार को लिए गए फैसलों का एलान आज होगा। बता दें गुरुवार सुबह 10:00 बजे आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास फैसलों का एलान करेंगे। अब देखना हैं कि EMI कम होगी या फिर बढ़ेगी।
बिजनेस डेस्क: अगस्त का महीना त्यौहार के साथ फाइनेंशियल तौर पर भी काफी अहम रहता है। इस महीने की पहली तारीख से कई वित्तीय नियम में बदलाव किया जाता है। उसी के साथ इस महीने के लोन की ईएमआई को लेकर भी RBI (Reserve Bank of India) अहम फैसला लेती है। बता दें भारतीय रिजर्व बैंक की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक में महंगाई को कंट्रोल करने के लिए रेपो रेट को लेकर बड़ा फैसला लिया जाता है। रेपो रेट वो दर होती है जिस पर केंद्र बैंक अन्य सभी बैंकों को कर्ज पर पैसे देता हैं।
एमपीसी बैठक के फैसले का आज होगा एलान
बताया गया हैं कि मंगलवार (6 अगस्त 2024) से एमपीसी (Monetary Policy Committee) बैठक शुरू हुई थी। इस बैठक के दौरान अधिकारीयों ने कई अहम फैसले लिए हैं. बता दें आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governer Shaktikant Das) आज यानी गुरुवार (8 अगस्त) 10 बजे इन फैसलों का एलान करेंगे। अधिकारी ने बताया कि एमपीसी बैठक में महंगाई और मनी फ्लो को कंट्रोल करने के लिए रेपो रेट (Repo Rate) को लेकर कुछ अहम फैसला लिया जाता है। रेपो रेट का सीधा संबंध लोन की ईएमआई (Equated Monthly Instalment) से हैं।
EMI और रेपो रेट का संबंध
अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि RBI द्वारा रेपो रेट में बढ़ोतरी की जाती है, तो ईएमआई में भी बढ़ोतरी होती हैं। वहीं रेपो रेट में कमी होने से ईएमआई में भी कमी हो जाती हैं। आम जनता रेपो रेट में कटौती को लेकर उम्मीद लगाए बैठी हैं। एमपीसी बैठक को लेकर एक्सपर्ट ने बताया कि इस बार रेपो रेट में कोई भी बदलाव नहीं होगा। क्योकि फरवरी 2023 से रेपो रेट 6.5 अंक पर स्थिर बना हुआ है। पिछले एमपीसी बैठक यानी जून 2024 में भी रेपो रेट को स्थिर ही रखा गया था।
क्या हैं रेपो रेट (Repo Rate)?
अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि रेपो रेट एक प्रकार की ब्याज दर होती है। केंद्रीय बैंक (RBI) अन्य बेंको को इसी दर पर कर्ज देता है। वहीं आरबीआई जिस दर पर बैंक को कर्ज देता है, बैंक भी उसी दर पर आम जनता को लोन देती है। इसलिए आम जनता रेपो रेट में कटौती की ही उम्मीद करती है। अगर रेपो रेट में कमी होती है तो होम लोन (Home Loan),व्हीकल लोन (Vehicle Loan), एजुकेशन लोन (Education Loan) भी कुछ हद तक सस्ता हो जाएगा।