गोदावरी बायोरिफाइनरीज लिमिटेड के इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) के लिए आज बोली लगाने का अंतिम दिन है। अब तक इस इश्यू में कुल 0.56 गुना सब्सक्रिप्शन प्राप्त हुआ है। रिटेल निवेशकों के लिए यह इश्यू 1.00 गुना सब्सक्राइब किया गया, जबकि नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) कैटेगरी में यह आंकड़ा 0.27 गुना रहा।
कंपनी के शेयर 30 अक्टूबर को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर सूचीबद्ध होंगे। इस IPO के माध्यम से कंपनी ₹554.75 करोड़ जुटाने का लक्ष्य रखती है। इसके लिए, कंपनी 9,232,955 फ्रेश शेयर जारी करने के लिए ₹325 करोड़ का इश्यू कर रही है। इसके अलावा, मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत ₹229.75 करोड़ के 6,526,983 शेयर बेचने की योजना बना रहे हैं।
अगर आप गोदावरी बायोरिफाइनरीज लिमिटेड के IPO में निवेश करने का मन बना रहे हैं, तो यहां जानिए आप कितना और कैसे निवेश कर सकते हैं।
न्यूनतम और अधिकतम निवेश की जानकारी
गोदावरी बायोरिफाइनरीज ने इस इश्यू का प्राइस बैंड ₹334 से ₹352 तय किया है। रिटेल निवेशक न्यूनतम 42 शेयरों का एक लॉट बिड कर सकते हैं। अगर आप ऊपरी प्राइस बैंड ₹352 के अनुसार एक लॉट के लिए आवेदन करते हैं, तो आपको ₹14,784 का निवेश करना होगा।
अधिकतम निवेश की बात करें तो रिटेल निवेशक 13 लॉट यानी 546 शेयरों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिसके लिए कुल राशि ₹192,192 होगी।
इश्यू का वितरण
इस इश्यू का 35% हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित है। इसके अलावा, 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए और 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) के लिए सुरक्षित रखा गया है।
कंपनी की पृष्ठभूमि
गोदावरी बायोरिफाइनरीज लिमिटेड की स्थापना 1956 में हुई थी। यह कंपनी एथेनॉल के केमिकल्स का उत्पादन करती है। जून 2024 तक की जानकारी के अनुसार, कंपनी की एथेनॉल उत्पादन क्षमता प्रतिदिन 570 किलोलीटर है। इसके उत्पादों में बायो-बेस्ड केमिकल्स, शुगर, विभिन्न प्रकार के एथेनॉल, और पावर शामिल हैं।
इनका उपयोग खाद्य, पेय, फार्मास्यूटिकल्स, फ्लेवर्स, फ्रेगरेंसेस, पावर, फ्यूल, पर्सनल केयर और कॉस्मेटिक्स जैसी विविध उद्योगों में किया जाता है। गोदावरी बायोरिफाइनरीज के पास दो मैन्युफैक्चरिंग और तीन अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) सुविधाएं हैं, जो इसे उत्पादन और नवाचार में मदद करती हैं।
IPO क्या होता है?
इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) वह प्रक्रिया है, जब कोई कंपनी अपने शेयरों को पहली बार आम जनता के लिए जारी करती है। कंपनियों को अपने व्यवसाय के विस्तार के लिए पूंजी की आवश्यकता होती है, और वे इसे जनता को शेयर बेचकर या नए शेयर जारी करके जुटाती हैं, बजाय बाजार से कर्ज लेने के।