Hyundai IPO: निवेश करें या न करें? जानें वैल्यूएशन की तुलना में मारुति और टाटा मोटर्स से कितना सही है!

Hyundai IPO: निवेश करें या न करें? जानें वैल्यूएशन की तुलना में मारुति और टाटा मोटर्स से कितना सही है!
Last Updated: 1 घंटा पहले

हुंडई मोटर इंडिया जल्द ही 27,870 करोड़ रुपये जुटाने के लिए आईपीओ लाने जा रही है। यह आईपीओ 15 अक्टूबर से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाला है और यह भारत का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। प्रस्तावित आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है, जिसका मतलब है कि इस आईपीओ से मिलने वाला पूरा पैसा पैरेंट कंपनी हुंडई को जाएगा।

नई दिल्ली: हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) का आईपीओ 15 अक्टूबर से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने जा रहा है। यह आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है, जिससे मिलने वाला पैसा HMIL की पैरेंट कंपनी, दक्षिण कोरियाई ऑटोमेकर हुंडई (Hyundai) को जाएगा। आइए जानते हैं कि इस आईपीओ में निवेश करना चाहिए या नहीं।

Hyundai IPO: प्राइस बैंड 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर, जानें निवेश के विवरण

हुंडई के आईपीओ का प्राइस बैंड 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया गया है। यह भारत का सबसे बड़ा आईपीओ होगा, जो एलआईसी के 21,000 करोड़ रुपये के आईपीओ को पीछे छोड़ देगा। रिटेल इन्वेस्टर्स 15 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक आईपीओ में पैसे लगा सकेंगे, जबकि अलॉटमेंट 18 अक्टूबर को होगा। हुंडई की BSE और NSE पर एंट्री 22 अक्टूबर को होगी। इस इश्यू का रजिस्ट्रार केफिन टेक है।

ब्रोकरेज फर्म की राय

ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि हुंडई के मार्केट शेयर और ग्रोथ को देखते हुए उसका आईपीओ सब्सक्राइब करने लायक है। LPK सिक्योरिटीज ने हुंडई के आईपीओ को "सब्सक्राइब" रेटिंग दी है। उनका कहना है कि हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMI) घरेलू बाजारों में पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में दूसरी सबसे बड़ी प्लेयर है।

Hyundai की बाजार स्थिति: LPK सिक्योरिटीज की दृष्टि

हुंडई लगभग तीन दशकों से भारतीय बाजारों में सक्रिय है और इस दौरान उद्योग के उतार-चढ़ाव का सामना किया है। HMI भारत में एक मजबूत खिलाड़ी है, जिसकी ग्रामीण और शहरी बाजारों में समान पैठ है। कंपनी ने भारत में कई प्रतिष्ठित ब्रांड लॉन्च किए हैं और हर इंजन प्रकार की कारों में मजबूती से मौजूद है। LPK सिक्योरिटीज का मानना है कि हुंडई, मारुति सुजुकी की तरह ही, भारतीय बाजार में सफल हो सकती है।

Hyundai का वैल्यूएशन

एलकेपी सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च एनालिस्ट अश्विन पाटिल ने हुंडई के आईपीओ का मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, और महिंद्रा एंड महिंद्रा के वैल्यूएशन से तुलना करते हुए कहा कि यह तुलना मुख्य रूप से मारुति सुजुकी और हुंडई मोटर इंडिया के बीच ही होनी चाहिए, क्योंकि ये दोनों कंपनियां केवल पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में हैं।

उन्होंने आगे कहा कि, "मारुति का FY 24 की आय के 29x-30x पर कारोबार हो रहा है, जबकि HMI अपने आईपीओ प्राइस बैंड की अपर लिमिट 1960 रुपये पर 26x पर कारोबार कर रहा है। यह उचित लगता है। हुंडई मोटर्स के पास 15% बाजार हिस्सेदारी, मजबूत रिटर्न अनुपात, 13% से अधिक मार्जिन, और SUV सेगमेंट से आने वाले 68% वॉल्यूम जैसे सकारात्मक पहलू हैं। इसे लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्राइब किया जा सकता है।"

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