Stock Market में भारी गिरावट! सेंसेक्स में 385 अंक अंक नीचे, निफ्टी भी 121 अंक टूटकर हुआ बंद; जानें क्या है इसके पीछे कारण?

Stock Market में भारी गिरावट! सेंसेक्स में 385 अंक अंक नीचे, निफ्टी भी 121 अंक टूटकर हुआ बंद; जानें क्या है इसके पीछे कारण?
Last Updated: 16 दिसंबर 2024

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के निफ्टी-50 में 0.49% या 120.50 अंकों की गिरावट आई और यह 24,647.80 पर बंद हुआ।

Stock Market: आईटी और मेटल स्टॉक्स में कमजोरी के बीच घरेलू शेयर बाजार सप्ताह के पहले ट्रेडिंग सेशन में गिरावट के साथ बंद हुआ। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों पर फैसले से पहले निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं।

बीएसई सेंसेक्स (Sensex) का हाल 

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के निफ्टी-50 (Nifty-50) के साथ आज गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स 384.55 अंक या 0.47% की गिरावट के साथ 81,748.57 पर बंद हुआ। इंट्रा-डे ट्रेड में सेंसेक्स 81,551.28 अंक तक गिर गया था। आईटी और मेटल सेक्टर में कमजोर प्रदर्शन के कारण बाजार दबाव में था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी-50 (Nifty-50)

NSE का निफ्टी-50 भी 0.49% या 120.50 अंक की गिरावट के साथ 24,647.80 पर बंद हुआ। निफ्टी की 40 कंपनियों के शेयर लाल निशान में बंद हुए, जबकि सिर्फ 9 कंपनियों के शेयर हरे निशान में रहे।

टॉप लूजर्स

सेंसेक्स की टॉप लूजर्स में टाइटन, अदाणी पोर्ट्स, अल्ट्रा सीमेंट, टीसीएस, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, टेक महिंद्रा, जेएसडब्ल्यू स्टील, हिंदुस्तान यूनिलीवर, और इन्फोसिस शामिल हैं।

टॉप गेनर्स

शेयर बाजार में गिरावट के बावजूद इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, पावर ग्रिड, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर चढ़कर बंद हुए।

बाजार में गिरावट के कारण

अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों पर अनिश्चितता और चीन के कमजोर आर्थिक आंकड़ों के बाद आईटी और मेटल स्टॉक्स में बिकवाली का दबाव बढ़ा। रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफ़सी बैंक और भारती एयरटेल जैसे इंडेक्स में हैवी वेटेज वाले शेयरों में गिरावट ने बाजार को और कमजोर किया।

बीते शुक्रवार का बाजार परिदृश्य

शुक्रवार को बाजार बढ़त के साथ बंद हुए थे। सेंसेक्स 1.04% या 843.16 अंकों की वृद्धि के साथ 82,133.12 पर बंद हुआ। निफ्टी-50 भी 0.89% या 219.60 अंकों की वृद्धि के साथ 24,768.30 पर बंद हुआ था।

इस सप्ताह की संभावित चाल

निवेशकों का फोकस इस हफ्ते होने वाले केंद्रीय बैंकों के अहम फैसलों पर रहेगा। इसमें जापान का बैंक (Bank of Japan) और चीन का पीपुल्स बैंक (People’s Bank of China – PBOC) शामिल हैं। विशेष रूप से अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व 18 दिसंबर को ब्याज दरों के फैसले की घोषणा करेगा, जिससे बाजार की दिशा तय होगी।

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