एपल के शेयर मंगलवार को 258.20 डॉलर तक पहुंच गए, जो इसका रिकॉर्ड उच्चतम स्तर है। पिछले 6 महीने में इसमें 23% और एक साल में 34% की वृद्धि हुई, जिससे इसका मार्केट कैप 3.9 ट्रिलियन डॉलर हो गया।
GDP: आईफोन और मैकबुक बनाने वाली अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनी एपल का मार्केट कैप 4 ट्रिलियन डॉलर (करीब 332 लाख करोड़ रुपये) के करीब पहुंच चुका है। इस प्रकार, एपल अब दुनिया की पहली कंपनी बनने जा रही है, जिसका मार्केट कैप 4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचेगा। भारत की जीडीपी का आकार भी लगभग 331 लाख करोड़ रुपये है, यानी एपल की वैल्यू अब भारत की जीडीपी के बराबर हो चुकी है।
एपल के शेयर ने रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ
मंगलवार को एपल के शेयर 258.20 डॉलर पर पहुंच गए, जो इसका अब तक का सबसे उच्चतम स्तर है। पिछले छह महीने में इसमें 23 फीसदी और एक साल में करीब 34 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। इसके साथ ही एपल का मार्केट कैप अब 3.9 ट्रिलियन डॉलर हो चुका है। इस तरह, एपल छठे नंबर की सबसे बड़ी इकोनॉमी बन चुकी है। वर्तमान में, केवल अमेरिका, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी, जापान और भारत की जीडीपी एपल के मार्केट कैप से बड़ी हैं। अमेरिकी जीडीपी में एपल की हिस्सेदारी लगभग 13 फीसदी है।
भारत की जीडीपी और एपल की कमाई में अंतर
भारत की जीडीपी 2000 में करीब 468 अरब डॉलर थी, जो 2007 में एक लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच गई। अब 2024 में भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है, और इसकी जीडीपी का आकार 3.89 लाख करोड़ डॉलर है, जो करीब 331 लाख करोड़ रुपये है। एपल की कमाई 2023-24 में लगभग 391 अरब डॉलर (करीब 33 लाख करोड़ रुपये) रही है। इसका अधिकांश योगदान अमेरिका (44%) और यूरोपीय देशों (26%) से है, जबकि चीन और भारत से क्रमशः 17% और 2% कमाई होती है।
एपल का बिजनेस मॉडल
एपल एक अमेरिकी मल्टीनेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी है, जिसकी शुरुआत 1 अप्रैल 1976 को स्टीव जॉब्स द्वारा की गई थी। एपल कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और ऑनलाइन सेवाओं का विकास करती है, और इसके प्रमुख उत्पादों में आईफोन, आईपैड, मैकिनटोश कंप्यूटर, एपल वॉच और एपल टीवी शामिल हैं। एपल के पास 1,64,000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं।