दिवाली 2024 की तारीख: जानें कब है यह त्योहार और मिटाएं अपनी सभी शंकाएँ

दिवाली 2024 की तारीख: जानें कब है यह त्योहार और मिटाएं अपनी सभी शंकाएँ
Last Updated: 1 दिन पहले

दीवाली कब है

दीवाली, या दीपावली, इस वर्ष 31 अक्टूबर 2024 को मनाई जाएगी। यह दिन कार्तिक मास की अमावस्या को पड़ता है, जब भगवान राम के अयोध्या लौटने की खुशी में दीप जलाए जाते हैं।

अमावस्या की तिथि 31 अक्टूबर को दोपहर 3 बजकर 52 मिनट पर शुरू होगी और 1 नवंबर को शाम 6 बजे तक रहेगी। इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है, और लोग अपने घरों में दीप जलाकर खुशियां मनाते हैं।

इसलिए, दीवाली मनाने का सही समय 31 अक्टूबर है।

त्योहार की तैयारी

1. घर की सफाई: दीवाली से पहले घर की सफाई करना एक महत्वपूर्ण परंपरा है। लोग अपने घरों को स्वच्छ और सुगंधित बनाने के लिए गहरी सफाई करते हैं।

2. रंगोली बनाना: घर के बाहर रंगोली बनाना एक शुभ परंपरा है। इसे फूलों, रंगों और चावल से सजाया जाता है, जो घर को सुंदरता और सकारात्मकता प्रदान करता है।

3. दीपक और लाइटिंग : घर में दीयों और इलेक्ट्रिक लाइट्स का सजावट करना आवश्यक है। यह न केवल घर को रोशन करता है, बल्कि त्योहार की भावना को भी बढ़ाता है।

4. मिठाइयाँ और पकवान: दिवाली पर विशेष मिठाइयाँ और स्नैक्स बनाना जरूरी होता है। लोग अपने प्रियजनों के लिए लड्डू, बर्फी, चॉकलेट, और अन्य व्यंजन तैयार करते हैं।

5. पूजा की तैयारी: पूजा के लिए आवश्यक सामान जैसे देवी-देवताओं की मूर्तियाँ, फूल, अगरबत्तियाँ, और मिठाइयाँ इकट्ठा करना होता है। पूजा का स्थान सजाना भी महत्वपूर्ण है।

6. शुभकामनाएँ और उपहार: परिवार और दोस्तों को शुभकामनाएँ देने के लिए उपहार तैयार करना एक प्रथा है। इससे आपसी संबंध मजबूत होते हैं।

7. फेस्टिवल शॉपिंग: नए कपड़े, आभूषण, और सजावटी सामान खरीदना दिवाली की एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। लोग इस समय शॉपिंग करने में व्यस्त रहते हैं।

साझा उत्सव

सांस्कृतिक विविधता: साझा उत्सव विभिन्न संस्कृतियों, परंपराओं और रीति-रिवाजों का सम्मान करता है। इसमें विभिन्न समुदायों के लोग अपने अनूठे तरीके से त्योहार मनाते हैं, जिससे सभी को एक-दूसरे की संस्कृति को जानने और समझने का अवसर मिलता है।

खुशियाँ बांटना: इस अवसर पर लोग एक-दूसरे के साथ मिठाइयाँ, पकवान, और उपहार साझा करते हैं, जिससे आपसी संबंध और मजबूत होते हैं।

सामाजिक एकता: साझा उत्सव विभिन्न जातियों और धर्मों के लोगों को एकत्रित करता है, जिससे सामाजिक सद्भावना और एकता बढ़ती है। यह विभिन्न समुदायों के बीच स्नेह और सहयोग को प्रोत्साहित करता है।

कार्यक्रम और गतिविधियाँ: साझा उत्सवों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जैसे कि सांस्कृतिक नृत्य, संगीत, नाटक, और खेल। ये गतिविधियाँ लोगों को एक साथ लाती हैं और उत्सव का माहौल बनाती हैं।

प्राकृतिक सुंदरता का संरक्षण:

कई साझा उत्सव प्राकृतिक सुंदरता और पर्यावरण के संरक्षण पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जैसे कि वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान, और पुनः उपयोग करने के तरीकों को बढ़ावा देना।

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